लखनऊ. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फुट ऊंची कांस्य की प्रतिमा बनकर तैयार है। प्रतिमा कोजयपुर में बनाया गया। सोमवार को जयपुर से लखनऊ लाया गया। 25 दिसंबर को राजधानी लखनऊ के लोकभवन में प्रतिमा का अनावरण होगा। चर्चा है किअनावरण के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ आ सकते हैं।
योगी सरकार ने प्रतिमा लगवाने का लिया था निर्णय
प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हेमवती नंदन बहुगुणा की मूर्ति लगाने का निर्णय लिया था। अटल बिहारी की प्रतिमा 25 फुट ऊंची है, जो अब तक की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसके साथ साढ़े 12 फुट की बहुगुणा की मूर्ति भी बनकर तैयार है। यह लखनऊ या प्रयागराज में कहीं लगाई जाएगी।
मूर्तिकार ने कहा- अटलजी रहे पसंदीदा नेता, मूर्ति बनासाकार हुआ सपना
योगी सरकार ने दोनों मूर्तियों का निर्माण जयपुर में कराया है। मूर्तिकार राजकुमार पंडित ने बताया कि, कांस्य व अन्य धातुओं के मिश्रण से प्रतिमाएं तैयार की गई हैं। राजकुमार ने कहा- अटलजी उनके पसंदीदा नेता रहे हैं, एक बार उनका भाषण सुनकर तैयार कर लिया था कि, वे उनकी मूर्ति जरुर बनाएंगे। अच्छा हुआ, उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें ये मौका दिया।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में महिलाओं औरबच्चों के खिलाफ हिंसा मामलों में दोषियोंको जल्द सजा दिलाए जाने के लिए218 फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जाएगी। इसमें 144 कोर्ट रेगुलर होंगे, जो सिर्फ दुष्कर्म के मामले देखेंगे। जबकि, 74 पॉक्सो कोर्ट खोले जाएंगे। प्रति कोर्ट 75 लाख रुपए खर्च आएगा। यह निर्णय सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित प्रदेश कैबिनेट ने लिया।
यूपी में बाल अपराध सबसे अधिक
उत्तर प्रदेश में महिलाओं से ज्यादा बच्चों के साथ हिंसा औरअपराध के मामले सामने आ रहे हैं। उन्नाव, मैनपुरी, झांसी आदि शहरों में महिलाओं औरबच्चियों के साथ सामने आए अपराध से लोगों में गुस्सा है। प्रदेश सरकारके कानून मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि उत्तर प्रदेश मेंबच्चों से जुड़े 42,379 और महिलाओं से जुड़े 25,749 मामले विचाराधीनहैं। अब इनकी सुनवाई ये नए कोर्ट करेंगे। दोषियोंको जल्द सजा दिलाई जाएगी।
इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी
अब यहां चलेंगी एयरकंडीशन बसें
नगरीय परिवहन प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए पीपीपी मोड में ग्रास कॉस्ट कांट्रैक्ट मॉडल पर वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों के संचालन संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। ये बसेंलखनऊ, मेरठ, प्रयागराज, आगरा, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद, अलीगढ़, झांसी, बरेली, गोरखपुर, शाहजहांपुर और मथुरा-वृंदावन में चलाई जाएंगी।
अयोध्या. डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मियों ने कुलपति मनोज दीक्षित पर भ्रष्टाचार 23 आरोप लगाए हैं। जिसकी सीबीआई जांच की मांग करते हुए राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। वहीं, कुलपति ने भी अपने कार्यकाल की सीबीआई जांच कराए जाने पर सहमति दी। लेकिन यह भी कहा कि, अगर भ्रष्टाचार के आरोप साबित नहीं हुए तो आरोप लगाने वाले लोगों पर भी कार्रवाई हो।
