शिमला. एचपीयू से पीएचडी कर रही छात्रा प्रियंका ठाकुर हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर जज बनी हैं। शारीरिक रूप से दिव्यांग प्रियंका ने अपने हाैसले, मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है।
चुनौतियों से हार न मानकर जहां उन्हाेंने अपने मां बाप का नाम राेशन किया है, वहीं दूसराें के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनी हैं। जिला कांगड़ा के इंदौरा तहसील के गांव वडाला की रहने वाली प्रियंका ठाकुर के पिता सुरजीत सिंह बीएसएफ में इंस्पेक्टर पद से रिटायर हुए हैं। जबकि माता सृष्टा देवी गृहिणी हैं।
हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र धर्मशाला से एलएलबी की परीक्षा पास करने के बाद प्रियंका ने एचपीयू से एलएलएम किया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय कार्यकारिणी परिषद(ईसी) के सदस्य और विकलांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रो. अजय श्रीवास्तव ने उन्हें बधाई दी है।
हैदराबाद एनकाउंटर पर था पहला सवाल: प्रियंका ठाकुर कहती है कि इंटरव्यू के दाैरान मुझसे पूछा गया कि अाज की हेडलाइन क्या हैं। इस पर मैंने हैदराबाद में हुए रेपिस्टाें के एनकाउंटर के बारे में बताया। मुझसे पूछा गया कि हैदराबाद में हुए रेपिस्टाें के एनकाउंटर काे अाप कितना सही मानते हाे। मैंने इसका जवाब देते हुए कहा कि कानून का सम्मान हाेना चाहिए। कानून के नियमाें की अवहेलना नहीं हाेनी चाहिए।
प्रियंका ठाकुर ने भास्कर से बात करते हुए बताई अपनी सक्सेस स्टाेरी सवाल: हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा पास की, अापके सामने क्या क्या चुनाैतियां रहीं? प्रियंका ठाकुर: मेरे सामने सबसे बड़ी समस्या मेरे शारीरिक रूप से दिव्यांग हाेने की थी। लाेग कहते थे, मैं कुछ नहीं कर सकती। मैंने खुद ही अपने अाप काे संभाला। पढ़ाई जारी रखी, मैंने अपनी कमजाेरी काे अपनी ताकत बनाया। कभी भी दूसराें की नेगेटिव थिंकिंग काे अपने ऊपर हावी नहीं हाेने दिया। हमेशा खुद संभाला अाैर अाखिर में जीत गई।
सवाल: अापने काैन से अटेंप्ट में परीक्षा पास की? प्रियंका ठाकुर: मैं लगातार तीन बार हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा दे चुकी थी। सब कहते थे, इससे अब परीक्षा क्वालिफाई नहीं हाेगी। मैंने हिम्मत नहीं हारी, लड़ती गई, अाखिरी चाैथे अटेंप्ट में परीक्षा पास कर ली। मैंने पहले से ही सपना देख लिया था की जज ही बनना है। कई बार लगता था कि ये क्या मुमकिन हाेगा, फिर अंदर से अावाज अाती थी, यू कैन डू इट।
सवाल: अकसर लाेग छाेटी सी असफलता से घबरा जाते हैं, अाप क्या कहेंगी? प्रियंका ठाकुर: अकसर लाेग असफलता मिलने पर घबरा जाते हैं। एेसा नहीं हाेना चाहिए। कुछ लाेग बेटियों और दिव्यांगों को कमजोर मानकर उनकी उपेक्षा कर देते हैं, लेकिन अगर उन्हें परिवार, समाज और शिक्षकों से सहयोग मिले तो बेटियां किसी भी मुकाम तक पहुंच सकती हैं। इसलिए असफलता से घबराने की जरूरत नहीं हैं।
सवाल: अाप अपनी सफलता का श्रेय किसे देते हैं? प्रियंका ठाकुर: में अपनी सफलता का श्रेय माता पिता से मिले सहयोग के अलावा विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों काे देती हूं। मैं दिव्यांग छात्राें काे उनके अधिकारों के बारे में भी जागरूक करती रहूंगी। एचपीयू कैंपस में पढ़ाई कर रहे दिव्यांग छात्राें ने भी भरपूर साथ दिया है।
पंचकूला/चंडीगढ़. ट्राईसिटी में दो स्थानों पर लुटेरों ने पिस्टल की नोंक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया। दोनों स्थानों पर लुटेरों ने 6 लाखरूपए समेत मोबाइल फोन और सामान लेकर भाग गए। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।एक घटना पंचकुला और दूसरी चंडीगढ़ के सेक्टर-63 में हुई है।
पहली घटना मेंपंचकुला के सेक्टर-16 की मार्केट में गनपॉइंट पर लूट का मामला सामने आया है। दो लुटेरों ने यहां के एससीओ 252 में खुले मद्रास जनरल स्टोर के मालिक से ढाई लाख रुपए लूट लिए। साथ ही इनोवा गाड़ी की चाबी और मोबाइल ले गए। लुटेरों ने हेमंत और वर्कर शोरूम में बंद कर दिया था, धमकी दी कि शोर मचाया तो गोली मार देंगे।
मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल बीजेपी के सीनियर लीडर श्याम लाल बंसल के भतीजे हैं। सेक्टर-16 मार्केट के एससीओ नंबर 252 में मद्रास जनरल स्टोर है। शनिवार रात को वे दुकान पर थे। उनके साथ एक वर्कर मौजूद था। जब 10 बजे वे दुकान बंद कर जाने लगे तो लुटेरे आ गए।
हेमंत ने बताया कि दो लड़के उनके पास आ गए। दोनों ने सिर पर हेलमेट डाला था। एक लड़के कहा, चुपचाप ये कैश वाला बैग हमें दे दो, नहीं तो गोली मार देंगे। दोनों ने पिस्टल उन पर तान दी। गेट लगाते हुए बोले कि शोर मत करना, नहीं तो गोली मार देंगे। लूट के बाद दोनों फरार हो गए।
हेमंत ने शोरूम के फ्रंट में जाकर अंदर से शटर खोला और बाहर आकर शोर मचाया। मौके पर पुलिस बुलाई। वारदात के बाद मौके पर पंचकूला के डीसीपी कमदीप गोयल, एसएचओ सेक्टर 14 नवीन कुमार, क्राइम ब्रांच सेक्टर 26 इंचार्ज पहुंचे। पास के शोरूम के सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवारों की कुछ फुटेज सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दूसरी घटना में इमिग्रेशन कंपनी के मालिक से लूटे साढ़े तीन लाख
चंडीगढ़ केसेक्टर-63 में एक फ्लैट में युवक युवती को गनपॉइंट पर बंधक बनाकर साढ़े तीन लाख रुपए लूट लिए गए। मामले में सेक्टर-49 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सभी आरोपी नकाबपोश थे और अब पुलिस एरिया में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस को एक फुटेज मिली है, इसमें आरोपी फ्लैट की तरफ आते हुए दिखाई दे रहे हैं। अनिल और उनकी मंगेतर जसप्रीत सेक्टर-63 स्थित एक फ्लैट में रहते हैं। अनिल की सेक्टर-44 में सनशाइन नाम से इमिग्रेशन कंपनी है। पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार देर रात की है जब अनिल और उनकी मंगेतर सोए हुए थे।
उनके घर की बेल खराब थी। इसी दौरान एक उन्हें रात को एक बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। वे दरवाजे पर गए। अनिल ने सोचा कि कोई जानकार होगा, उन्होंने दरवाजा खोल दिया। जैसे ही दरवाजा खोला तो पाया कि चार नकाबपोश घर के बाहर खड़े थे। उनमें से एक के हाथ में पिस्टल थी। सभी ने मुंह ढके हुए थे। वे घर में घुस गए।
अनिल और उनकी मंगेतर को गन पाॅइंट पर ले लिया और पैसे के बारे में पूछा। आरोपी उनके घर के अंदर अलमारी तक पहुंचे, जिसके बाद अंदर सारा सामान बिखेरा। आरोपियों को कुछ ज्वेलरी और साढ़े तीन लाख मिले। जिसे उन्होंने हासिल कर लिया। व अनिल उनकी मंगेतर के मोबाइल फोन और नकदी लेकर फरार हो गए। जांच में सामने आया है कि लुटेरे शराब के नशे में लग रहे थे। वह पंजाबी भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।
हरिपुरधार.सुविधाओं की भारी कमी के बावजूद प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार साहसिक पर्यटन के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। 23 नवंबर के बाद हालांकि प्रशासन की ओर से चूड़धार यात्रा पर 1 मई 2020 तक रोक लगाई गई है, मगर उसके बावजूद भी ट्रेकिंग का शौक रखने वाले पर्यटक भारी संख्या में चूड़धार पहुंच रहे है।
30 नवंबर को पश्चिम बंगाल से पर्वतारोही विशेषज्ञ पंकज चौहान व राकेश चौहान की अगवाई में एडवेंचर ट्रैकरों का एक आठ सदस्यीय दल चूड़धार पहुंचा था। चूड़धार में इन दिनों दो से तीन फुट बर्फ जमी हुई है। ट्रैकरों ने चूड़धार, कालाबाग, आइनधार आदि क्षेत्रों में सात दिनों तक बर्फ के बीच ट्रेकिंग करके खूब मौज मस्ती की।
ट्रैकर कई स्थानों पर रस्सियों पर लटक पर ऊंची चोटियों तक पहुंचे। सात दिनों तक ट्रेकिंग करने के बाद रविवार को पर्यटकों का यह दल पश्चिम बंगाल को रवाना हुआ। क्षेत्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भले ही कोई भी ठोस नहीं उठा रही है। मगर बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों ने अपना इरादा जाहिर करते हुए कहा कि दल का मुख्य उद्देश्य हिमाचल में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।
साजो समान के साथ चूड़धार पहुंचा दल
पश्चिम बंगाल के ट्रैकरों का दल पूरे साजो समान के साथ चूड़धार पहुंचा था। ट्रैकर अपने साथ जो सामान ले गए थे। उसमें आक्सीजन सिलेंडर, मेडिकल किट, रहने के लिए टेंट व पहनने के लिए कपड़े शामिल थे। इसके अलावा रस्सियां व आग जलाने का सामान भी वह साथ लेकर गए थे।
चूड़धार के सबसे ऊंचे शिविर शिवलिंग की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 12300 फुट है। अधिक ऊंचाई होने के कारण वहां पर आक्सीजन की भी कमी रहती है इसलिए वहां पर आक्सीजन सिलेंडर ले जाना भी अनिवार्य है। यात्रा पर गए सभी पर्यटक प्रशिक्षित थे, इसलिए उन्हें ट्रेकिंग के दौरान किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा।
रोक हटने तक न करें यात्रा चूड़धार यात्रा पर इन दिनों प्रशासन की ओर से रोक लगी हुई है। चूड़धार से चूड़ेश्वर सेवा समिति के सभी सदस्य भी लगभग 6 महीने के लंबे अवकाश पर अपने घर चले गए है। इसलिए अब वहां जाने वाले यात्रियों के लिए न तो खाने पाने की और न ही ठहरने की व्यवस्था है। चूड़धार में इन दिनों कभी भी बर्फबारी हो सकती है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि जब तक यहां बर्फ है वे अपनी यात्रा को स्थगित रखें।
चंडीगढ़.चंडीगढ़ पुलिस महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए महिला ब्रिगेड तैयारी करेगी। जोशहर की हर गली, नुक्कड़ तक की जानकारी पुलिस तक पहुंचाएगी। इसके लिएपुलिस ने 13 दिसंबर को आवेदन मांगा है। पुलिस की ओर से एक महिला को हर महीने 1 हजार रुपए दिए जाएंगे। इनको 'पुलिस वुमन वॉलंटियर' का नाम देगी।हैदराबाद रेप केस के बाद अब पुलिस अब यह कदम उठाने जा रही है।
महिलाएं कर सकती हैं आवेदन:
जो भी महिला पुलिस वॉलंटियर बनना चाहती है, उसे 12वीं पास होना और उम्र 21 साल की होना जरूरी है। इसके साथ ही 13 दिसंबर को वे वुमन पुलिस स्टेशन सेक्टर-17 में जाकर आवेदन कर सकती हैं। एप्लीकेशन के आधार पर ही उनका चयन होगा। सूत्रों की माने तो पुलिस हर सेक्टर में कम से कम दो वुमन वाॅलंटियर को तैनात करना चाह रही है।
कहीं स्कूलों या कॉलेजों के बाहर छेड़छाड़ की जानकारी हो तो पुलिस इन वाॅलंटियर की सूचना पर कार्रवाई कर सकती है। रेप पीड़ित के बयान दर्ज करने के समय इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं, ताकि पीड़ित इनकी मौजूदगी में बयान दर्ज करने में सहज महसूस कर सके। बाल श्रम की इन वाॅलंटियर की सूचना के आधार पर पुलिस एक्शन ले सकेगी। आंगनवाड़ियों में भी ये वाॅलंटियर स्पेशल लेक्चर देने जा सकती हैं।
मात्र एक हजाररुपए देने का विराेध
पुलिस के इस कदम का लोग भरपूर समर्थन कर रहे हैं,लेकिनवॉलंटियर कोसिर्फ एक हजार रुपए प्रति महीने देने के प्रपोजल का काफी विरोध भी हो रहा है। लोगों का कहना है कि यह मात्र मजाक है एक हजार रुपए प्रति माह में कौन काम करता है आज के टाइम में। सोशल एक्टीविस्ट आरके गर्ग का कहना है कि ये बिल्कुल गलत फैसला है। चाहे इसमें वॉलंटियरली मदद करने की बात है, लेकिन 1000 रुपए प्रति माह देना तो पढ़ी-लिखी लड़कियों का अपमान है।
सोलन. सिरमौर जिले के विकास खंड नाहन के बोहलियों गांव में कुछ अज्ञात हमलावरों ने एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर उसे घायल कर दिया है। सूचना की जानकारी मिलते ही उसेतुरंत मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। दूसरी ओर पुलिस मामले कीछानबीन में जुट गई है। डीएसपी नाहन पदम देव के मुताबिक आरोपियों को जल्द ही गिरफतार कियाजाएगा।
यह घटना आज सुबह करीब आठ बजेकी है। मिली जानकारी के मुताबिक घायल कमलेंद्रकुमार कोसुबह कुछ लोग उसके घर सेउठाकरले गएऔर उसका गला रेत दिया। घर से कुछ दूरी पर वह एक पुल के नीचे घायल अवस्था में मिला। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।कमलेंद्र को मारने के प्रयास में ही उसका गला रेता गया। आशंका है कि हमला करने वाले उसे मरा समझकर छोड़ गए।
धर्मशाला.हिमाचल प्रदेशकी 13वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज शुरू हो गया है। पहले दिन नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री विधानसभा परिसर के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जब विधानसभा के मुख्य गेट पर पहुंचे तो उन्होंने काफिला रोककर उनसे बात की। उन्हें भवन के अंदर लाए। इस दौरान धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे। मुकेश अग्निहोत्री मुख्य गेट से गाड़ी न जाने देने पर नाराज हो गए।
उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के व्यवहार से नाराज होकर धरना शुरू कर दिया। इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज की गाड़ी को भी सुरक्षा कर्मियों ने मुख्य गेट से आने से रोक दिया। सुरेश भारद्वाज दूसरे गेट से आ गए। लेकिन नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री धरने पर बैठ गए।