कर्मचारी परिषद ने वीसी मनोज दीक्षित पर 23 बिंदुओं पर करप्शन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ व गवर्नर आनंदी बेन पटेल को पत्र लिख कर वित्तीय अनिमितताओं व यूनिवर्सिटी कोष के दुरूपयोग की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है। कर्मचारी परिषद के महामंत्री श्याम कुमार ने कहा- यूनिवर्सिटी के कर्मचारी जिसमें ड्राइवर से लेकर संविदा कर्मी भी शामिल हैं, सभी चार दिनों से कार्य बहिष्कार पर हैं। सोमवार से हड़ताल शुरू हुई है।
श्याम कुमार ने बताया कि, रजिस्ट्रार ने मांगो को पूरा करने के लिए 8 दिन का समय लिया था पर 13 दिन बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। रजिस्ट्रार छ्ट्टी पर चले गए हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी। सोमवार से इसे और सख्त किया गया है। संगठन के बड़े नेताओं व महासंघ को हस्तक्षेप करने के लिए कहा जाएगा। दावा किया कि, कर्मचारियों की हड़ताल से यूनिवर्सिटी के सारे कार्य बंद है। सारे कर्मचारी जांच के मुद्दे पर एकजुट हैं।
परीक्षा कार्य ठप्प
कर्मचारियों के आंदोलन के चलते परीक्षा कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। जबकि यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं करीब हैं। छात्रों के काम रूके हुए है। करीब 6 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में बैठते है। इस साल भी करीब 700 सम्बद्ध कालेजों के परीक्षा फार्म में संशोधन व परीक्षा को लेकर होने वाली तैयारी पूरी तरह से रूक गई है। कर्मचारी नेता ने कहा कि जांच करवाने का आश्वासन रजिस्ट्रार की तरफ से सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मिला था पर एक्शन शून्य ही है। यहां तक कि कर्मचारियो से वार्ता करने को कौन कहे उन पर तोड़फोड़ के आरोप की नोटिस दे दी गई।
वीसी ने किया चैलेंज
रविवार को यूनिवर्सिटी के वीसी मनोज दीक्षित की ओर से डीएम को संबोधित एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें वीसी ने हड़ताली कर्मचारियों के 23 आरोंपों वाले पत्र की अनुशंसा करते हुए सीबीआई से जांच करवाने पर सहमति जताई है। साथ डीएम से अनुरोध किया है जांच के बाद अगर आरोप सिद्ध नहीं हुए तो करप्शन का आरोप लगाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। वीसी ने अपने पत्र को यूनिवर्सिटी के परीक्षा वाट्स एप ग्रृप पर पोस्ट कर इसे वायरल कर दिया है। यूनिवर्सिटी के मीडिया प्रभारी विजेन्दु चतुर्वेदी के मुताबिक पत्र के साथ कर्मचारियो के आरोप पत्र को भी पोस्ट किया गया है।
कर्मचारियों के ये है मुख्य आरोप-
मेरठ. लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसंख्या नियंत्रण पर बलदेचुके हैं। लेकिन, उनकी पार्टी के नेता औरउत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने हिंदू परिवारों को तीन बच्चे पैदा करने की सलाह दी। कहा- हम दो हमारे पांच की नीति को हिंदुओं को अपनाना चाहिए। भराला ने कहा- आज समाज में केवल दो बच्चे पैदा करने की मांग उठ रही है। हालांकि अभी ऐसा कोई कानून नहीं है। लेकिन, अधिकांश हिंदू परिवार एक ही बच्चे तक सीमित हो गए हैं।
भराला ने कहा- व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि हम पांच का विचार अपनाना चाहिए। हर परिवार में तीन बच्चे होने चाहिए और उनमें से एक लड़की हो। भराला का कहना है कि दादी-चाची के रिश्तों का क्या होगा?
हैदराबाद में दुष्कर्म आरोपियों के एनकाउंटर पर भराला ने कहा- पिछली सरकारों में पुलिस मारी जाती थी, अब क्रिमिनल मारे जा रहे हैं। कहा- हैदराबाद दुष्कर्म कांड निंदनीय है, लेकिन पुलिस ने जो किया, वह सराहनीय कदम है। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाए जाने की घटना पर भराला ने कहा- अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। विपक्षी दलों द्वारा उन्नाव केस पर धरना प्रदर्शन करने पर भराला ने कहा- लोकतंत्र में सभी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है।
लखनऊ. उन्नाव में गैंगरेप पीड़ितको जिंदा जलाए जाने के मामले में रविवार देर शाम पहली कार्रवाई की गई। एसपी विक्रांत वीर ने मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनमें बिहार थाना प्रभारी अजय त्रिपाठी, 2 दरोगा और4 सिपाही हैं। वहीं, देर रात मृतका कीबहन की तबियत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
एसपी ने जिन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया, उनमें दरोगाअरविंद सिंह रघुवंशी, श्रीराम तिवारी औरसिपाही पंकज यादव, मनोज, संदीप कुमार औरएक अन्य शामिल है। सर्विलांस प्रभारी विकास पांडेय को बिहार थाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
घटना के बाद सदमे में परिवार
दुष्कर्म पीड़ितकी मौत से पूरा परिवार सदमे में है। रविवार को मृतका का अंतिम संस्कार किया गया। देर रात उसकी बहन की अचानक तबियत बिगड़ गई। रात साढ़े 11 बजे परिवार युवती को लेकर जिला अस्पतालपहुंचा। साथ में सुरक्षाकर्मी भीथे।
यह था मामला
बिहार थाना इलाके के एक गांव निवासी दुष्कर्म पीड़ितको जमानत पर छूटकर आए आरोपी ने बीते गुरुवार तड़के जलाया था। घटना मेंचार अन्य लोगों के नाम भी सामने आए।पीड़ित नेमृत्यु पूर्व बयान के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों पर केस दर्ज करगिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शुक्रवार रात पीड़ितने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। रविवार को मृतका का अंतिम संस्कार किया गया।
आगरा. मलपुरा थाना इलाके के स्थित बाल संप्रेक्षण गृह की खिड़की तोड़कर रविवार आधी रात पांच कैदी फरार हो गए। शुरूआत में इस मामले को दबाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के साथ जिला प्रशासन की टीम मामले की जांच कर रही है। यहां अक्टूबर माह में भी तीन बंदी शौचालय की खिड़की काटकर भाग निकले थे।
थाना मलपुरा के सिरौली में बाल संप्रेक्षण गृह है। रविवार रात बंदियों की गिनती के बाद सभी सोने चले गए। लेकिन देर रात पांच बंदियों ने खिड़की की जाली काट दी और मौके से फरार हो गए। स्टॉफ को जब इसकी जानकारी हुई तो मामले को दबाया गया। लेकिन जब बंदी पकड़ में नहीं आए तो पुलिस को जानकारी दी गई। फरार बंदी आसपास जिलों के बताए जा रहे हैं, जो विभिन्न मामलों में मैजिस्ट्रेट के आदेश पर यहां लाए गए थे। मौके पर पहुंचकर अधिकारी सुरक्षा स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि, खिड़की की जाली काटकर पांच लड़के रविवार रात डेढ़ से दो बजे के बीच भागे हैं। बंदियों की जानकारी लेकर उनके घरों से संपर्क किया जा रहा है। इससे पूर्व दीपावली पर भी तीन किशोर शौचालय की खिडकी काटकर भाग निकले थे। मौके पर पहुंचकर अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
गोरखपुर. यहां बड़हलगंज थाना इलाके में जमीन के विवाद में एक पूर्व फौजी गौरीशंकर तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक के दो गोली सीने में जबकि एक गोली बाएं तरफ जंघे में लगी थी। पुलिस ने पड़ताल शुरू की है।