कुल्लू.रोहतांग दर्रा रविवार को भी शाम तक यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया है।लिहाजा, ऐसे मेें आधे रास्ते तक वाहनों में दर्रा पार करने गए लोगों को रोहतांग दर्रा पैदल पार करना पड़ा। जानकारी के अनुसार रविवार को एक महिला सहित 18 लोगों ने रोहतांग दर्रा पार किया। हालांकि बीआरओ की तरफ से वाहनों को दर्रा के आरपार करने की कोशिश की गई परंतु राहनीनाला में एबलांच आने के कारण वाहनों को दर्रा के आरपार नहीं किया जा सका।
रात के समय भी दर्रा साफ करने में लगे जवान
बीआरओ के जवान रोहतांग दर्रे को खोलने के लिए इस पर पड़ी बर्फ को साफ करने में रात के समय भी लगे हुए है। रात को माइनस डिग्री के बीच मशीनों से बर्फ को काटते हुए जवानों का हौसला देखते बनता है।सोमवार तक रास्ते को वाहनों के लायक बनाने के लिए कार्य तीव्रगति से चल रहा है।
ऐसे में लोगों को पैदल ही अपने गंतव्य की ओर रवाना होना पड़ा। बीआरओ के कमांडर उमा शंकर ने बताया कि बीआरओ ने रोहतांग मार्ग से बर्फ हटा दी है और कुछ एवलांच प्वाईंट में बार बार एवलांच आ रहे हैं। रविवार को भी बीआरओ के जवानों ने बार बार आए हुए एवलांच को हटाया है। लिहाजा, सोमवार को बीआरओ की तरफ से मार्ग को वाहन योग तैयार किया जाएगा। उसके बाद प्रशासन की अनुमति के हिसाब से वाहनों की आवाजाही मार्ग से निर्भर करेगी।
मोहाली. पंजाब प्रोग्रेसिव इन्वेस्टर्स समिट को लेकर पूरे जिले की सुरक्षा चाक-चौबन थी और उसी दिन इन्वेस्टर्स समिट शुरू होनी थी। इस सुरक्षा को तार-तार करते हुए समिट शुरू होने से 4 घंटे पहले और समिट स्थल से मात्र 10 किलोमीटर दूरी पर टीचर सर्बजीत का मर्डर हुआ।
कातिल अपनी कार सहित कहां फरार हो गया पुलिस पता नहीं लगा पाई। समिट शुरू होने से 4 घंटे बाद सुरक्षा होने के बाद भी डेराबस्सी का एक युवक सीएम के पास पहुंच गया। इन दोनों घटनाओं ने पंजाब के पूरे पुलिस तंत्र को हिलाकर रख दिया है। अब इसकी गाज किस पर गिरती है।
इसकी रूप रेखा भी तैयार हो रही है। लेकिन सर्बजीत का परिवार अभी भी सरकार की ओर नम आंखों से देखता हुआ हाथ फैलाए हुए है। परिवार पूरी तरह से सदमे में है कि जिस घटना को लेकर पुलिस को कई महीने पहले बता दिया था।
वो घटना उनकी बेटी सर्बजीत के कत्ल के रूप में घटित भी हो गई। तीन दिन गुजरने के बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। कार तक का पता पुलिस लगा नहीं पाई है, तो कातिल तक पहुंचने का रास्ता कहां से आएगा।
हरविंदर सिंह शुरू से ही शातिर था। उसने जब टीचर सर्बजीत से लव मैरिज की थी तो उस समय भी वह शादीशुदा था और उसकी 2 बेटियां थी। उसने यह बात सर्बजीत से छुपाई थी। दूसरी शादी का पता चलने के बाद से ही सर्बजीत और हरविंदर में दूरियां बनी और यह झगड़े का कारण बनती गई।
एक बच्ची की मां सर्बजीत अलग खरड़ में रहती थी और हरविंदर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पुलिस काे कर रही थी। यही कार्रवाई की मांग उसके मौत का कारण बन गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो हरविंदर की अपनी पहली पत्नी से भी नहीं बनती। उसकी पहली पत्नी से दोनों बेटियां उसके पैतृक गांव में रहती हैं।
जबकि पत्नी विदेश में ही अलग से रहती है। शातिर हरविंदर सिंह ने सर्बजीत के मर्डर की घटना को पूरी प्लानिंग से अंजाम दिया। पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई कि हरविंदर भारत में है या विदेश में है। इस घटना को लेकर पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली दिखाई दे रहे हैं। लॉ एंड आॅर्डर बिगड़ने का दबाब ऐसा कि सभी अधिकारी अंधेरे में तीर चलाने में जुटे हुए हैं।
कुल्लू.कुल्लू पुलिस ने रविवार देर रात करीब 2:00 बजे रामशिला के पास एक नाबालिग के पास से करीब डेढ़ लाख की चोरी का सामान बरामद किया है। जानकारी के अनुसार रामशिला में गश्त के दौरान पीपी सिटी की पैट्रोलिंग टीम में विनोद कुमार और एचएचजी जीत राम की टीम को एक लड़का संदिग्ध रूप से घूमता हुआ रामशिला के पास मिला।
टीम ने जब उसकी तलाशी ली तो उनके कैरीबैग से नकदी सहित करीब डेढ़ लाख का सामान बरामद हुआ। जानकारी के अनुसार यह सामान चोरी का था ।
एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि नाबालिग के पास से 71880 रुपए की नकदी, 8 स्मार्टफोन, 8 सिम कार्ड, 3 मेमोरी कार्ड, डोंगल और एक बैटरी चार्जर, दो डेटा केबल बरामद हुई है। एसपीअनुसार जिस नाबालिग से चोरी का सामान बरामद हुआ है उसकी उम्र 13 साल है। जिसके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अपने नाबालिग के पास से कुल डेढ़ लाख के चोरी का सामान और नकदी बरामद की है।
चंडीगढ़.चंडीगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 15 दिसंबर से पहले होने की उम्मीद है। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सतिंदर सिंह सबसे आगे हैं। लेकिन दावेदारों में देवेश मोदगिल, चंद्र शेखर, राजकिशोर और आशा जसवाल को भी कम नहीं आंका जा सकता है। सतिंद्र सिंह को आरएसएस नेताओं के साथ ही सांसद किरण खेर का समर्थन हासिल है।
वहीं, मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन गुट से चंद्रशेखर , राजकिशोर और आशा जसवाल हैं। उनमें से एक को प्रधान बनाने की खुद टंडन पैरवी कर रहे हैं, जबकि पूर्व सांसद सत्यपाल जैन देवेश मोदगिल के लिए हाईकमान में पैरवी कर रहे हैं। अध्यक्ष के लिए चल रही भाजपा में गुटबाजी को कम करने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल पर्यवेक्षक चुना है। वे अगले हफ्ते यहां आ रहे हैं।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल यहां शहर में आकर तीनों गुट के दावेदारों के बारे में जानकारी लेंगे। जिस तरह से मंडल अध्यक्ष फिर जिला अध्यक्ष का चुनाव करने में मौजूदा गुट पर दूसरे गुटों ने आरोप लगाए हैं। हाईकमान तक शिकायत भेजी है, जिसके चलते जिला अध्यक्ष के चुनाव भी बीच में लटके हैं।
वैसे पूर्व काउंसलर एवं भाजपा युवा मोर्चा के प्रधान रहे सतिंद्र सिंह भाजपा प्रधान पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। क्योंकि सतिंद्र को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सपोर्ट कर रहा है। इसके अलावा सांसद किरण खेर भी सतिंद्र के पक्ष में पूरी तरह से लगी हैं। सांसद भी चाहती हैं कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन गुट को कोई कैंडीडेट प्रदेश अध्यक्ष न बन सके।
पूर्व सांसद एवं एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया सत्यपाल जैन अपने खासमखास देवेश मोदगिल के लिए पैरवी में लगे हुए हैं। जिस तरह से देवेश को विरोध के चलते 2018 में मेयर प्रत्याशी बनाने में सफल हो गए थे। ठीक इसी तर्ज पर प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर देवेश को बैठाने के लिए पार्टी हाईकमान में जी तोड़ कोशिश में लगे हुए हैं।
जैन की पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ काफी निकटता है। इसी के चलते वे देवेश को मेयर बनाने में कामयाब रहे थे। अगर किसी कारण वंश जैन अपने खास देवेश मोदगिल को पार्टी अध्यक्ष बनाने में पिछड़ते हैं तो ऐसी सूरत में पूर्व सांसद सत्य पाल जैन भी सतिंद्र सिंह को फेवर कर सकते हैं।
जैन कतई नहीं चाहते कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के गुट से प्रदेश अध्यक्ष बने। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन ने चाहते हैं कि अपने गुट से ही आगे प्रदेश अध्यक्ष बने। खुद टंडन 10 साल से प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बने हैं। वे नहीं चाहते कि प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी किसी दूसरे गुट के पास जाए। टंडन गुट से तीन दावेदारों के नाम हाईकमान के पास गए हुए हैं। इनमें से चंद्र शेखर और राजकिशोर किसी कारण से दौड़ में पिछड़ते हैं। ऐसे में पूर्व मेयर आशा जसवाल को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने का दांव चल सकेंगे। महिला होने के नाते पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महिला को बनाए जाए।
प्रदेशअध्यक्ष पर टिका है अगला मेयर प्रत्याशी..
बीजेपी के तीन गुट प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए आपस में लॉबिंग करने में लगे हुए हैं। जो भी प्रदेश अध्यक्ष होगा वही अगले साल बनने वाले मेयर के नाम की घोषणा करेगा। इसको लेकर भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए तीनों गुट जी जान से लगे हुए हैं। अभी गुटबंदी के चलते मेयर पद की दावेदारों में हीरा नेगी, राजबाला मलिक, सुनीता धवन हैं।
हीरा नेगी और राजबाला मलिक सांसद गुट से संबंध रखती हैं। लेकिन हीरा नेगी मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष टंडन गुट से भी निकटता रखे हुए हैं। नेगी हाईकमान के नेताओं को भी मिल चुकी हैं। वे उत्तराखंड के सीएम और अन्य नेताओं की पार्टी हाईकमान को भी अप्रोच भी लगवा चुकी हैं। हालांकि सांसद किरण खेर अभी मेयर पद को लेकर चुपी साधे हुए हैं लेकिन उनका साथ राजबाला के साथ रहेगा। हालांकि हीरा नेगी भी उनके साथ हैं, लेकिन मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष से निकटता होने के कारण सांसद नेगी को सपोर्ट करने में हाथ खींच सकती हैं।
वहीं मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन मेयर पद के लिए महिला प्रदेश अध्यक्ष एवं काउंसलर सुनीता धवन के साथ ही पूर्व मेयर आशा जसवाल को सपोर्ट कर रहे हैं। लेकिन मेयर पद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनने पर टिका है।
चंडीगढ़. बेशक इन दिन सुबह और शाम को अच्छी खासी ठंड पड़ रही है। लेकिन दिन की चटख धूप सुहा रही है। लेकिन मौसम विभाग का दावा है कि अगले हफ्ते एक बार फिर मौसम खराब होने वाला है।
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मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि 12 और 13 दिसंबर को एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इस दौरान पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस दौरान मैदानों में अच्छी बारिश के आसार हैं।
इससे दिन के तापमान में गिरावट आयेगी और रात के तापमान में थोड़ा उछाल आ सकता है। इस बीच रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया। शनिवार रात का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री दर्ज किया गया।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
आज: आसमान साफ रहेगा। सुबह और शाम के वक्त कोहरा छा सकता है। दिन का अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रह सकता है।
मंगलवार : आसमान साफ रहेगा। सुबह और शम को कोहरा छा सकता है। दिन का अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री के आसपास रह सकता है।
बुधवार : बादल छा सकते हैं। दिन का अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री रह सकता है।
चंडीगढ़.चंडीगढ़ क्रिकेट टीम के लिएलिए आजका दिन ऐतिहासिक होगा। शहर की अपनी टीम सोमवार को पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए मैदान में उतरेगी। बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया(बीसीसीआई)से मान्यता मिलने के बाद रणजी ट्रॉफी के लिए चंडीगढ़ की टीम बनाई गई।
टीम की कमान मनन वोहरा को सौंपी गई है। चंडीगढ़ की टीम रणजी का सफर अपने घर से शुरू कर रही है। चंडीगढ़ का पहला मुकाबला सोमवार से अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। सेक्टर-16 स्टेडियम में छह साल बाद रणजी ट्रॉफी का मैच खेला जा रहा है।
टीम के हेड कोच वीआरवी सिंह ने कहा कि उनकी टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो पहले दूसरे राज्यों की टीमें से खेलते रहे हैं। टीम में मनन वोहरा, बिपुल शर्मा, गुरिंदर सिंह, श्रेष्ठ निर्मोही, बरिंदर सरां और उदय कौल जैसे प्लेयर्स हैं जिन्होंने कई प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले हैं। उनके एक्सपीरियंस से टीम को फायदा होगा।
कई नामी खिलाड़ी दिए हैं चंडीगढ़ ने... चंडीगढ़ की टीम भले ही पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने जा रही है, लेकिन क्रिकेट से चंडीगढ़ का नाता काफी पुराना है। चंडीगढ़ ने कई इंटरनेशनल प्लेयर्स इंडियन टीम को दिए हैं जिन्होंने पूरी दुनिया में नाम कमाया। 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली इंडियन टीम के कप्तान कपिल देव और 2011 वर्ल्ड कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज सिंह चंडीगढ़ से ही हैं।
इनके अलावा अशोक मल्होत्रा, योगराज सिंह, चेतन शर्मा, दिनेश मोंगिया, सिद्धार्थ कौल और टीम के हेड कोच वीआरवी सिंह खुद इंडियन टीम का हिस्सा रहे हैं। वहीं, भारतीय महिला टीम की विकेटकीपर तानिया भाटिया भी चंडीगढ़ की ही रहने वाली हैं। इन सभी खिलाड़ियों को पंजाब, हरियाणा और हिमाचल की टीमों से खेलना पड़ा था।
पांच शतक मारने वाले अर्सलान भी टीम भी शामिल.