बड़हलगंज थाना इलाके के सीधेगौर गांव निवासी मृतक के एकलौते पुत्र मनोज तिवारी ने बताया कि, रविवार की रात आठ बजे गांव के ही ओमप्रकाश तिवारी उर्फ डबलू तिवारी ने जबरन घर का दरवाजा खोलवाया। पिता ने जैसे ही दरवाजा खोला, उसने फायर झोंक दिया। पिता को संभालते हुए शोर मचाया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया। घायल गौरीशंकर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मनोज ने बताया- करीब दो माह पहले हमलावर के पिता से मेरे पिता ने बल्थर देवार में कुछ जमीन दो लाख में बैनामा करवाया था। बैनामे के बाद से ही उनका पुत्र ओमप्रकाश तिवारी उर्फ डबलू तिवारी और रूपए की मांग कर रहा था। पंद्रह दिन पहले मैं दिल्ली में था। इसी बीच उसने फोन पर जान माल की धमकी दी, जो मेरे मोबाइल में रिकार्ड है।
मनोज ने बताया कि, मैं दिल्ली में जॉब करता हूं। रविवार की शाम तीन बजे मैं दिल्ली से घर आया था। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। इस संबंध में कोतवाल रामाज्ञा सिंह का कहना है कि तीन लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। मुकदमा पंजीकृत होते ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्नाव.उन्नाव दुष्कर्मपीड़ित का रविवार को उसके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन सरकार और प्रशासन के प्रति परिवार की नाराजगी दूर नहीं हुई। दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़ित की बड़ी बहन ने कहा कि हमारी बहन को सरेआम जलाया गया है। हमें एक हफ्ते के अंदर न्याय चाहिए। अगर न्याय नहीं मिला तो हम बहन की कब्र खुदवा देंगे। परिवार के साथ सीएम हाउस पर आत्मदाह करेंगे। ऐसे घुट-घुट कर हमें नहीं जीना है।
पीड़ित की बहन ने कहा कि जब बहन ने बयानदिए हैं। आरोपियों के नाम बताए हैं तो न्यायिक प्रक्रिया में समय क्यों लगेगा। हमारी आज बात हुई है। अब अगले सोमवार तक हमें न्याय नहीं मिला तो हम लोग आगे की लड़ाई लड़ेंगे। हमारे पास बहुत ज्यादा विकल्प नहीं हैं।
मुआवजे के रुपए न्याय की लड़ाई में लगाएंगे
पीड़ित की बहन का कहना है कि हमें सरकार की तरफ से जो मुआवजा मिला है उसे हम न्याय की लड़ाई में लगाएंगे। हम उसे निजी कामों में खर्च नहीं करेंगे। अंत तक लड़ाई लड़ेंगे। उनको हम सड़क पर ले आएंगे। हमारा परिवार किन मुश्किलों से गुजर रहा है यह कोई नहीं जानता है।
कमिश्नर ने सीएम से मिलवाने का आश्वासन दिया है
बड़ी बहन का कहना है कि कमिश्नर ने हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने का आश्वासन दिया है। बताया गया है कि आज (सोमवार) आपकी मुलाकात सीएम योगी से करवाई जाएगी। हम इतना कहना चाहते हैं कि बेटी मरी है। सीएम साहब, इसमें जल्द से जल्द इंसाफ दिलाएं।
जांच घटना को गलत दिखाया तो सही नहीं होगा
बहन ने जांच में गड़बड़ी की आशंका जताई है। कहा- चाहे सीबीआई जांच करे या पुलिस। हम जानते हैं कि घटना सही है। मेरी बहन तड़प-तड़प कर मरी है। अगर जांच में कुछ भी गलत दिखाया तो सही नहीं होगा। हमारा पूरा परिवार आत्मदाह कर लेगा। कहा- अभी हमें पुलिस की जांच पर भरोसा है।
गांव के कमजोर लोगों में हमारी वजह से जगा जज्बा
बहन कहती है कि कल तक जो पड़ोसी दरवाजे पर नहीं आए थे, आज वह अंतिम यात्रा में भी शामिल हुए और घर भी आए। न्याय के लिए हमारी लड़ाई देखकर उनकी अंतरात्मा भी जागी है। अब वह भी जुल्म के खिलाफ हमारे साथ खड़े हो रहे हैं।
विजय उपाध्याय | लखनऊ .गोरखपुर के 27 साल के युवा अिभषेक यादव अब तक ढाई लाख लड़कियों को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दे चुके हैं। इसकी शुरुआत 2012 में निर्भया मामले के बाद हुई थी। हालांकि अभिषेक इसके पहले भी मार्शल आर्ट क्लास चलाते थे, लेकिन इस घटना के बाद उन्होंने स्कूलों में जाकर सिर्फ लड़कियाें को प्रशिक्षण देना शुरू किया। वे बताते हैं कि हम लड़कियों को राेड फाइट के लिए प्रशिक्षण दे रहे हैं, यानी अगर सड़क पर अचानक हमला हो तो कैसे अपना बचाव किया जाए।