अंडर-23 लेवल पर शानदार परफॉर्म करने वाले युवा खिलाड़ियों को भी रणजी टीम में जगह दी गई है। मेंस अंडर-23 वनडे ट्रॉफी में 5 शतक लगाने वाले मोहम्मद अर्सलान खान भी रणजी टीम में शामिल हैं। उनके अलावा रमन बिश्नोई भी रणजी टीम का हिस्सा हैं। वीआरवी ने कहा कि चंडीगढ़ के युवाओं ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है।
मेंस अंडर-23 वनडे ट्रॉफी, विजय हजारे और सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चंडीगढ़ का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। कूच बिहार ट्रॉफी में भी चंडीगढ़ की टीम अच्छी कर रही है। चंडीगढ़ ने पहले तीन मुकाबले जीत लिए हैं।
ये है चंडीगढ़ की टीम... चंडीगढ़ : मनन वोहरा(कप्तान), बिपुल शर्मा(उप-कप्तान), अनिरुद्ध कंवर, अंकित कौशिक, अर्पित सिंह, बरिंदर सरां, गुरिंदर सिंह, जसकरणदीप सिंह बुट्टर, जसकरणवीर सिंह सोही, कुणाल महाजन, मोहम्मद अर्सलान खान, रमन बिश्नोई, शिवम भांबरी, श्रेष्ठ निर्मोही और उदय कौल
अपना दूसरा सीजन खेल रही है अरुणाचल प्रदेश की टीम...अरुणाचल प्रदेश की टीम दूसरी बार रणजी ट्रॉफी खेल रही है।
चंडीगढ़.चंडीगढ़ कैनल क्लब की ओर से रविवार को सेक्टर-34 में डॉग शो हुआ। यहां कई देसी और विदेशी नस्लों के डॉगदेखने को मिले। यहां कई ऐसे डॉगभी थे जिनकी कीमत लाखों रुपए में बताई जा रही थी। यहां 10 हजार से 2 लाख रुपए तक के डॉगभी देखने को मिले।
डॉग शो के दौरान अलग-अलग ब्रीड के डॉगका कंपीटिशन भी हुआ जिसमें लुधियाना के भुपिंदर सिंह के सैमोयड ब्रीड के डॉग को बेस्ट इन ब्रीड चुना गया। उसके अलावा गोआ का बॉक्सर ब्रीड का डॉग दूसरे नंबर पर रहा। तीसरे नंबर पर कोलकाता का कॉकर स्पैनियल रहा। चौथे नंबर पर लुधियाना से लाया गया जर्मन शैफर्ड था। पांचवें नंबर पर जगदेव सिंह का लैब्राडॉर रहा।
सोनू का कॉकर स्पैनियल रहा बेस्ट इन ब्रीड
डॉग शो में अलग-अलग ब्रीड के डॉगका अलग से कंपीटिशन हुआ। इसमें इंग्लिश कॉकर स्पैनियल कैटेगरी में चंडीगढ़ के सोनू का डॉग बेस्ट इन ब्रीड चुना गया। सोनू ने बताया कि वे इस डॉग को कोलकाता से लेकर आए थे।
तीन घंटे लगते हैं तैयार करने में...
सोनू ने बताया कि इस डॉग की रखरखाव में सिर्फ पैसा ही नहीं बल्कि टाइम भी काफी देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस डॉग को हर दो-तीन बाद नहलाना पड़ता है। हर बार नहाने के बाद उसे तैयार करने में लगभग तीन घंटे का टाइम लगता है। सोनू ने बताया कि उसने बालों का काफी ध्यान रखना पड़ता है। उसे खाना खिलाने और पानी पिलाने से पहले उसके कानों को बांधना पड़ता है ताकि वे खराब न हों।
डॉग शो में स्ट्रे डॉग्स को अडॉप्ट करने पहुंचे लोग
डॉग शो में हमेशा की तरह इस बार भी महंगी ब्रीड के कुत्तों को खरीदने के लिए लोग हजारों रुपए खर्च कर रहे थे। हालांकि कई लोगों को चालान भी काटे गए। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने स्ट्रे डॉग्स को अडॉप्ट किया। डॉग शो में एनिमल हस्बेंडरी डिपार्टमेंट की ओर से एसपीसीए एनिमल अडॉप्शन कैंप लगाया गया। यहां स्ट्रे डॉग्स की फ्री में अडॉप्शन करवाई जा रही है। कैंप में 14 स्ट्रे डॉग्स को लोगों ने अडॉप्ट किया। इसके अलावा 4 खरगोश भी अडॉप्ट किए गए।
चंडीगढ़.सेक्टर-32 के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल में महिला डॉक्टरों के साथ ही न सिर्फ छेड़छाड़ हुई, बल्कि उनके ऊपर कोल्ड ड्रिंक तक फेंकी गई। उनका सामान फेंका गया। सबकुछ किया सेक्टर-32 के सरकारी अस्पताल के मेडिसन के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर अनिकेत सैणी ने। उनके खिलाफ सेक्टर-32 अस्पताल के डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रोफेसर बीएस चवन ने अपने सुपरिंटेंडेंट के जरिए शिकायत दी।
थाना 34 पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ महिला डॉक्टरों से शारीरिक छेड़छाड़ करने, उनसे मिसबिहेव करने और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। अभी आरोपी डॉक्टर अनिकेत को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। शिकायतकर्ता लेडी डाॅक्टर ने सुपरिंटेडेंट को दी शिकायत में कहा कि शुक्रवार शाम को उनकी ड्यूटी जीएमसीएच-32 की मेडिसन इमरजेंसी में लगी हुई थी। आरोप है कि शराब के नशे में धुत मेडिसन के सीनियर रेजीडेंट डाॅक्टर अनिकेत सैणी इमरजेंसी में आए। उन्होंने इमरजेंसी में आकर हंगामा किया और उसकी बाजू पकड़कर छेड़छाड़ करने लगा।
विरोध किया तो डाॅक्टर अंकित सैनी ने उसके साथ मारपीट तक की। बचने के लिए वह डाॅक्टर रूम में चली गई। इस दौरान डाॅक्टर अनिकेत सैणी डाक्टर रूम में ही घुस आया। डॉक्टर सैणी ने कटोरी उठाई और दीवार पर फेंककर मारी। कटोरी दीवार पर लगते ही जूनियर डाॅक्टर अमन गर्ग कोलगी।
आरोप है कि डाॅक्टर ने उसकी बाजू पकड़कर बेइज्जत करना चाहा और इमरजेंसी में ड्यूटी करने में बाधा पहुंचाई। लेडी डाक्टर ने आरोप लगाया कि शराब के नशे में धुत डाॅक्टर ने अन्य दो महिला डाॅक्टर के साथ भी मिसबिहेव किया है। लेडी डाॅक्टर ने तुरंत लिखित में डाॅक्टर अनिकेत सैणी के खिलाफ जीएमसीएच 32 स्थित डायरेक्टर प्रिंसिपल के सुपरिंटेंडेंट को शिकायत दी। सुपरिंटेंडेंट ने मामले की जांच कर डाॅक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की शिकायत सेक्टर 34 थाना पुलिस को दी।
पुलिस कर रही आरोपी की तलाश... पुलिस ने आरोपी डॉक्टर अनिकेत के खिलाफ महिलाओं से छेड़छाड़ की धारा 354 ए और 354 बी के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस आरोपी डॉक्टर कि तलाश कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने महिला डॉक्टरों के बयान भी हासिल कर लिए है और अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज भी रिकवर करेगी। पुलिस के मुताबिक चूंकि डॉक्टर अनिकेत मौके पर पकड़ा नहीं गया, इसलिए अब यह पता लगाना मुश्किल है कि उसने शराब पी रखी थी या कुछ ओर नशा कर रखा था। सूत्रों के अनुसार आरोपी डॉक्टर पर पहले भी ऐसे आरोप लग चुके हैं।
मोहाली.शनिवार को फेज-7 में चिकन शॉप से 40 किलो प्याज चोरी हो गया। शॉप ऑनर रजिंदर सिंह ने बताया कि चोर दुकान से सिर्फ प्याज ही लेकर गए हैं।
रजिंदर ने बताया कि वे रोजाना मंडी से अपनी दुकान के लिए सामान मंगवाते हैं। शुक्रवार कोभी सामान मंगवाया था। गाड़ी वालादुकान के पीछे सामान रख कर चला गया। दुकान पर जब कारीगर आया तो उसने प्याज की बोरी तलाशी ताे नहीं मिली। रजिंदर का कहना है कि प्याज करीब तीन हजार रुपए का था।
खेल डेस्क.किंग्स इलेवन पंजाब ने पुराने होम ग्राउंड का साथ नहीं छोड़ने का फैसला किया है। आईपीएल सीजन-2020 में टीम अपने सभी 7 होम मैच आईएस बिंद्रा स्टेडियम मोहाली में ही खेलेगी। किंग्स इलेविन पंजाबके सीईओ सतीश मेनन ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मोहाली ही हमारा होम ग्राउंड रहेगा। हमने पिछले सीजन में लखनऊ ग्राउंड को एक ऑप्शन के तौर पर देखा था, लेकिन बात नहीं बनी।
टीम मैनेजमेंट ने ये भी साफ कर दिया कि कप्तानी पर फैसला ऑक्शन के बाद लिया जाएगा। इससे पहले बात हो रही थी कि रविचंद्रनअश्विन के दिल्ली के साथ जुड़ने के बाद लोकेश राहुल को कप्तानी का जिम्मा दिया जा सकता है, लेकिन मैनेजमेंट इस पर फैसला लेगा। इस बार अनिल कुंबले टीम के कोच हैं और वे कई बदलाव नए सीजन के लिए कर सकते हैं।
जॉन्टी रोड्स होंंगे टीम के फील्डिंग कोच
जॉन्टी रोड्स टीम के फील्डिंग कोच की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। दोनों इससे पहले मुंबई के साथ थे। हेड कोच अनिल कुंबले नए प्लेयर्स अपने साथ जोड़ना चाहेंगे और टीम के पास ऑक्शन के लिए 42.70 करोड़ रुपए पर्स में बचे हैं। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी जनरल पुनीत बाली ने कहा कि मोहाली में 7 मैच कराने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। एसोसिएशन ने हमेशा किंग्स इलेवन पंजाब को सपोर्ट किया है। यहां पर 7 मैच होने से फैंस को तो फायदा होगा ही, साथ में यंगस्टर्स को भी सीखने का मौका मिलेगा।
चंडीगढ़.देश में बच्चियों और महिलाओं के साथ अपराध की वारदातें बढ़ रही हैं, लेकिन कोर्ट भी अब इन मामलों के प्रति सख्त रवैया अपना रही है। जिला अदालत ने नाबालिग से रेप के एक मामले में अपराधी को 11 महीने में सजा सुना दी। इसी साल जनवरी महीने में एक पड़ोसी ने एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर दिया था।
अब जिला अदालत ने उस युवक को 20 साल की सजा सुनाई है। दोषी युवक मनीमाजरा का रहने वाला 19 साल का संजीव है। संजीव पर कोर्ट ने 57 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। जुर्माने की रकम में से 50 हजार रुपए पीड़िता को दिए जाने का कोर्ट ने फैसला सुनाया है।
कोर्ट ने संजीव को आईपीसी की धारा 376एबी(12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म) और 506 (धमकाना) के तहत सजा सुनाई है।
एक हफ्ते में दूसरी बार ऐसा फैसला... जिला अदालत ने एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार किसी अपराधी को रेप के मामले में 20 साल की सजा सुनाई है। पिछले हफ्ते कोर्ट ने नेपाल के कृष्ण लांबा को नाबालिग से रेप मामले में 20 साल की सजा का फैसला सुनाया था। कोर्ट ने 2 लाख 5 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया था। कृष्ण लांबा नाबालिग लड़की को घर से बहला-फुसला कर भगा कर ले गया था। इसके बाद उसने लड़की के साथ रेप किया था।
शिमला.एशिया का इकलौता ओपन एयर स्केटिंग रिंक स्केटिंग के लिए तैयार है। साफ मौसम ने रिंक में बर्फ जमाने में साथ दिया है। अमूमन स्केटिंग के लिए एक इंच मोटी बर्फ जमना स्केटिंग के लिए जरूरी होता है। बीते दिनों से यहां बर्फ जमाने का काम किया जा रहा था और रिंक पूरी तरह जम गया है। स्केटिंग के लिए ट्रायल भी करवाए गए हैं। इसके बाद अब सोमवार को स्केटिंग करने की तैयारी है।
आइस स्केटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन स्केटिंग क्लब द्वारा मेंबरशिप करवाई गई है। इसके लिए वयस्कों से पूरे सेशन के 2800 रुपए, जोड़ों से 3300 रुपए, वयस्क से आधे सेशन के लिए 2000 रुपए का शुल्क रखा है। वहीं बच्चों के लिए पूरे सेशन में 1600 रुपए का शुल्क और आधे सेशन के लिए 1000 रुपए शुल्क रखा है। अब तक स्केटिंग क्लब के पास 350 लोग स्केटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। स्केटिंग में शिमला के स्कूली छात्र काफी संख्या में हिस्से लेते हैं। स्कूलों में परीक्षाएं जैसे खत्म हो रही हैं, वैसे-वैसे अधिक छात्र स्केटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।
चाइनीज दुकानों से मिलते थे स्केट्सः स्केटिंग खेलने के लिए पहले शिमला की मालरोड की कुछ दुकानों में स्केट्स मिलते थे। मालरोड पर चार चाइनीज दुकानों में ये स्केट्स उपलब्ध रहते थे, जहां से स्केटिंग प्रेमी इनको खरीदते थे। लेकिन समय के साथ अब इन स्केट्स की दुकानें भी गायब हो गईं। अब शिमला आइस स्केटिंग क्लब अपनी ओर से भी स्केटिंग के लिए स्केट्स उपलब्ध करवा रहा है। इनमें वयस्कों के लिए स्केट्स 1500 रुपए में और बच्चों के लिए 1100 रुपए में स्केट्स रखे गए हैं। वहीं इनके लिए वयस्कों से 3000 रुपए और बच्चों से 2800 रुपए की सिक्योरिटी राशि भी ली जाती है।
आइस स्केटिंग क्लब शिमला के महासचिव भुवनेश बंगा का कहना है कि आइस स्केटिंग के लिए ग्राउंड तैयार कर दिया गया है। इसके लिए ट्रायल करवाए गए हैं। अगर मौसम इसी तरह अनुकूल बना रहा तो सोमवार से स्केटिंग शुरू हो जाएगी।
सेशन शुरू होते ही टाउनहॉल पर लगता था रेड बैलून
शिमला में स्केटिंग होने का संकेत देने के लिए टाउन हाल में एक लाल रंग का गुब्बारा लगाया जाता था। इससे लोगों को पता चल जाता था कि स्केटिंग शुरू हो गई है। हालांकि अब ये गुब्बारा काफी समय से नहीं लग रहा।
रिंक से जुड़ी खास बातें:
शिमला स्केटिंग एशिया के एकमात्र रिंक है जहां प्राकृतिक तौर पर बर्फ जमाई जाती है।
रिंक पर सुबह और शाम दो सेशन में होती है स्केटिंग।
1960-61 सर्वाधिक 165 सेशन हुए।
1977-78 में हुए118 स्केटिंग सेशन।
90 के दशक तक हर साल होते थे 110 से 120 सेशन।
इसके बाद घटने लगी सेशन की अवधि ।
साल 2017 में हुए मात्र 11 सेशन।
कई स्केटिंग स्पर्धाएं भी करवाई जाती हैं रिंक पर।
साल 2000 में रिंक में हुई थी पहली नेशनल आइस स्केटिंग चैंपियनशिप।
1920 में शुरू हुई थी शिमला में स्केटिंग
आइस स्केटिंग क्लब की शुरुआत 1920 में शुरू की गई। जहां आज स्केटिंग रिंक है, वहां कभी टेनिस कोर्ट हुआ करता था। ब्लेस्सिंगटन नामक एक अंग्रेज को स्केटिंग शुरू करने का श्रेय जाता है और इसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। ब्लेस्सिंगटन ने देखा कि सर्दियों में टेनिस कोर्ट के नलके और इसके आसपास का पानी जमा है। इसको देखते हुए ब्लेस्सिंगटन ने टेनिस कोर्ट को पानी से भर दिया जो पूरी तरह से जम गया। इसको देखकर ब्लेस्सिंगटन की खुशी का ठिकाना न रहा, उन्होंने इसको 1920 में स्केटिंग रिंक में बदल दिया और आइस स्केटिंग क्लब की स्थापना की। शिमला आइस स्केटिंग क्लब देश का पहला स्केटिंग क्लब था। दक्षिणी पूर्वी एशिया का अपनी तरह का पहला क्लब है जहां इस तरह प्राकृतिक तौर पर बर्फ जमाई जाती है। अंग्रेजों के समय में इस क्लब के सदस्य केवल यूरोपियन ही बनाए जाते थे, हालांकि बाद में शर्तों के साथ कुछ एक भारतीयों को इसमें शामिल कर दिया जाने लगा। आजादी के बाद स्केटिंग रिंक सभी खेल प्रेमियों के लिए खोल दिया गया।
90 के दशक तक 14 नवंबर से शुरू होती थी स्केटिंग
आइस स्टेकिंग रिंक में 90 के दशक तक 14 नवंबर से स्केटिंग शुरू हो जाती थी और फरवरी के अंत तक चलती थी। लेकिन अब इसकी अवधि घट रही है। रिंक के आसपास पेड़ों के कटान करने के बाद अब यहां धूप सीधे स्केटिंग पर पड़ रही है। वहीं मौसम में भी बदलाव हो रहा है। अब बर्फबारी का समय भी आगे खिसक गया है। इस कारण यहां समय पर अब बर्फ नहीं जम रही ।
जीरकपुर| चंडीगढ़-अंबाला हाईवे से लेकर पटियाला रोड तक करीब तीन किलोमीटर पीआर 7 पर पड़े गड्ढों को ठीक करने का काम गमाडा ने शुरू कर दिया है। यहां सड़क की हालत खराब थी। इस रोड पर इन गड्ढांे के कारण एक्सीडेंट भी हो रहे थे। कई गाड़ियों को नुकसान भी पहुंचा। धुंध के कारण हादसे बढ़ जाते अगर इसे ठीक नहीं किया जाता। इस रोड पर रोजाना हजारों लोग निकलते हैं। तीन किलोमीटर तक रोड ठीक होने से लोगांे ने राहत की सांस ली है।
नगर परिषद जीरकपुर की मंथली मीटिंग में स्ट्रे कैटल की समस्या को लेकर हाउस में मीटिंग की जाती और लोगों को आश्वासन दिए जाते हैं। इसके बावजूद नगर परिषद इस मामले में कुछ कर नहीं पा रही है। अब लोगों ने सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि गलियों, बाजारों,मोहल्लों में स्ट्रे कैटल के झुंड घूम रहे हैं। इसको लेकर जीरकपुर क्षेत्र के लोग परेशान हैं और समस्या हल न होने से रोष है।
लोगों को आए दिन इन स्ट्रे कैटल की वजह से मुसीबत झेलनी पड़ती है। स्ट्रे कैटल में ज्यादातर सांड हैं, जो कई लोगों को घायल भी कर चुके हैं। शहर में स्ट्रे कैटल की भरमार इतनी ज्यादा है कि शहर की लगभग हर सड़क पर ये घूमते मिल जाते हैं। गलियों व बाजारों में फिरते स्ट्रे कैटल जहां लोगों के लिए परेशानी बने हुए हैं, वहीं शहर में से गुजर रहे नेशनल हाईवे पर स्ट्रे कैटल अब तक कई हादसों का कारण बन चुके हैं। फिलहाल प्रशासन इस बारे में पूरी तरह लापरवाही बरत रहा है। शहर से गुजरने वाले दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे के साथ-साथ जीरकपुर-पटियाला रोड व शहर की अंदरूनी रोड्स पर भी स्ट्रे कैटल घूमते रहते हैं। इस कारण शहर के लोगों को अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर डर बना रहता है। इसी साल 13 जुलाई को सांड की टक्कर से 6 महीने की बच्ची की मौत होने पर भी नहीं सुधरे हालात बलटाना मेन मार्केट में बीते 13 जुलाई की रात 9.15 बजे सांड की टक्कर से 6 महीने की बच्ची की दर्दनाक मौत होने के बाद भी प्रशासन ने इससे सबक नहीं लिया।
बच्ची की मां उषा की दाईं जांघ की मेन हड्डी मंे बड़ा फ्रेक्चर हुआ था। उसे पीजीआई में लंबा इलाज कराना पड़ा। बड़ी बेटी रुचिका को भी चेहरे पर टांके लगे थे।
डेढ़ करोड़ से बनाई गोशाला का इस्तेमाल किया जाए...