पांच दिन का यह प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क होता है। 2015 में अभिषेक ने इटावा में 17 सौ लड़कियों को एक साथ प्रशिक्षण दिया था। 2016 में कुंडा और प्रतापगढ़ में 5700 ग्रामीण लड़कियों को प्रशिक्षण दिया। 2020 में मगध विश्वविद्यालय में एक साथ 21 हजार लड़कियों के लिए कैम्प लगाने वाले हैं। अभी वे दिल्ली के एक स्कूल में ट्रेनिंग दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें यश भारतीय पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है।
उन्नाव.‘‘मेरी बहन को पहले ही एक बार जलाया जा चुका है। वह जलने के बाद तड़प-तड़पकर अपनी जान गंवा चुकी है। अब हम उसे दोबारा जलाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे, इसलिए उसे अब दफनादिया।’’यह बात उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की बड़ी बहन नेदैनिक भास्कर से कही।
बहन ने कहा, ‘‘हमारे परिवार की माली हालत बहुत खराब है,इसलिए हम परिवार की एक बेटी के लिए नौकरी की मांग कर रहे थे। तभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गांव बुलाने की मांग कर रहे थे। कमिश्नर ने सरकार की ओर से नौकरी और शस्त्र लाइसेंस देने का आश्वासन दिया है। इसके बाद हम अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए हैं।"
15 घंटे बाद अंतिम संस्कार के लिए निकली शव यात्रा
पीड़ित को गुरुवार तड़के दुष्कर्म के आरोपियों नेजला दिया गया था। पीड़ित कोलखनऊ से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल एयरलिफ्ट करके ले जाया गया, जहांशुक्रवार देर रात पीड़ित ने दम तोड़ा। शनिवार रात 9 बजे पीड़ित का शव गांव पहुंचा।करीब 15 घंटे शव घर में रखा रहा। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए शव यात्रा ले जाई गई।परिवार ने पीड़ित को अपने खेत में ही दफनाया।
ग्रामीणों की उलझन: किसका समर्थन करें और किसका विरोध
रविवार सुबह 7 बजे से पुलिस और प्रशासन हरकत में आया।इसी बीच तमाशबीनों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई। हालांकि,गांव के इक्का-दुक्का लोग ही वहां दिखे। ग्रामीण ने कहा- हमें यही जिंदगी काटनी है। हम तय नहीं कर पा रहे हैं कि कहां जाएं? पीड़ित और आरोपी परिवार के गांव में सभी से संबंध हैं। ऐसे में कोई किसी से बुराई नहीं लेना चाहता।पीड़ित के अंतिम संस्कार में गांव वाले कम ही नजर आए।
लापरवाही को लेकर एसपी ने पुलिसकर्मियों को निलंबित किया
उन्नाव घटना में लापरवाही को लेकर एसपी ने एक एसओ, दो एसआई और चार कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया है।
बिजनौर. दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में अग्निकांड में उत्तर प्रदेश केबिजनौर के मुशर्रफ की भी मौत हुई है। मुशर्रफ पिछले 10 सालों से फैक्ट्री में बैग बनाने का काम करता था। मुशर्रफ एक सप्ताह पहले ही एक दिन के लिए गांव आया था। आग की लपटों में घिरामुशर्रफ जिंदगी के अंतिम क्षणों में घर पर पत्नी से बात करना चाहता था। लेकिन, फोन पर संपर्क नहीं हो पाया था। इसके बाद उसने गांव के अपने दोस्त को कॉल किया था। रविवार को दिल्ली में बैग फैक्ट्री की इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हुई है।
मुशर्रफ अली बिजनौर केटांडामाईदास गांव कारहने वाला था।दिल्ली में वह अकेला रहता था। जबकि, उसकी पत्नी, चार बच्चे और बूढ़ी मां गांव में ही रहती हैं। पिता अब्दुल वाहिद की पहले ही मौत हो चुकी है। मुशर्रफ परिवार में अकेलाकमानेवाला था।घर में कोई दूसरा पुरुष नहीं होने के कारण ग्राम प्रधान फुरकान ग्रामीणों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। सोमवार तक शव गांव आने की उम्मीद है।
पिता के इलाज मेंमुशर्रफ ने 3 लाख का कर्ज ले रखा था
गांव के प्रधान फुरकान ने बताया कि वह मुशर्रफ के चचेरे भाई हैं। उन्होंने बताया कि मुशर्रफ को फैक्ट्री में 8000 रुपए तनख्वाह मिलतीथी। उस पर 3 लाख का कर्ज था। पिता की बीमारी में पैसा खर्च हुआ था। मुशर्रफ कीमां बीमार रहती हैं। पत्नी घर पर सिलाई-कढ़ाई का काम करती थी। महीने का हजार रुपए कमा लेती हैं।
आखिरी वक्त पत्नी से बात नहीं हो पाई, दोस्त को फोन किया
फैक्ट्री वाली इमारत में नीचे की मंजिल में आग लगी थी। तीसरी मंजिल के कमरे में धुंआ भर रहा था। दम घुटते घुटते मुशर्रफ ने आखिरी वक्त में पत्नी को फोन किया था, लेकिन बात नहीं हो पाई। इसके बाद गांव में रहने वाले दोस्त मोहित (मोनू) को कॉल किया था।
मोहित ने दोबारा फोन किया तो नहीं हो पाया संपर्क
बकौल मोहित, मुशर्रफ ने बताया कि मेरी फैक्ट्री में आग लग गई है। मेरे कमरे में धुंआ आ रहा है। सांस लेने में बड़ी तकलीफ हो रही है। बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। कोई ऐसी सुविधा भी नहीं है। फोन करते मुशर्रफ बहुत ही परेशान और डरा हुआ था। थोड़ी ही देर में फोन कट जाता है। मुशर्रफ ने मोहित से करीब 7 मिनट तक बात की। मोहित बताते हैं कि उन्होंने दोबारा मुशर्रफ को फोन किया तो संपर्क नहीं हो पाया।
मुशर्रफ के घर में चार छोटे बच्चे
मोहित ने बताया कि दो घंटे बाद मुशर्रफ के फोन पर दो रिंग जाती हैं, लेकिन कॉल रिसीव नहीं होती है। इसके बाद मोहित ने मुशर्रफ के घर जानकारी दी। मुशर्रफ का 7 साल का एक बेटा, तीन बेटी छोटी हैं।
उन्नाव. रविवार को कड़ी सुरक्षा मेंपीड़ित की अंतिम यात्रा निकली। परिजन ने पीड़ित को दफनाया। अंतिम संस्कार के साथ ही गांव में पिछले दो दिनों से जुटी भीड़ कम होने लगी। सुरक्षा पहरा भी कम हो गया। पुलिस कर्मियों की संख्या150 से घट कर शाम को15 तक पहुंच गई। गुरुवार को गैंगरेप पीड़िता को जमानत पर छूटकर आए आरोपी ने अपने साथियों के साथ जला दिया था।
अंतिम संस्कार के बाद पुलिस और प्रशासन के लोग भी चले गए। पीड़ित के रिश्तेदार भी निकल गए। दैनिक भास्कर से बातचीत में पीड़ित के चाचा ने बताया कि घर के आसपास 15 से 20 पुलिस वाले हैं। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों सेकहा है कि आपकी सुरक्षा में पुलिस लगातार यहींरहेगी। कहीं आना जाना हो तब भी सुरक्षा मिलेगी। बिना सुरक्षा बाहर कोई कहीं नहीं जाएगा।
शव यात्रा में दो खेमों में बंटा दिखा गांव
दोपहर 12 बजे जब शव यात्रा निकली तो घर की बेटियां रोते रोते गांव से बाहर तक आ गई थीं। गांव के बाहर शव पहुंचने पर ही वहां के गरीब तबके के लोग शामिल हुए। शव यात्रा के दौरान गांव दो खेमों में बंटा दिखा।चाचा ने बताया, ''गांव के प्रभावी और उच्च जाति केपरिवार शामिल नहीं हुए।ज्यादातर रिश्तेदार और आसपास के गांव से आए लोग शव यात्रा मेंशामिल हुए। लेकिन गांव के जो गरीब शामिल हुए उन्हें समझ आ गया अब डर कर नहीं रहना है।"
कानूनी लड़ाई कीतैयारी
चाचा ने बताया कि अंतिम संस्कार से लौटने के बाद पूरा परिवार अब घर में है। आपस में बात कर रहे हैं कि आगे क्या करना चाहिए?क्योंकि लड़ाई लंबी है। इसलिए सब अपनी-अपनी समझ से बात कर रहे हैं।
3 दिन बाद आज घर में जलेगा चूल्हा
चाचा ने बताया, ''5 दिसंबर को घटना घटी थी। मेरे भाई बेटी से मिलने उन्नाव अस्पताल पहुंचे। जब पहुंचे तभी वह लखनऊ चली गई। उसका चेहरा भी वह नहीं देख सके। दिन भर वह अफसरों के पास आते जाते रहे। उस दिन भी खाना नहीं खाया। जब पता चला कि बेटी ने दम तोड़ दिया तो और टूट गए। घर में आए रिश्तेदारों के लिए कभी प्रशासन तो कभी किसी नेता की तरफ से खाने का पैकेट आ जाता था। लेकिन घरवाले नहीं खा पा रहे थे। तीन दिन बाद घर में चूल्हा जलेगा।"