लालड़ू में 25 एकड़ में गोशाला बनाई थी। इसके लिए पंजाब सरकार से करीब डेढ़ करोड़ रुपए भी जारी करवाए गए लेकिन कांग्रेस सरकार ने गोशाला की जगह किसी प्राइवेट व्यक्ति को सौंप दी है। न तो शहर से स्ट्रे कैटल हटाए जा रहे और न ही स्ट्रे डॉग्स।
एनके शर्मा, विधायक
लोग बोले-किसी और की भी जा सकती थी जान...
लोगों का कहना है कि स्ट्रे कैटल की समस्या के लिए सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है, क्योंकि डोमेस्टिक और कमर्शियल बिजली बिलों के साथ गायों की संभाल के नाम पर गाय टैक्स भी लिया जा रहा है, लेकिन गोवंश की संभाल के लिए कोई भी पुख्ता प्रबंध नहीं किए जा रहे हैं।
गंदगी में भी खाना तलाशने पहुंचते हैं स्ट्रे कैटल...
कुछ लोग गोशाला न जाकर सड़क पर ही स्ट्रे कैटल को हरा चारा व अन्य खाने की चीजें डाल देते हैं। इससे सड़कों पर स्ट्रे कैटल पहुंच रहे हैं। एरिया के लोगों ने डिप्टी कमिश्नर मोहाली और एसडीएम डेराबसी से मांग की है कि सफाई व्यवस्था और स्ट्रे कैटल की समस्या के समाधान के लिए अधिकारी ध्यान दें।
जीरकपुर के ढकोली में रिलायंस की ओर से एमसी की सड़कों तोड़कर ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) बिछाने का काम किया जा रहा है। इस काम में मशीन से जमीन में अंदर तार डालने के दौरान पानी की लाइनाें का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस कारण यहां तीन दिन से कई घरों में पानी नहीं पहुंचा है।
लोगाें ने इसकी शिकायत जीरकपुर एमसी को दी है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर पानी की पाइपलाइन ठीक नहीं की गई तो यहां ऑप्टिकल फाइबर केबल का काम रोका जाएगा। इस मामले में जीरकपुर नगर परिषद के प्रधान कुलविंदर सोही को शिकायत दी गई। सोही ने कहा कि पहले तो इनकी परमिशन चेक की जाएगी और साथ ही जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई करवाई जाएगी। अगर नहीं माने तो इनका सामान जब्त किया जाएगा।
बार-बार की जाती है सड़कों की खुदाई : अंडरग्राउंड ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के दौरान न तो यहां इनको पानी की लाइनों की जानकारी है। न ही सीवरेज लाइनाें की। इस काम को पूरा करने के लिए बार-बार सड़कों अाैर रास्तों की खुदाई की जाती है। सड़कों की मेंटिनेंस पर खर्च के अलावा खुदाई से हाेने वाली परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गुरु गोविंद सिंह नगर में सड़कों को तोड़ा...इस काम को करने के दौरान शहर में कई जगहों पर सड़क को भी नुकसान पहुंचा है। मशीन से सड़क के कई हिस्सों को तोड़कर काम किया जा रहा है। यहां गुरु गोविंद सिंह नगर के पास सड़क को इससे नुकसान पहुंचा है। सबसे जरूरी यहां सीवरेज की लाइन को भी नुकसान पहुंच सकता है। लोगांे ने कहा कि इस तरह एमसी के साथ लोगांे को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
सड़क पर केबल डालने के दौरान एक भी घर के पानी का कनेक्शन अगर टूटा है तो इसके लिए संबंधित कंपनी की जवाबदेही होगी। पूरे नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी। अगर नहीं माने ताे इनकी मशीनरी जब्त की जाएगी।
पंचकूला के सेक्टर 20 से सटे पंजाब क्षेत्र के पीरमुछल्ला की दर्जनों सोसायटीज़ और रेजिडेंशियल कॉलोनियों की सेहत सुधारने के लिए तीन साल पहले 25 एकड़ में नेचर पार्क बनाया गया। इस पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए गए।
फोरेस्ट डिपार्टमेंट पंजाब ने इस एरिया को सालों तक सुरक्षित रखा। इसकी हरियाली और वाइल्डलाइफ को सुरक्षित रखने के लिए यहां नेचर पार्क बनाया गया। पेड़ों को काटे बिना इसके स्वरूप को भी ज्यादा नहीं छेड़ा गया। पब्लिक के लिए जंगल के अंदर सैर करने के लिए ट्रैक बनाए गए और बैठने के लिए हट भी बनाई गई।
जब यह नेचर पार्क बना तो लोगों ने नगर परिषद जीरकपुर के साथ विधायक एनके शर्मा की इसको बनाने के लिए सराहना की।
यहां कचरा जीरकपुर एमसी की लापरवाही से नहीं बल्कि पंचकूला से रात के समय कई लोग ट्रॉलियों में फेंक रहे हैं। मैंने खुद कई ट्रॉलियों को पकड़ा भी है। पंचकूला प्रशासन के साथ इस संंबंध में बात की जा रही है।
-मनवीर सिंह गिल, ईओ, एमसी जीरकपुर
क्या कहा लोगों ने-
हमारी मांग है कि पीरमुछल्ला में नेचर पार्क के पास कहीं भी कचरा नहीं होना चाहिए। यहां से एमसी को कचरा उठाकर उसके लिए कहीं दूसरी जगह तलाशनी चाहिए। यह नेचर पार्क न सिर्फ पीरमुछल्ला के लोगों के लिए बल्कि पूरे जीरकपुर के लोगों के लिए बनाया गया है।
जीरकपुर मंे वीआईपी राेड पर बनी सोसायटीज की एसोसिएशंस के लोगों ने हाईवे अथॉरिटी को लिखा कि यहां मेट्रो के पास फुट ओवरब्रिज बने। चंडीगढ़-अंबाला रोड पर इस जगह फुट ओवरब्रिज बनान जरूरी हो गया है। तेज रफ्तार से चल रही गाड़ियों के बीच सड़क पार करना जान जोखिम में डालने के बराबर है।
शनिवार की रात चंडीगढ़ में काम करने वाले वीआईपी रोड निवासी तरुण कुमार सड़क पार करते समय यहां एक गाड़ी से टकरा गए। इससे पहले यहां हाईवे पर कई लोगांे को गहरी चोटें आई हैं। इससे पहले इसी रोड पर 9 अक्टूबर को बेस्ट प्राइज स्टोर के नजदीक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से करीब 42 साल के प्रवासी फूलबदन की मौत हो गई थी। इससे पहले इसी सड़क पर दो अन्य लोगों की जान जा चुकी है। फूलबदन रात करीब 11 बजे सड़क पार कर रहा था। अंबाला की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने हिट कर दिया। उसे गंभीर हालत में चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच में भर्ती किया गया। हाॅस्पिटल में उसकी मौत हो गई। इस जगह हादसे होने की आशंका बनी रहती है। फ्लाईओवर से उतरते समय हरेक गाड़ी 100 किलोमीटर की रफ्तार से ज्यादा तेज चलती है। यहां रास्ता पार करना खतरे से खाली नहीं है।
इसके लिए जगह तलाशी जा रही है। इसके बाद इस प्रोजेक्ट पर बात होगी। पब्लिक की सुविधा के लिए हरेक काम किया जाएगा।
डीसी के आदेश के 10 दिन बाद भी अभी तक रायपुररानी एरिया के 7 पोल्ट्री फार्म के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया। डीसी मुकेश कुमार अहुजा ने 29 नवंबर को जिले के रायपुररानी एरिया के 7 पोल्ट्री फार्म्स के खिलाफ मामला दर्ज करवाने को कहा था। उन पोल्ट्रीफार्म में प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से की गई जांच के दौरान वहां पर गंदगी, मरे हुए बर्ड्स, बर्ड्स के लिए गंदे पानी सहित कई तरह की कुव्यवस्थाएं पाई गईं थी। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर डीसी ने मामला दर्ज करने का आदेश जारी किए थे।
इनपर होनी है कार्रवाई: उमंग पोल्ट्री फार्म गढ़ी, नेचर पोल्ट्री फार्म दंदलावड़, उमंग फुड गढ़ी, एग्रो पोल्ट्री फार्म गोलपुरा, शर्मा पोल्ट्री फार्म गोलपुरा, सुपर पोल्ट्री फार्म बागवाला और अहलावत पोल्ट्री फार्म गोलपुरा पोल्ट्री फार्म्स के खिलाफ डीसी ने मामला दर्ज करने के लिए आदेश जारी किया।
पंचकूला | सेक्टर-5 महिला पुलिस थाने में महिला से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। महिला ने पुलिस को शिकायत दी है कि वह बार-बार हो रही छेड़छाड़ से तंग आ चुकी है। अब तो घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है। महिला की शिकायत पर पिंजौर के रहने वाले कैलाश चंद सैणी के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है। पिंजौर की एक काॅलोनी में रहने वाली महिला ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह अपने 2 बच्चों के साथ यहां रहती है। काम कर अपने घर का गुजारा करती है। ऐसे में पिंजौर का ही रहने वाला कैलाश चंद बार-बार उसके घर के पास के एरिया में आ जाता है और छेड़छाड़ करता है।
पिंजौर| पंचकूला वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन ने वक्फ कानून 2013 के विरोध में रोष मार्च निकाला और पिंजौर गार्डन के सामने वक्फ बोर्ड का पुतला फूंका। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचकूला वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के चेयरमैन शेर चंद चावला ने की।
प्रधान देव कुमार ने कहा कि जिस जमीन को वक्फ बोर्ड अपना बता रहा है, वह जमीन केंद्र सरकार की है। जिसे हमें बंजर के रूप में दिया गया था। हम ने सालों की मेहनत कर जमीन को रहने या व्यापार करने के काबिल बनाया है और आज वक्फ के लोग आकर कहते हैं कि यह जमीन उनकी है। उन्होंने कहा कि हम पिछले कई सालों से केंद्र व राज्य सरकार से पूर्व की कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए गए कानून को खत्म करने का आग्रह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने नगर निकाय, कस्टोडियन व अन्य विभागों की जमीन कब्जाधारी को दी है। उस तरह कुछ राशि देकर हम भी यह जमीन खरीदना चाहते हैं। आज हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सेंट्रल वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के आह्वान पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस मौके शेर चंद चावला, देव कुमार बिंदल, नरेन्द्र कुमार निक्का, पंकज, कृष्ण कुमार हैप्पी, हरभजन सिंह, गब्बर आदि मौजूद रहे।
पिंजौर| पंचकूला वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन ने वक्फ कानून 2013 के विरोध में रोष मार्च निकाला और पिंजौर गार्डन के सामने वक्फ बोर्ड का पुतला फूंका। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचकूला वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के चेयरमैन शेर चंद चावला ने की।
प्रधान देव कुमार ने कहा कि जिस जमीन को वक्फ बोर्ड अपना बता रहा है, वह जमीन केंद्र सरकार की है। जिसे हमें बंजर के रूप में दिया गया था। हम ने सालों की मेहनत कर जमीन को रहने या व्यापार करने के काबिल बनाया है और आज वक्फ के लोग आकर कहते हैं कि यह जमीन उनकी है। उन्होंने कहा कि हम पिछले कई सालों से केंद्र व राज्य सरकार से पूर्व की कांग्रेस सरकार की ओर से बनाए गए कानून को खत्म करने का आग्रह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार ने नगर निकाय, कस्टोडियन व अन्य विभागों की जमीन कब्जाधारी को दी है। उस तरह कुछ राशि देकर हम भी यह जमीन खरीदना चाहते हैं। आज हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सेंट्रल वक्फ लैंड होल्डर्स एसोसिएशन के आह्वान पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस मौके शेर चंद चावला, देव कुमार बिंदल, नरेन्द्र कुमार निक्का, पंकज, कृष्ण कुमार हैप्पी, हरभजन सिंह, गब्बर आदि मौजूद रहे।
पिंजाैर| पिंजाैर का शहबाज सिंह हरियाणा का सबसे कम आयु का पहला न्यूक्लियर मेडिसन छात्र बना। हरियाणा में पहली बार किसी छात्र ने बीएआरसी (भाभा आॅटोमेटिक रिसर्च सेंटर) मुंबई का एंट्रेंस टेस्ट क्लीयर कर एमएससी (न्यूक्लियर मेडिसन) में 21 साल की आयु में एडमिशन लेकर पिंजौर शहर का नाम रोशन किया। शहबाज सिंह हरियाणा शिक्षा बोर्ड के लेक्चरर करनैल सिंह का बेटा है।
वाॅटर प्यूरीफायर की मेंटेनेंस के लिए एनुअल मेंटेनेंस चार्ज लिया गया और उसके बावजूद प्यूरीफायर की सर्विस नहीं की। जिसके बाद कंज्यूमर फोरम ने पुनीत इंटरप्राइजेज पर 8 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। पिंजौर के हिमशिखा की नविता ने पिंजौर रतपुर कॉलोनी स्थित पुनीत इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर पुनीत चावला से वाॅटर प्यूरीफायर का एनुअल मेंटेनेंस पैकेज लिया। जिसके तहत कंज्यूमर ने 3500 रुपए बतौर एनुअल मेंटेनेंस चार्ज दिया जो कि 5 मार्च 2017 से 4 मार्च 2019 तक वैलिड था। एनुअल मेंटेनेंस पैकेज के तहत अंतिम 10 महीने में वाॅटर प्यूरीफायर की मेंटेनेंस का काम नहीं हुआ। ऐसे में कंज्यूमर ने कई बार इंटरप्राइजेज के कर्मचारी से लेकर मालिक को इसकी सूचना दी, लेकिन उन्होंने कंज्यूमर की एक नहीं सुनी। यहां तक कि काफी ज्यादा शिकायत होने के बाद कंज्यूमर का फोन उठाना भी बंद कर दिया। हारकर कंज्यूमर किसी अनजान फोन नंबर से पुनीत इंटरप्राइजेज के ऑफिस में फोन कर मामले की शिकायत करते हुए एनुअल मेंटेनेंस चार्ज के तहत लिए गए पैसे वापस करने को कहा गया। जवाब में उन्होंने पैसा वापस करने की बात भी कही। बावजूद इसके कंज्यूमर को न ही उसका पैसा वापस मिला और न ही उसे सर्विस मिल पाई। जिसके बाद कंज्यूमर ने मामले की शिकायत कंज्यूमर फोरम में दी। फोरम के प्रधान सतपाल, सदस्य डॉ. पवन कुमार सैनी और डॉ. सुषमा गर्ग की बेंच ने मामले में फैसला सुनाया।
पुनीत इंटरप्राइजेज ने नहीं रखा अपना पक्ष...
प्रोसिडिंग के मुताबिक कंज्यूमर फोरम में मामले की सुनवाई के लिए कंज्यूमर फोरम की ओर से नोटिस भेजकर पुनीत इंटरप्राइजेज को अपना पक्ष रखने को कहा गया। एक महीने बीतने के बाद भी उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दायर किया गया और न ही उनकी ओर से कोई कंज्यूमर फोरम के समक्ष हाजिर हुआ। ऐसे में फोरम ने 27 सितंबर 2019 को नोटिस जारी कर पुनीत इंटरप्राइजेज को एक्स पार्टी घोषित करते ही मामले की सुनवाई जारी रखी।
सिटी रिपोर्टर | पंचकूला
वाॅटर प्यूरीफायर की मेंटेनेंस के लिए एनुअल मेंटेनेंस चार्ज लिया गया और उसके बावजूद प्यूरीफायर की सर्विस नहीं की। जिसके बाद कंज्यूमर फोरम ने पुनीत इंटरप्राइजेज पर 8 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। पिंजौर के हिमशिखा की नविता ने पिंजौर रतपुर कॉलोनी स्थित पुनीत इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर पुनीत चावला से वाॅटर प्यूरीफायर का एनुअल मेंटेनेंस पैकेज लिया। जिसके तहत कंज्यूमर ने 3500 रुपए बतौर एनुअल मेंटेनेंस चार्ज दिया जो कि 5 मार्च 2017 से 4 मार्च 2019 तक वैलिड था। एनुअल मेंटेनेंस पैकेज के तहत अंतिम 10 महीने में वाॅटर प्यूरीफायर की मेंटेनेंस का काम नहीं हुआ। ऐसे में कंज्यूमर ने कई बार इंटरप्राइजेज के कर्मचारी से लेकर मालिक को इसकी सूचना दी, लेकिन उन्होंने कंज्यूमर की एक नहीं सुनी। यहां तक कि काफी ज्यादा शिकायत होने के बाद कंज्यूमर का फोन उठाना भी बंद कर दिया। हारकर कंज्यूमर किसी अनजान फोन नंबर से पुनीत इंटरप्राइजेज के ऑफिस में फोन कर मामले की शिकायत करते हुए एनुअल मेंटेनेंस चार्ज के तहत लिए गए पैसे वापस करने को कहा गया। जवाब में उन्होंने पैसा वापस करने की बात भी कही। बावजूद इसके कंज्यूमर को न ही उसका पैसा वापस मिला और न ही उसे सर्विस मिल पाई। जिसके बाद कंज्यूमर ने मामले की शिकायत कंज्यूमर फोरम में दी। फोरम के प्रधान सतपाल, सदस्य डॉ. पवन कुमार सैनी और डॉ. सुषमा गर्ग की बेंच ने मामले में फैसला सुनाया।
कंज्यूमर को सर्विस देने में लापरवाही बरती गई...
फोरम की ओर से दिए गए फैसले में यह साफतौर पर कहा गया कि कंज्यूमर को सर्विस देने में लापरवाही बरती गई है। ऐेसे में फोरम की ओर से दिए गए फैसले में पुनीत इंटरप्राइजेज को एनुअल मेंटेनेंस चार्ज के नाम पर लिए गए 3500 रुपए 9 प्रतिशत ब्याज सहित लौटाने को कहा। साथ ही कंज्यूमर को हुई मानसिक व शारीरिक परेशानी के तहत 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया। मुकदमा राशि के तहत 3 हजार रुपए का जुर्माना लगाया और 1 में कंज्यूमर को दिए जाने का फैसला सुनाया।
मां मनसा देवी मंदिर के परिसर में बनने वाले आयुर्वेद इंस्टीट्यूट का काम नए साल से शुरू हो जाएगा। पिछले हफ्ते केंद्रीय आयुष मंत्री ने दिल्ली में डिफेंस ऑफिसर्स के साथ मीटिंग की। मीटिंग में पंचकूला के आयुर्वेद इंस्टीट्यूट पर भी बात हुई। मीटिंग के मुताबिक इस महीने तक डिफेंस की ओर से प्रोजेक्ट शुरू किए जाने के लिए क्लीयरेंस दे दी जाएगी। नए साल से आयुष विभाग की ओर से प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। एनआईए जयपुर के डायरेक्टर डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि केंद्रीय आयुष मंत्री की दिल्ली में डिफेंस ऑफिसर्स के साथ मीटिंग हुई। मीटिंग में डिफेंस क्लीयरेंस को लेकर बातचीत हुई। जल्द ही क्लीयरेंस मिल जाने पर उम्मीद है कि नए साल से प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
5 फ्लोर्स की बिल्डिंग बनाई जाएगी
मिनिस्ट्री ऑफ आयुष की ओर से एमडीसी माता मनसा देवी मंदिर परिसर में 20 एकड़ जमीन में 500 करोड़ रुपए की लागत से आयुर्वेद इंस्टीट्यूट बनेगा। इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ आयुष की ओर से दिल्ली की वेबकॉस कंपनी को काम दिया गया है। आयुर्वेद इंस्टीट्यूट प्रोजेक्ट के तहत 5 फ्लोर्स की बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा।
पहले फेज के तहत 278 करोड़ खर्च होंगे
500 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में पहले फेज के तहत 278 करोड़ रुपए खर्चे जाएंगे। मिनिस्ट्री ऑफ आयुष की अब तक की प्लानिंग के मुताबिक 250 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। साथ ही आयुर्वेदिक इंस्टीट्यूट को 60 स्टूडेंट्स के बैच से शुरू किया जाएगा और धीरे-धीरे क्लासरूम की संख्या बढ़ाई जाएगी।
इसलिए एनओसी जरूरी... डिफेंस एरिया 100 मीटर के दायरे में किसी भी तरह के निर्माण के लिए परमिशन लेना होता है।
डिफेंस एरिया के साथ लगते बॉर्डर में कितने फ्लोर्स की बिल्डिंग बना सकते हैं यह डिफेंस की ओर से बताया जाता है।
डिफेंस एरिया से लगते बॉर्डर की ओर से क्राउडेड ब्लॉक बनाए जाएं या नहीं यह डिफेंस से विचार कर प्लानिंग होगी।
डिफेंस की ओर से इंटर्नल सर्वे और उसकी रिपोर्ट तैयार कर उसके बाद मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की ओर से एनओसी जारी की जाती है।
12 फरवरी को प्रधानमंत्री ने रखी थी नींव... 12 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुरूक्षेत्र से ही डिजिटल लिंक के जरिए आयुर्वेदिक इंस्टीट्यूट की नींव रखी थी। इस मौके पर केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग 24 महीने में तैयार होने का दावा किया गया था। हैरानी की बात यह है कि नींव रखने के बाद 4 महीने बित चुके हैं और अभी तक इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं पाया है।
8 महीने पहले किया था आवेदन
इंस्टीट्यूट की जगह आर्मी एरिया के बॉर्डर से लगती है। ऐसे में डिफेंस बॉर्डर एरिया के पास मल्टीपल स्टोरी बिल्डिंग बनाने से पहले मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस से परमिशन लेनी पड़ती है। पंचकूला आयुष इंस्टीट्यूट की जगह के पास चंडीमंदिर कैंटोनमेंट का बॉर्डर एरिया पड़ता है। जिसके बाद आर्मी ने मौके का विजिट किया और डिफेंस क्लीयरेंस लेने के बाद ही काम शुरू किए जाने की बात कही। करीब 8 महीने पहले डिफेंस क्लीयरेंस के लिए आवेदन दिए जा चुका है।
शहर को पीने का पानी सप्लाई करने के लिए बनाए गए कौशल्या डैम से पिछले 14 महीने के दौरान सप्लाई बंद पड़ी है। एचएसवीपी के अफसरों की लापरवाही के शहर के लोगों को इस साल गर्मियों में ये पानी नहीं मिल पाया और अब सर्दियों में भी ये सप्लाई नहीं मिल पाएगी।
लेकिन अब 14 महीने के बाद एचएसवीपी का इंजीनियरिंग विंग अपनी गलती को सुधार रहा है। जिसके चलते अब कौशल्या डैम के पानी के लिए अलग से 300 मीटर की नई लाइन डाली जाएगी, जिसकी लोकेशन अौर एरिया में भी बदलाव होगा। 24 सितंबर 2018 को कौशल्या डैम से ज्यादा पानी छोड़ा गया था। जिसके कारण यहां कई मकान बह गए थे, जबकि हाईवे का एक हिस्सा भी टूट गया था। इसके साथ ही एचएसवीपी की पाइप लाइन भी टूट गई थी।
ये लाइन हाईवे के साथ-साथ डाली गई थी। लाइन टूटने के कारण कौशल्या डैम से पानी की सप्लाई शहर में नहीं हो पाई है। इंजीनियरिंग विंग के अफसरों को कोई भी मतलब नहीं है कि शहर के लोगों को परेशानी हो या न हो। गर्मियों में एसी और सर्दियों में हीटर रूम में बैठने वाले इन अफसरों ने पिछले 14 महिने के दौरान हाईवे से परमिशन तक नहीं ली। हाईवे अथॉरिटी को इस बारे में लेटर लिखा गया, लेकिन उसके बाद कोई भी फालोअप नहीं किया गया। शहर में पानी की परेशानी पूरी गर्मियों के दौरान रही है। इंजीनियरिंग विंग को अब यहां लाइन की डायरेक्शन में चेंज करने की जरूरत है। जब पहले ही इस बात का पता था तो हाईवे अथॉरिटी के भरोसे क्यों रहे। यहां लाइन को एक वॉल डलने के बाद दोबारा डाला जा सकता था, लेकिन इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके लिए इंजीनियरिंग विंग के अधिकारी जिम्मेदार हैं।
ज्यादा पानी छोड़ने पर हाईवे का एक हिस्सा टूट गया था
300 मीटर एरिया में डलेगी लाइन
इंजीनियरिंग विंग की ओर से पूरी प्लानिंग बदली जा रही है। जिसके चलते 300 मीटर के एरिया में दोबारा से नई पाइप लाइन डाली जाएगी। इसकी डायरेक्शन में बदलाव किया जा रहा है। लोकेशन को चेंज भी किया जा रहा है। क्योंकि हाईवे के साथ-साथ जहां पहले लाइन थी वो अब वहां नहीं होगी। इसके लिए कुछ दिन पहले ही सर्वे किया गया है, अब एक एजेंसी से काम करवाया जा रहा है, ताकि लाइन और पाइप की क्वालिटी को तय किया जा सके।
कजौली से भी बढ़ाई पानी की सप्लाई... हाल ही में कजौली से आने वाले पानी की सप्लाई को बढ़ाकर 8 करोड़ 16 लाख लीटर किया गया है। अब कजौली से पंचकूला को आने वाला पानी बढ़ गया है। जिसके चलते शहर के 394 ट्यूबवेलों में से 60 को बंद किया गया है। ऐसे में वॉटर लेवल बढ़ेगा और सप्लाई के साथ-साथ प्रेशर भी कजौली से पूरा होगा। ऐसे कौशल्या की सप्लाई जब शुरू हो, तो ट्यूबवेलों को पंचकूला ज्यादा डिपेंड नहीं होगा। ऐसे में शहर के 2 दर्जन सेक्टरों को इस पानी से सप्लाई दी जा सकती है।
अमित शर्मा | पंचकूला
शहर को पीने का पानी सप्लाई करने के लिए बनाए गए कौशल्या डैम से पिछले 14 महीने के दौरान सप्लाई बंद पड़ी है। एचएसवीपी के अफसरों की लापरवाही के शहर के लोगों को इस साल गर्मियों में ये पानी नहीं मिल पाया और अब सर्दियों में भी ये सप्लाई नहीं मिल पाएगी।
लेकिन अब 14 महीने के बाद एचएसवीपी का इंजीनियरिंग विंग अपनी गलती को सुधार रहा है। जिसके चलते अब कौशल्या डैम के पानी के लिए अलग से 300 मीटर की नई लाइन डाली जाएगी, जिसकी लोकेशन अौर एरिया में भी बदलाव होगा। 24 सितंबर 2018 को कौशल्या डैम से ज्यादा पानी छोड़ा गया था। जिसके कारण यहां कई मकान बह गए थे, जबकि हाईवे का एक हिस्सा भी टूट गया था। इसके साथ ही एचएसवीपी की पाइप लाइन भी टूट गई थी।
ये लाइन हाईवे के साथ-साथ डाली गई थी। लाइन टूटने के कारण कौशल्या डैम से पानी की सप्लाई शहर में नहीं हो पाई है। इंजीनियरिंग विंग के अफसरों को कोई भी मतलब नहीं है कि शहर के लोगों को परेशानी हो या न हो। गर्मियों में एसी और सर्दियों में हीटर रूम में बैठने वाले इन अफसरों ने पिछले 14 महिने के दौरान हाईवे से परमिशन तक नहीं ली। हाईवे अथॉरिटी को इस बारे में लेटर लिखा गया, लेकिन उसके बाद कोई भी फालोअप नहीं किया गया। शहर में पानी की परेशानी पूरी गर्मियों के दौरान रही है। इंजीनियरिंग विंग को अब यहां लाइन की डायरेक्शन में चेंज करने की जरूरत है। जब पहले ही इस बात का पता था तो हाईवे अथॉरिटी के भरोसे क्यों रहे। यहां लाइन को एक वॉल डलने के बाद दोबारा डाला जा सकता था, लेकिन इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके लिए इंजीनियरिंग विंग के अधिकारी जिम्मेदार हैं।
ढाई करोड़ से मिलेगा दोबारा पानी
ढाई करोड़ रुपए का एस्टीमेट बनाया गया है। इंजीनियरिंग विंग की ओर से इस बारे में एस्टीमेट लेट करवाया गया। एस्टीमेट बनाए जाने के बाद ही इसकी अप्रूवल मिलनी थी, लेकिन अफसरों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा ये फाइल देरी से एडमिनिस्ट्रेटर के पास भेजी गई। जिसके चलते अब दिसंबर में टेंडर और जनवरी में वर्क अलॉट होगा। ये काम 3 महीने में पूरा किया जाएगा, लिहाजा वर्ष 2020 की गर्मियों में यहां से पानी मिलने लगेगा।
8 से 9 महीने तक हर साल कौशल्या डैम से पानी मिलता है
पिछले कुछ दिन से शहर में क्राइम बढ़ गया है। क्योंकि पुलिस अब गश्त, पेट्रोलिंग करने की बजाय सीसीटीवी कैमरों पर डिपेंड हो गई है। शहर में आए दिन स्नैचिंग और चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार रात सेक्टर-16 की मार्केट में मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल के साथ लूट हो गई। जिसके बाद रविवार को पूरा दिन पुलिस की टीम मार्केट एरिया के आसपास मकानों के सीसीटीवी कैमरों को चेक करती रही। साइबर सेल टीम ने मोबाइल डंप उठाए और कई लोगों से पूछताछ की। लेकिन उसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सेक्टर-16 मार्केट स्थित मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल ने बताया कि शनिवार शाम एक ग्राहक आया हुआ था। इसलिए टाइम लग गया। जब वो सामान देने के बाद शोरूम बंद करने के लिए बैक साइड पहुंचे तो 2 युवक आए। वह हेमंत के पास आए, उनके हाथ में पिस्टल थी। उन्होंने हेमंत से कहा कि कैश बैग, गाड़ी की चाबी, पर्स दे दें। अगर ऐसा नहीं किया तो गोली मार देंगे। उसके बाद हेमंत और उसकी दुकान में काम करने वाले लड़के को दुकान में बंद कर दिया गया।
सीसीटीवी फुटेज चेक कर रही पुलिस...