आरोपियों के घर के बाहर महिलाएं बोलीं- सीबीआई जांच करा दो
वहीं, आरोपियों के घर के बाहर सन्नाटा पसराहै। दोनों आरोपियों के घर में बची महिलाएं ठंड में अलाव तापती नजर आईं। कोई मीडियाकर्मी वहां पहुंचने के बाद जैसे ही कोई सवाल पूछता। वैसे ही हाथ जोड़कर कह देती थी कि हमारी बात सीएम तक पहुंचा दीजिए।मामले की सीबीआई जांच करा दो।
उन्नाव. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्नाव में हुए दुष्कर्म कांड के बाद एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है। प्रियंका ने एक खबर को टि्वट करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार और उसकी पुलिस झूठे प्रचार में माहिर है। सरकार ने फास्ट टैक कोर्ट बनाने का प्रस्ताव अभी लटका रखा है।
प्रियंका ने ट्विट कर कहा, ''उन्नाव पुलिस का थाने में शिकायत लेकर गई महिला के साथ व्यवहार देखिए। ऐसा तब जब वहीं पर एक दर्दनाक घटना घट चुकी है। भाजपा सरकार और उसकी पुलिस झूठे प्रचार में माहिर है। असलियत ये है कि फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का प्रस्ताव अभी तक उप्र सरकार ने लटका के रखा है।''
प्रियंका गांधी ने सरकार से पूछे कई सवाल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए लखनऊ से वहां पहुंची थी। इससे पहले उन्होंने योगी सरकार से सवाल पूछा कि, उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसका एफआईआर दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई?
बांदा.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बांदा पहुंचे।यहां सबसे पहले सीएम तिंदवारी में गोशाला पहुंचे।यहां उन्होंनेगायों को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। गायों के खाने-पीने की व्यवस्था के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने तिंदवारी थाने व सीएचसी का निरीक्षण किया। यहां से सड़क मार्ग से होते हुए बांदा मुख्यालय में कृषि विश्वविद्यालय के लिए निकल गए। कृषि विश्वविद्यालय में सीएम मंडलीय अधिकारियों के साथ अपराध, कानून, विकास व निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक भी की।
कार्यक्रम में बदलाव करते हुए उनका हेलीकॉप्टर कृषि विश्वविद्यालय परिसर में बने हेलीपैड के बजाए तिंदवारी में आनन फानन तैयार अस्थाई हेलीपैड पर उतारा गया। यहां पर उन्होंने कान्हा गोशाला में में गाय व बछड़ों को गुड़ खिलाया और व्यवस्थाएं देखीं।
मुख्यमंत्री तिन्दवारी कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचे वहां कुछ देर रुक कर वे सीधे खण्ड विकास कार्यालय तिन्दवारी पहुंचे जहां उन्होंने कार्यालय का निरीक्षण किया साथ उन्होंने वहां पर ग्रामीण आजीविका मिशन की लाभार्थियों को चेक वितरित किया ।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ग्रामीण आजीविका एक्सप्रेस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को नई सवारी गाड़ियाँ भी सौंपी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत आज समूहों को कुल 10 करोड़ 85 लाख की धनराशि वितरित की ।
लखनऊ. जिले के मड़ियांव इलाके में रविवार को एक 17 वर्षीय मंदबुद्धि किशोरी से उसके ही पड़ोसी ने दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद आरोपीउसेजहर देकर भाग गयागया। पीड़ित कोआनन-फानन में मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां उसने चिकित्सकों को आपबीती बताई। पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपीबबुआ (35) को गिरफ्तार कर लिया है।पीड़ितकी मां दिव्यांग है, वह बोल नहीं सकती।