रविवार दिनभर पुलिस की टीम मार्केट की बैक साइड बने मकानों के सीसीटीवी कैमरों को चेक करती रही, लेकिन लुटेरों के व्हीकल का पता नहीं चल पाया। सीसीटीवी कैमरों से सिर्फ ये पता चल पाया कि लुटेर एक्टिवा पर आए थे। यहां वारदात करने से पहले वह सेक्टर 9/15 डिवाइडिंग रोड से आकर खड़े हुए थे। वारदात के बाद वह यहां से सेक्टर-16 के गेट नंबर 2 से होते हुए अभयपुर की ओर चले गए। इस सड़क के आसपास के एरिया में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है।
यहां हो चुकी हैं वारदात
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पास स्नैचिंग, सेक्टर-7 में स्नैचिंग की 2 वारदात, रायपुररानी एरिया में लोगों के अपने घरों में सोने के दौरान चोरी होने के मामले अभी तक सुलझ नहीं पाए हैं।
क्राइम रिपोर्टर | पंचकूला
पिछले कुछ दिन से शहर में क्राइम बढ़ गया है। क्योंकि पुलिस अब गश्त, पेट्रोलिंग करने की बजाय सीसीटीवी कैमरों पर डिपेंड हो गई है। शहर में आए दिन स्नैचिंग और चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार रात सेक्टर-16 की मार्केट में मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल के साथ लूट हो गई। जिसके बाद रविवार को पूरा दिन पुलिस की टीम मार्केट एरिया के आसपास मकानों के सीसीटीवी कैमरों को चेक करती रही। साइबर सेल टीम ने मोबाइल डंप उठाए और कई लोगों से पूछताछ की। लेकिन उसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सेक्टर-16 मार्केट स्थित मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल ने बताया कि शनिवार शाम एक ग्राहक आया हुआ था। इसलिए टाइम लग गया। जब वो सामान देने के बाद शोरूम बंद करने के लिए बैक साइड पहुंचे तो 2 युवक आए। वह हेमंत के पास आए, उनके हाथ में पिस्टल थी। उन्होंने हेमंत से कहा कि कैश बैग, गाड़ी की चाबी, पर्स दे दें। अगर ऐसा नहीं किया तो गोली मार देंगे। उसके बाद हेमंत और उसकी दुकान में काम करने वाले लड़के को दुकान में बंद कर दिया गया।
क्राइम ब्रांच कर रही जांच
वारदात सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया गया है। रविवार को सेक्टर-16 के एरिया से मोबाइल डंप उठाया है। अभयपुर की ओर जाने वाली रोड से भी डंप लिए गए हैं।
जीरकपुर-पंचकूला रोड पर आरओबी के पास अजीत एन्क्लेव के बाहर एक बिल्डिंग को पहले तो अवैध तरीके से बनाया गया। तब भी नगर परिषद ने कोई कार्रवाई नहीं की। शनिवार की रात को उस बिल्डिंग में पानी देने के लिए चोरी से कनेक्शन जोड़ा जा रहा था। लोगों ने हंगामा किया तो एमसी की टीम मौके पर पहुंची और पाइपलाइन उखाड़ कर ले गई। यहां के रेजिडेंट्स ने कहा कि पानी के लिए जो पाइप डाली जा रही थी, वो एमसी की वाटर सप्लाई लाइन से ज्यादा क्षमता वाली डाली जा रही थी।
अवैध बिल्डिंग को पानी का कनेक्शन नहीं दिया जाना चाहिए। यह बिल्डिंग कमर्शियल बनी है। इसे गिराने का काम किया जाना चाहिए था लेकिन एमसी ने इस पर कार्रवाई नहीं की और पानी, सीवरेज के कनेक्शन भी चोरी से जोड़ा जा रहा है। लोगों ने एमसी प्रधान कुलविंदर सोही, ढकोली के पार्षद धर्मेंद्र कुमार, एमसी के ईओ और जेई तक को फोन किया। काफी हंगामा होने के बाद एमसी की टीम मौके पर पहुंची।
चंडीगढ़ में रेहड़ी-फड़ियों पर सख्ती बरतकर प्रशासन ने लोगों को राहत दी है लेकिन जीरकपुर में रेहड़ी-फड़ी वालों की मस्ती है। चंडीगढ़ में रेहड़ी-फड़ी वालों पर सख्ती के बाद जीरकपुर में रेहड़ी वालों की संख्या बढ़ गई है। जीरकपुर ही एक एेसा शहर है जहां एमसी रेहड़ी-फड़ी वालों के खिलाफ मन से कार्रवाई नहीं कर रही है। दो दिन पहले यहां बलटाना फर्नीचर मार्केट में एमसी की टीम ने कार्रवाई की। रविवार को यहां पहले की तरह ही सामान सड़कों पर सजा नजर आया। इसी तरह रेहड़ी-फड़ी वालों की भी यहां पूरी मौज है, लेकिन आम जनता इनसे परेशान है।
दस-दस फीट तक किया गया है कब्जा... मेन मार्केट में सड़क पर दस-दस फीट तक कब्जा किया गया है। इनकी वजह से अब पब्लिक को चलने तक के लिए जगह नहीं मिलती है। इस संबंध में एमसी के ईओ सुखजिंदर सिंह ने कहा कि लगातार कार्रवाई हो रही है। यहां पर भी कारवाई होगी। इंक्रोचमेंट को बढ़ावा देने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। इन्हें हटाने के लिए भी टीम लगा दी गई है, जल्द कार्रवाई होगी।
पंचकूला | सेक्टर 5 के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में डिस्ट्रिक्ट लेवल तीन दिवसीय गीता जयंती समारोह का समापन समारोह आयोजित किया गया। समापन समारोह पर मुख्यातिथि हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता रहे। उन्होंने नारियल फोड़कर इंद्रधनुष ऑडिटोरियम सेक्टर 5 में शोभायात्रा का शुभारंभ किया। शोभायात्रा सेक्टर 4, 8, 9, 10 अौर 11 होती हुई वापिस इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में खत्म हुई। शोभायात्रा में अलग-अलग धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की झाकियां भी निकाली गई। गीता जयंती के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
पंचकूला | सेक्टर 2 के राम मंदिर में उत्तर भारत में पहली बार अखंड होम आत्मक श्रीराम यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। सातवें दिन की कथा में व्यास परम वंदनीय राजेंद्र प्रसाद पांडे ने कथा का श्रवण कराते हुए कि श्री राम ने अपने जीवन से ज्ञात कराया कि भरत मिलाप एक जीव और परमात्मा का मिलन है। जिस जीव को भगवत प्राप्ति हो जाती है वह जीव धन्य हो जाता है। जब भरत भाई शत्रुघ्न और परिवार सहित रामचंद्र को मिलने गए तो उन्होंने पूर्ण जोर लगाया कि हश्र पूर्ति बोले भैया हमारे धर्म प्राय पिता स्वर्ग सिधार गए। मेरी माता ने जो पाप किया है उसके कारण मुझ पर भारी कलंक लगा हुआ है। मैं किसी को अपना मुख्य नहीं दिखा सकता, मैं आपकी शरण में आ गया हूं, आप अयोध्या का राज्य संभाल कर मेरा उद्धार करें संपूर्ण मंत्रिमंडल तीनों माताएं गुरु वशिष्ठ आदि सब यही प्रार्थना लेकर आपके पास आए हैं। मैं आपका छोटा भाई हूं आपके पुत्र के समान हूं। माता के द्वारा मुझ पर लगाए गए कलंक को धो कर मेरी रक्षा करें। जब राम भरत मिलाप हुआ तो भरत राम से लिपट कर रोने लगे वह दृश्य बहुत मार्मिक था, भरत ने राम से कहा कि अयोध्या पर राज करने का अधिकार सिर्फ आपको है। आप की जगह कोई भी नहीं ले सकता।
पंचकूला | सेक्टर 6 स्थित जनरल अस्पताल के सामने पहले को अनजान, गरीब लोगों के साथ केस काटा और उसके बाद उन्हें लंगर में खाना लिखाया। वहीं जब अपने हाथों से पिता बेटी ने लोगों को खाना खिलाया तो कहा कि, आप भी अपनी बेटियों को आगे बढाना। ये किसी से कम नहीं। असल में स्वामी देवी दयाल इंस्टीटयूशन के जनरल सेक्रेटरी अमित जिंदल की बेटी सुहावी का रविवार को जन्मदिन था। जिसके चलते हर बार की तरह जिंदल ने गरीबों के साथ केक कटवाया और लंगर लगाया।
इस बारें में अमित जिंदल ने बताया कि बेटियां घर का गहना है, बेटियों से ही घर रोशन होता है। रविवार को मेरी बेटी सुहावी जिंदल ने अपने 18वें जन्मदिन पर गरीब, जरूरतमंद लोगों के साथ केक काटा और लंगर बांटा है।
पंचकूला | गीता जयंती और एकादशी के अवसर पर व्यवसायी राकेश अग्रवाल ने अपनी धर्मप|ी के साथ 36वीं शादी की सालगिरह पर पौधा रोपण किया। उनकी ओर से सेक्टर 16 की पुलिस चौकी के आगे त्रिवेणी, गिलो और शहतूत के पौधे लगाए। इससे पहले अग्रवाल कई सामाजिक संस्थाओं के साथ धार्मिक व सामाजिक कामों को लेकर जरूरतमंदों की सेवा के लिए जुटे रहते है। उधर नगर सुधार सभा पंचकूला के चेयरमैन तरसेम गर्ग ने बताया कि रविवार के पौधरोपण पर सेक्टर 16 के चौकी इंचार्ज जसबीर सिंह ने भी सहयोग दिया और जो पौधे लगाए गए है उनकी देखभाल का जिम्मा भी लिया।
रविवार को सेक्टर 1 के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में इंडियन एक्स-सर्विसमेन मूवमेंट की ओर से सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार का मेन थीम था वार इन द आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एज। इस मौके पर 16 दिसंबर 1971 के दिन मनाए जाने वाले विजय दिवस के 48वें एनिवर्सरी की याद में उस समय शहीद हुए जवानों को याद किया गया। इसके अलावा विजय दिवस के दौरान कुछ यादों को ताजा किया गया। सेमिनार के दौरान रिटायर्ड आर्मी ब्रिगेडियर किरण कृषण ने बताया कि ह्यूमन इंटेलिजेंस को मशीन में ट्रांसफर किया जा रहा है और उससे वेपनाइजेशन को और स्ट्रॉन्ग किया जा रहा है। अगर बात अमेरिका और चीन की करें तो वेपनाइजेशन में हम काफी पीछे हैं। उनकी बराबरी करने में हमें करीब 20 साल लग जाएगा। हम हर क्षेत्र में उनसे पीछे हैं। खासकर रोबोटिक वेपन की बात करें या ड्रोन वेपन की बात करें हम हरेक क्षेत्र में उनसे पीछे हैं। 20 साल पहले चीन के उतना मजबूत नही था जितना आज मजबूत है।
सेक्टर 3 के ओलंपिक भवन में दो दिवसीय आल इंडिया स्के चैंपियनशिप का रविवार को शुभारंभ हो गया। इस चैंपियनशिप में अलग-अलग केटेगरी में मुकाबले करवाए गए। इस चैंपियनशिप का शुभारंभ स्के एसोसिएशन ऑफ हरियाणा के चेयरमैन अमन बोपाराय ने किया, जबकि भारत सरकार युवा मामले एवं खेल विभाग के सलाहकार लेफ्टिनेंट कर्नल रिटायर्ड अमरबीर सिंह और स्के फैडरेशन आफ इंडिया के महासचिव गैंड मास्टर मीर विशेष अतिथि रहे। पुलिस बैंड ने आए हुए अतिथियों और खिलाड़ियों का शानदार स्वागत किया। इसके बाद गीता के श्लोकों का उच्चारण कर हरियाणा में चल रही गीता जयंती महोत्सव की जानकारी दी गई। प्रतियोगिता में हरियाणा टीम के अलावा तेलंगाना, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली, दिल्ली, सिक्किम, पंजाब एवं आंध्र प्रदेश की टीमें भाग ले रही हैं। चेयरमैन अमन बोपाराय ने बताया कि गीता में खिलाड़ियों के लिए जीत का मंत्र है कि कर्म करो और फल का इच्छा मत रखो। खिलाड़ियों को अपनी बेस्ट परफार्मेंस देनी है। हरियाणा के सचिव हरीश कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता के अंदर इन सभी राज्यों से 150 के करीब लड़के व लड़कियां, कोच एवं मैनेजर भाग लेने पहुंचे हैं। इसमें 5 जोन की टीमें भाग ले रही हैं। पहली जोन में हरियाणा, तेलंगाना, चण्डीगढ़, दादरी, पंजाब एवं आंध्र प्रदेश और दूसरी जोन में उत्तराखंड, गोवा, झारखंड, मध्य प्रदेश, मनीपुर, बिहार एवं तीसरी जोन में राजस्थान, आसाम, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश एवं चौथी जोन में हिमाचल, केरला, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप से टीमों के बीच मुकाबले करवाये जा रहे हैं। इस प्रतियोगिता में जो खिलाड़ी प्रथम स्थान प्राप्त करेंगे, वह जम्मू एवं कश्मीर में मार्च में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
ये रहा चैंपियनशिप का रिजल्ट...
इस दौरान क्वान वन लड़के में शिवांकर प्रताप सिंह पंजाब प्रथम, राहुल तलवार दिल्ली द्वितीय, व्रिमदेव तेलगांना और आयुष चंडीगढ़ संयुक्त तौर पर तृतीय रहे, जबकि लड़कियों के मुकाबले में मनप्रीत प्रथम, निश्त फातिमा द्वितीय एवं रित्तिका एवं दिवांशी तृतीय रहीं। क्वान टू लड़कों में करन शर्मा प्रथम, हर्ष गोयल द्वितीय एवं भार्गव राम एवं साहिल तृतीय रहे। इसी तरह लड़कियों में डी ज्योति प्रथम, विष्णु द्वितीय एवं शीतल कुमारी एवं लक्ष्मी प्रसाना तृतीय रहे।सोमवार को फाइनल मुकाबले होंगे, जिसमें समापन समारोह में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता विजेताओं को सम्मानित करेंगे।
70 परसेंट कैंसर की पहचान 65 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों में की जा रही है। प्रोस्टेट कैंसर भारतीय पुरुषों में दूसरा सबसे आम कैंसर है, पहला नंबर फेफड़ों के कैंसर का है। यह मौत का छठा सबसे आम कारण है। यह कहना है डॉ. अभय गुप्ता, कंसल्टेंट यूरोलॉजी का, जिन्होंने बताया कि प्रोस्टेट कैंसर पश्चिमी देशों में सर्वाधिक पहचाने जाने वाले कैसर में से एक है। लेकिन भारत में इसकी पहचान में अक्सर देरी हो जाती है, क्योंकि रोगी चिकित्सक के पास तभी जाते हैं जब इसके लक्षण प्रकट हो जाते हैं। दरअसल, हरियाणा सरकार रिटायर्ड ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन,पंचकूला ने सेक्टर 26 के प्राइवेट अस्पताल के साथ मिलकर सेक्टर 8 में प्रोस्टेट और डायबिटिक समस्याओं पर एक कैंप का आयोजन किया। इस कैंप में डॉ. अभय गुप्ता, कंसल्टेंट यूरोलॉजी व डॉ. के.वी.एस हरि, डायबिटिक स्पेशलिस्ट शामिल थे।
65 साल के बाद रात को बार-बार पेशाब आने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा...
लाइफ स्टाइल में बदलाव आने और लोगों की औसत उम्र में वृद्धि होने के साथ भारत में प्रोस्टेट कैंसर की दर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। लेकिन इस प्रवृत्ति के प्रति अवेयरनेस के लेवल में इस दर से वृद्धि नहीं हुई है। डॉ. अभय ने बताया कि हमने हार्ट डिजीज और डायबिटीज पर अवेयरनेस के बारे काफी कुछ सुना है, लेकिन प्रोस्टेट कैंसर के बारे में ज्यादा बात नहीं की गई है। भारतीयों में कैसर के प्रारंभिक लक्षणों की उपेक्षा करने या गलत समझने की प्रवृत्ति होती है, जिसके कारण इसकी पहचान और इलाज में देरी हो जाती है और दवाइयां का प्रभाव कम हो जाता है। -डॉ. अभय गुप्ता
65 साल से अधिक उम्र के किसी पुरुष को बार बार विशेष रूप से रात में पेशाब करने की जरूरत महसूस हो, मूत्र धारा कमजोर या बाधित हो और मूत्र या वीर्य में खून आता हो तो इन लक्षणों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इन लक्षणों को प्रोस्टेट कैंसर के सबसे प्रमुख संकेत के रूप में माने जाने के बावजूद इन लक्षणों की अक्सर अनदेखी की जाती है और बुढ़ापे को दोषी ठहराया जाता है। 10 में से 9 मामलों में जल्दी पता लगने पर इलाज से लंबे समय तक के लिए बीमारी से निजात मिल सकती है। लेकिन शीघ्र पहचान के लिए बीमारी के बारे में और उसकी स्क्रीनिंग के तौर-तरीकों के बारे में अवेयरनेस काफी जरूरी है।
सेक्टर-20,21 की डिवाइडिंग बीच से टूटी जाहां से निकलना मुश्किल हो राहा है।
सिटी रिपोर्टर | पंचकूला
अरे बाबूजी... हम तो पहले ही सेक्टर 20 में अंडर पास नहीं बनने से परेशान है। अब तो यहां जो सड़कें बनी थी वो भी टूटनी शुरू हो गई है। अब कितनी बार कंप्लेंट करें अफसरों काे, इन्हें खुद भी तो दिखाई देता होगा कि सेक्टर 20 का कितना बुरा हाल हुआ पड़ा है। अभी तो सड़कों पर गड्ढे पड़ने शुरू हुए है, इंक्रोचमेंट देख लो, वो भी हटाई नहीं जाती। करोड़ों रुपए एप्पल मंडी पर लगा दिए है, लेकिन उसे चलाने के लिए क्यों नहीं काम किया जा रहा। सिर्फ दिखाने के लिए एप्पल मंडी तो बना दी, लेकिन इसके बनने से जो लोकल पब्लिक को दिक्कतें हो रही है उन्हें कौन दूर करेगा। यह कहना है सेक्टर 20 और सेक्टर 21 के लोगों का, जो इन दिनों टूटी सड़कों से लेकर सेक्टरों की मार्केटों में होने वाली इंक्रोचमेंट से परेशान है। लोगों का कहना है कि कई सालों से जो काम पूरे करने के लिए दावे किए गए थे, उन्हें शुरू तक नहीं करवाया जा रहा। जिन्हें शुरू करवाने के लिए विधायक पंचकूला से लेकर संबंधित अफसरों तक को कंप्लेंट दे चुके है।
विधायक से लेकर अफसरों के पास कंप्लेंट देने के बाद भी बेसिक सुविधाएं नहीं मिल रही
एंक्रोचमेंट के कारण शॉपकीपर्स को हो रही परेशानी...
पेरे शहर में इंक्रोचमेंट के कारण दुकानदार परेशान है। लाखों-करोडों रुपए खर्च कर शौरूम-बूथ लेकर बिजनेस करने के बाद भी अगर फुटपाथ और पार्किंग एरिया में इंक्रोचमेंट हो तो इससे परेशान होना लाजमी है। सेक्टर 20 में भी इतनी ज्यादा इंक्रोचमेंट है कि शॉप कीपर को काफी ज्यादा प्रोब्लम हो रही है और सबसे ज्यादा हरासमेंट भी इसी कारण है। सेक्टर 20 में सबसे ज्यादा लोग आते है और पार्किंग एरिया में लोगों को गाड़िया पार्क करने तक की जगह नहीं मिलती और ऐसे में पार्किंग एरिया के बीच में ही इल्लीगल स्टॉल लगे होने के कारण गाड़िया सड़कों पर खड़ी करनी पड़ती है। पंचकूला के दूसरे सेक्टरों की तरह सेक्टर 20 में भी इंक्रोचमेंट ड्राइव चलानी चाहिए, ताकि दुकानदारों को दिक्कत ना झेलनी पडे। -साहिल अग्रवाल, इनायत डायमंड, सेक्टर 20
सेक्टर 20 में सरकार की ओर से एप्पल मंडी पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। इसके बाद अब यहां पर सैकडों ट्रक सेब से भरे हुए आते है। इसके लिए ना तो यहां कोई अरेंजमेंट है और ना ही इनके खड़ने के लिए कोई जगह प्रॉपर बनाई गई। पहले से ज्यादा काफी हैवी व्हीकल भी यहां पर आने लगे है, जिनके कारण सड़कों पर ही इनकी पार्किंग हो रही है। दूसरी सबसे बडी बात ये है कि इनकी एंट्री और एग्जिट के कारण अब सड़कें भी टूटने लगी है। हाईवे से सेब मंडी आने वाली सडक टूटनी शुरू हो गई है। अगर टाइम पर इसकी मैंटेनेंस नहीं हुई तो सड़कों पर गड्ढे बनने शुरू हो जाएंगे। अभी भी हाईवे से मंडी आने वाले रास्ते पर डिवाइडिंग रोड पर गड्ढे बनने शुरू हो गए है, जिनकी कोई मैंटेनेंस तक नहीं है। -योगेंद्र क्वात्रा, सेक्टर 20
सिटी रिपोर्टर | पंचकूला
अरे बाबूजी... हम तो पहले ही सेक्टर 20 में अंडर पास नहीं बनने से परेशान है। अब तो यहां जो सड़कें बनी थी वो भी टूटनी शुरू हो गई है। अब कितनी बार कंप्लेंट करें अफसरों काे, इन्हें खुद भी तो दिखाई देता होगा कि सेक्टर 20 का कितना बुरा हाल हुआ पड़ा है। अभी तो सड़कों पर गड्ढे पड़ने शुरू हुए है, इंक्रोचमेंट देख लो, वो भी हटाई नहीं जाती। करोड़ों रुपए एप्पल मंडी पर लगा दिए है, लेकिन उसे चलाने के लिए क्यों नहीं काम किया जा रहा। सिर्फ दिखाने के लिए एप्पल मंडी तो बना दी, लेकिन इसके बनने से जो लोकल पब्लिक को दिक्कतें हो रही है उन्हें कौन दूर करेगा। यह कहना है सेक्टर 20 और सेक्टर 21 के लोगों का, जो इन दिनों टूटी सड़कों से लेकर सेक्टरों की मार्केटों में होने वाली इंक्रोचमेंट से परेशान है। लोगों का कहना है कि कई सालों से जो काम पूरे करने के लिए दावे किए गए थे, उन्हें शुरू तक नहीं करवाया जा रहा। जिन्हें शुरू करवाने के लिए विधायक पंचकूला से लेकर संबंधित अफसरों तक को कंप्लेंट दे चुके है।
सेक्टर-20 मार्केट मे इंट्री पर गाड़ी झटके लेती है...
सेक्टर 20 में 100 से ज्यादा ग्रुप हाउसिंग सोसायटीज, पेंडिंग प्रोजेक्ट से परेशान लोग
सेक्टर 20 में करीब 100 से ज्यादा ग्रुप हाउसिंग सोसायटियां बढ़ रही है। सेक्टर 20 के साथ पीर मुछल्ला भी तेजी से ग्रो कर रहा है। सेक्टर 20 और पीरमुछल्ला में बीते कुछ साल में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे फ्लाईओवर के नीचे ट्रैफिक जाम की समस्या भी बद से बदतर हो रही है। यहां सेक्टर-12ए और 20 के बीच आने जाने वाले लोगों को रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए नेशनल हाईवे-5 पर एलिवेटेड ब्रिज बनाया जाना है। टू और फोर व्हीलर्स के लिए एलिवेटेड ब्रिज बनाने के साथ पैदल चलने वाले लोगों की सुविधा के लिए फ्लाईओवर पर दो फुट ब्रिज भी बनाए जाने है। अभी तक इसका काम ग्राउंड पर नहीं दिख रहा, जिसके कारण लोगों को निराशा ही हाथ लग रही है।
एप्पल मार्केट जा रही सड़क टूटी है जहां लाखों का सेब कारोबार किया जाता है।
रोड बर्म से लेकर ड्रेनेज सिस्टम तक की हालत ठीक नहीं...
सेक्टर में आबादी के हिसाब से ड्रेनेज सिस्टम की हालत खराब है। यहां के एक मरले वाले घरों की साइड आते वक्त गंदे पानी का नाला भी लग रहा है और यहां जो भी ड्रेनेज सिस्टम है वो खराब है। कई ऐसे भी ड्रेनेज सिस्टम हैं जो ब्लॉक हंै। पानी ज्यादा आने से ओवरफ्लो की दिक्कतें आने लगती है। खाली प्लॉटों में भी झाड़ियां खड़ी हैं। सड़कों से लेकर रोड बर्म की हालत खस्ता होने के कारण भी लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। इसके लिए करीब 6 महीने पहले भी अधिकारियों को शिकायत दी गई थी, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई। -सुधीर कुमार शाॅ, सेक्टर 20
मोहाली| नगर निगम की ओर से शहर में ट्रैफिक लाइट्स पोल पर पेंट का काम करवाया जा रहा है। अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद ऊंचाई पर काम करने वाली लेबर की सुरक्षा को लेकर नियमों का पालन नहीं हो रहा है। फेज-7 के ट्रैफिक लाइट्स पर पोल को पेंट करने के लिए एक कर्मचारी ऊपर चढ़ा हुआ है लेकिन वो बिना सेफ्टी बेल्ट लगाए पेंट कर रहा था। जबकि एक कर्मचारी नीचे खड़ा था। इसके ठीक नीचे से ट्रैफिक गुजर रहा था। यदि कोई हादसा हो जाए तो पोल पर चढ़कर पेंट करने वाला सीधा नीचे से गुजरे रही गाड़ियों के बीच आकर गिरता।
साहब- सेफ्टी बेल्ट पिछले पोल पर हो रही इस्तेमाल
नीचे खड़े कर्मचारी से पूछा गया कि सेफ्टी बेल्ट कहां है तो उसने जवाब दिया कि साहब सेफ्टी बेल्ट एक ही है, वो पिछले पोल पर चढ़े कर्मचारी द्वारा इस्तेमाल की जा रही है।
गमाडा सेक्टर-76 से 80 को खुद ही मेंटेन कर रहा है। लेकिन यहां की सड़कों की हालत ऐसी है मानों िक किसी गांव के फिरनी से गुजर रही हों। इन सड़कों को ठीक करने में भी हाे रही लेटलतीफी के कारण क्षेत्र के निवासी परेशान हैं। चारों ओर से उड़ती धूल और टूटी सड़क गमाडा के अधिकारियों की कारगुजारी पर सवालियां निशान लगाती है कि क्या कोई फील्ड में चेक करने नहीं आता।
इसी एरिया की सेक्टर-78 की चर्च रोड जो दोनों सड़कों से जुड़ी है। इसे पिछले साल अक्तूबर में बनाने का काम शुरू किया था। 100 फुट चौड़ी यह रोड एक साल के अंदर ही कई जगह क्रैंक हो गई है। वहीं, कई जगह रोड के टूटने से बड़े गड्ढे पड़ गए हैं। गमाडा को कई बार इसे ठीक करने के लिए कहा गया लेकिन कोई कार्रवाई न होने से आहत सेक्टर-78 की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के रिटायर्ड बुजुर्गों ने सड़क के गड्ढे भरने का बीड़ा उठाया है। पहले वो मिट्टी खोद कर लाते हैं और फिर गड्ढों को मिट्टी से भरते हैं। रिटायर्ड बुजुर्गों द्वारा किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की जा रही है।
यह है पूरी रिटायर्ड पर्सन टीम जो सबकी है मददगार
मिसाल: दो लोग ट्रैफिक को मेंटेन करते हैं और बाकी सड़क के गड्ढे भरते हैं
सेक्टर-78 रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन उपाध्यक्ष जगदीश सिंह गिल ने बताया कि सड़क एक साल के अंदर-अंदर की टूट गई है। पिछले अक्तूबर में बननी शुरू हुई थी। अब इतना बुरा हाल है कि गड्ढे पड़ गए हैं और कई जगह से क्रैंक हो गई है। गड्ढों को भरने के लिए रिटायर्ड बुजुर्ग जिनमें प्रेम सिंह चौहान, हरबंस सिंह सिद्धू, रिटायर्ड कर्नल निरंजन सिंह, अमर सिंह सैनी, हरदेव सिंह बाजवा आदि जुटे रहते हैं। उन्होंने बताया कि दो सदस्य सड़क ट्रैफिक को दोनों तरफ से मैनेज करने में जुटे होते हैं। शेष मिट्टी तसलों में भरकर गड्ढों में डालकर उसको कस्सी से समतल करते हैं। ताकि मिट्टी पूरी तरह से गड्ढे में भर जाए।
महिलाएं और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान
एसोसिएशन उपाध्यक्ष ने बताया कि यह मुख्य सड़क है। सेक्टर-79 को जाने के लिए इसी मार्ग पर प्रेशर रहता है। इसी मार्ग के चौराहे पर बड़े गड्ढे बने हुए हैं। गड्ढों के कारण कई वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इन घातक गड्ढों को भरने का काम इसी लिए किया गया है ताकि दो पहिया वाहन चालक स्पेशियली बुजुर्ग वाहन चालकों को राहत मिल सके। जब भी समय मिलता है तो इसे भरने व इस मार्ग पर पड़े अन्य गड्ढों को भरने के लिए पूरी रिटायर्ड पर्सन टीम जुट जाती है।
सेक्टर की डिवाइडिंग रोड पांच महीनों से बंद
इस चौराहे को जोड़ने वाला सेक्टर-78/79 के डिवाइडिंग मार्ग का एक हिस्सा पिछले 5 महीनों से बंद पड़ा हुआ है। जिस कारण एक मार्ग से ही ट्रैफिक का अवागमन होता है। इसी के कारण इस चौराहे पर ट्रैफिक रश ज्यादा होता है। सबसे बड़ी बात यही मार्ग आगे बनूड-लांडरा स्टेट हाइवे को जुड़ती है।
हैदराबाद में हुई वेटनरी महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद जिंदा जलाने की घटना और उसके बाद ऊन्नाओ में हुई गैंगरेप की घटना से सबक लेते हुए मोहाली पीसीआर पार्टी ने नाइट पेट्रोलिंग दुरुस्त की है।
रात के समय किसी भी महिला या युवती की शिकायत आने पर तुरंत पीसीआर पार्टी वहां उनकी मदद के लिए पहुंच रही है। देर रात भी ऐसी ही एक घटना सेक्टर-79 में घटी। सूचना मिलते ही खुद पीसीआर इंचार्ज नरदेव सिंह अपनी पीसीआर पार्टी के साथ पहुंचे और महिला की बात सुनकर पीसीआर गाड़ी को पीजीआई भेजा और महिला को पीजीआई उनके रिश्तेदारों से मिलवाने के बाद वापिस आकर वहीं फोन से इंचार्ज की बात करवाई।
रिश्तेदार की सर्जरी के कारण महिला थी परेशान
दरअसल सेक्टर-79 में रहने वाली एक महिला ने पुलिस कंट्रोल रुम पर सूचना दी कि वह यहां पर खड़ी है और उसने पीजीआई जाने के लिए एक टैक्सी ऑनलाइन बुक की थी। टैक्सी चालक पहले तो मना करता रहा लेकिन बाद में जब पहुंचा तो उसको देखकर उसकी हरकतें ठीक नहीं लगी। जिस कारण महिला ने टैक्सी चालक की राइड कैंसिल कर दी। इसके बाद उसकी नीयत पर उसे शक हुआ और उसने उसी समय पुलिस कंट्रोल रुम को सूचना दे दी। महिला ने मौके पर आए पीसीआर इंचार्ज नरदेव सिंह को बताया कि दरअसल उनके रिश्तेदार की पीजीआई में इस समय सिर की सर्जरी चल रही है और उसका इस समय पीजीआई पहुंचना बहुत जरूरी है। उसको ऑनलाइन बुक की गई टैक्सी चालक की नियत ठीक नहीं लगी। इसलिए उसने पुलिस से मदद के लिए कॉल कर दी। इसके बाद पीसीआर इंचार्ज ने अपनी एक पीसीआर पार्टी महिला को पीजीआई छोड़ने के लिए भेजी। महिला को पीजीआई में रिश्तेदारों को मिलवाने के बाद उसकी फोन पर इंचार्ज से बात करवाई।
मोहाली| एयरपोर्ट रोड पर स्थित बाकरपुर निवासी मलकीत सिंह व उसके भाई राजपाल पर दोहरी मार पड़ी है। एक तो इंडेवर कार ने टक्कर मार कर अपाहिज कर दिया। अब ऊपर से पुलिस भी नाबालिग आरोपी पर करीब सवा महीने बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं कर पाई है। पुलिस एफआईआर दर्ज न करने का तर्क दोनों पार्टियों में होने वाले समझौते का दे रही है। हर काम को करने के लिए मोहाली पुलिस ने पैसे लेने का एक क्राइटेरिया बना रखा है। आलम यह है कि गत दिवस एक लाख रुपए प्रॉपर्टी डिसप्यूट करने की एवज में 20 हजार की पहली किश्त लेते हुए डीएसपी खरड़ के रीडर को विजिलेंस ने रंगे हाथों दबोचा था।
एक फुटपाथ पर तो दूसरा सड़क के दूसरी ओर गिरा
गांव की गली में चारपाई बिछाए बैठे दोनों लाचार भाई 42 साल के मलकीत सिंह और 46 साल के राजपाल सिंह धूप में बैठे अपनी कई जगह टूटी टांगों पर तेल लगा रहे थे। दोनों ने बताया कि घटना 2 नवंबर सुबह करीब सवा 8 बजे की है। दोनों भाई अपने बाइक पर सुबह एयरपोर्ट रोड से दूसरी तरफ खेतों में फसल देखने जा रहे थे। गांव से निकल कर जैसे ही एयरपोर्ट रोड पर चढ़े तो पीछे से आ रहे इंडेवर कार चालक ने इतनी जोर से टक्कर मारी कि बाइक चालक राजपाल फुटपाथ के पास जाकर गिरा और बाइक पर पीछे बैठा भाई मलकीत सड़क के दूसरी तरफ।
कार के टायर में आग लगी तो ट्रैफिक कर्मियों ने रोका
घायल मलकीत व राजपाल ने बताया कि घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर गांव छत लाइट प्वाइंट पर इंडेवर गाड़ी के फ्रंट पहिए में आग लग गई। चौराहे पर खड़े ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने जब इंडेवर के टायर से आग निकलते देखी तो फटाफट नाबालिक कार चालक के पास गए। पुलिस को देख सारे नाबालिग डर गए और बोलने लगे कि अंकल पीछे उनसे बाइक चालक को टक्कर लग गई और टायर फट गया था। इनके पीछे गांव बाकरपुर के कुछ बाइक चालक भी लग गए थे। इसके बाद ट्रैफिक मुलाजिमों ने सोहाना पुलिस को सूचित किया और हादसे के बारे में बताया।
जब बेहोश थे तो उस दिन के बाद से कोई नहीं आया
दोनों लाचार भाईयों ने बताया कि सोहाना पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ी व बाइक को अपने कब्जे में ले लिया और नाबालिगों को पकड़ लिया था। यही नहीं 2 नवंबर शाम को बयान लेने के लिए पंचकूला सेक्टर-14 के उस प्राइवेट अस्पताल भी आए जहां दोनों घायल भाईयों की सर्जरी हुई। लेकिन दोनों बेहोश थे तो पुलिस बिना बयान लिए वापिस आ गए। वहीं, बिना कार्रवाई थाने में खड़ी क्षतिग्रस्त इंडेवर गाड़ी को छोड़ना मोहाली पुलिस के काम पर सवालिया निशान लगाती है। वहीं, क्षतिग्रस्त बाइक थाने में ही है। दोनों भाईयों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कुछ नहीं किया।
हादसे के दौरान इंडेवर की स्पीड करीब 120 थी
अस्पताल में होश आने पर घरवालों ने बताया कि उसके चार और नाबालिग दोस्त बैठे हुए थे। गाड़ी की स्पीड़ करीब 120 किलोमीटर के करीब थी। आरोपी घायलों को देखने के बाद क्षतिग्रस्त इंडेवर लेकर फरार हो गए।
दोनों पार्टियों में समझौते की बात हो रही थी लेकिन पैसों की बात नहीं बन पा रही। मुझे क्या है मैं तो नाबालिगों पर एफआईआर कर दूंगा। बाद में घायलों को कुछ नहीं मिलेगा। बीच में गांव दयालपुरा के एक्स सरपंच है वो बात कर रहे हैं।
मोहाली | ज्ञान ज्योति ग्लोबल स्कूल फेज़-2 की ओर से विश्व साईस दिवस को समर्पित स्टूडेंटस के बीच साईंस मुकाबले का आयोजन किया गया। इन साईंस मुकाबलों में जूनियर क्लास के स्टूडेंटस ने अपनी सूझबूझ से गुब्बारे,दूध, पानी व अन्य चीजों से छोटे छोटे प्रयोग करके दिखाए। टीचर्स की देखरेख में करवाए गए इन मुकाबले में स्टूडेंटस को खुद विभिन्न साईंस के प्रोजेक्ट बनाने के लिए कहा गया था। स्कूल के प्रिंसीपल-डायरेक्टर रंजीत बेदी ने स्टूडेंटस की इस साईंस की कला के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा कि विज्ञान ने इंसान को एक सख्त जिंदगी में से निकालकर एक आसान जिंदगी से जोड़ दिया है।
मोहाली | गोल्डेन बैल्स पब्लिक स्कूल सेक्टर - 77 में 35वां वार्षिक उत्सव खुशी और उत्साह के साथ मनाया गया। स्कूल के प्रांगण में आयोजित बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके मुख्य अतिथि बी.एस.महेंद्रू तथा ए.एस.वालिया एवं अरविन्द सिंह थे। झलक-2019 की शुरुआत गणेश वंदना के साथ हुई। स्कूल की प्रधानाचार्य अंजली चौधरी ने स्कूल रिपोर्ट पढ़ी। स्टूडेंटस ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। छात्रों ने डिस्को,भांगड़ा व नाटक पेश किया। स्कूल के चेयरमैन रिटा. कर्नल सी.एस. बावा जी ने मुख्य अतिथि, अतिथिगण, अध्यापकों और छात्रों को समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए हार्दिक धन्यवाद किया। इस मौके स्टूडेंटस को पुरस्कार भी बांटे गए।
रयात-बाहरा यूनिवर्सिटी में एक दिवसीय डिजिटल मार्केटिंग क्रिएट ऑफ चेंज विषय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में रयात-बाहरा समूह के चार सौ से अधिक छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया। क्रिएट ऑफ चेंज विषय पर आयोजित इस सेमिनार को संबोधित करते हुए अंतरजाल की सीईओ दीपिका बाहरी ने कहा कि वर्तमान में समाज में प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति डिजीटल मीडिया से जुड़ा हुआ है। डिजीटल मीडिया का महत्व प्रत्येक क्षेत्र के लिए है। इस अवसर पर रयात-बाहरा ग्रुप के उपाध्यक्ष गुरिंदर सिंह बहरा और डॉ मंजू मंजुला प्रो वाइस चांसलर की उपस्थिति में, वक्ताओं ने डिजिटल मार्केटिंग पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर बोलते हुए फोर्टिस हार्ट मोहाली के आंको एवं कोलोरेक्टल सर्जरी विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ.राजीव कपूर ने कहा कि डिजीटल मार्केटिंग के क्षेत्र में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं। वक्ताओं ने डिजिटल मार्केटिंग के विषय पर अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों के समक्ष इस बात पर जोर दिया कि वह इसे अपने करियर के रूप में ग्रहण करें। कार्यक्रम के दौरान माई नेक्स्ट एग्जाम वेबसाइट की संस्थापक डॉक्टर नीतू बेदी ने विद्यार्थियों के समक्ष विशेष प्रस्तुति देते हुए बताया कि डिजिटल मार्केटिंग ने कैसे जीवन में बदलाव किया है।
लालडू| अंबाला चंडीगढ़ हाइवे पर कार सवार एक व्यक्ति ने रोड रेज एक मामले में एक मोटरसाइकिल चालक के चाकू घोंप दिया। बाद में कार सवार दो महिलाओं समेत पांच लोग कार छोड़कर मौके से फरार हो गए।
जख्मी बाइक चालक को चंडीगढ़ के जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने कार जब्त कर दो महिलाओं सहित फरार पांचों लोगों के खिलाफ इरादा-ए-कतल का केस दर्ज किया है। मामला हाइवे पर रविवार को लालडू में आईटीआई मोड़ का है। जांच अधिकारी एएसआई सुलक्खन सिंह ने बताया कि सुधीर पुत्र सुभाष चंद्र वासी गांव लालडू अपने बड़े भाई रोहित को मोटरसाइकिल में चंडीगढ़ की तरफ से आ रहा था। आईटीआई मोड़ पर पहुंचते ही बल्लोपुर की तरफ से कार उसके सामने आ गई।
स्थानीय डीएवी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में फ्लैग-डे पर समागम आयोजित किया गया। इस समागम दौरान स्टूडेंट्स द्बारा देश की रक्षा के लिए कुर्बान होने वाले सैनिकों को याद किया गया। इस समागम दौरान स्कूल की प्रिंसिपल सुधा प्रभा चलाना ने स्टूडेंट्स के फ्लेग लगाते हुए प्रत्येक वर्ष 7 दिसम्बर को मनाए जाने वाले फलेग-डे के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए इस दिवस को पूरे गर्व के साथ मनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सभी स्टूडेंट्स से देश के लिए कुर्बानी का जाम पीने वाले शूरवीरों को याद करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज स्टूडेंट्स वर्ग को सैनिकों की कुर्बानियों के बारे में जागरूक करना समय की जरूरत है।
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