तीन बच्चों का बाप है आरोपी
मड़ियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली 17 वर्षीय मंदबुद्धि युवती के के पिता मजदूरी करते हैं। पुलिस पहले तो मामले को छुपाती रही, लेकिन घटना की जानकारी मीडिया में आने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी बबुआ 3 बच्चों का बाप है। एसपी ट्रांस गोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
आगरा. यहांसमाजवादी पार्टी के नेता प्रेम चौधरीने गैराज के मालिक पर कार चढ़ाने की कोशिश की। गैराज मालिक ने किसी तरह से कार के बोनट पर चढ़ कर अपनी जान बचाई। घटना में गैराज के मालिक अभिषेक अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। सिर में 4 टांके लगे हैं।
पुलिस के मुताबिक, मामला सिकंदरा क्षेत्र का है। सपा नेता चौधरी ने अपनी कार गैराज में ठीक करवाई। जब गैराज मालिक अभिषेक सिंघल ने कार ठीक करने के एवज में सपा नेता से रुपए मांगे तो उनकी कहासुनी हो गई। इसके बाद सपा नेता ने अभिषेक पर कार चढ़ाने की कोशिश की।
सिर्फ यही नहीं,अभिषेक के बोनट पर हीचौधरी ने कार दौड़ाना शुरू कर दिया। सपा नेता ने अपनी कार को काफी दूर तक दौड़ाया। इस दौरान गैराज मालिक बोनट पर बैठे-बैठे मदद की गुहार लगाता रहा। चौधरी की यह करतूत सड़क किनारे लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फिलहाल, पुलिस ने प्रेम चौधरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
उन्नाव. उन्नाव रेप पीड़िता का रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। उसके पार्थिव शरीर को परिवार केकुसहा गांव स्थित खेत में दफनाया गया।पीड़िता की बहन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा- यदि एक सप्ताह के भीतर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लूंगी। पुलिस सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अंतिम संस्कार से पहले मुख्यमंत्री को गांव बुलाने की मांग पर पीड़ित के परिजनअड़े थे।पुलिस औरप्रशासन के आश्वासन के बाद पीड़ितका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार को सरकार की तरफ से 25 लाख रुपएदिए गए हैं। पीड़ितकी बहन को सरकारी नौकरी और महिला पुलिस की सुरक्षा देने का आश्वासन कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने दिया। आईजी एसके भगत ने परिवार को शस्त्र लाइसेंस दिलाने का आश्वासन दिया, इसके बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने तैयार हुए।
उन्नाव.दुष्कर्म पीड़ित का शव शनिवार देर शाम पुलिस सुरक्षा में दिल्ली से उसके घर पहुंचा। रविवार सुबह कमिश्नर मुकेश मेश्राम और आईजी एसके भगत ने सरकार की ओर से परिवार को शस्त्र लाइसेंस और पीड़ित की बहन को सरकारी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया, इसके बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच पीड़ितका शव अंतिम संस्कार स्थल तक ले जाया गया। कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और मंत्री कमला रानी वरुण उन्नाव दुष्कर्म पीड़ितके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
इससे पहले पीड़ित की बड़ी बहनने कहा था कि मेरी बहन पहले ही जल चुकी है। अब उसे फिर नहीं जलाया जाएगा। उसकेशव को कुसहा गांव में खेत मेंदफनाया जाएगा। इससे पहलेपीड़ित का शव पहुंचने के बाद आसपास के गांवों के लोग भी श्रद्धांजलि देने उसके घरपहुंचे थे। पीड़ित के घर करीब 200 पुलिसकर्मियों कोतैनात किया गया था।
आरोपियों के घर में सन्नाटा है, केवल महिलाएं मौजूद
90% झुलसी पीड़ित ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवाररात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दम तोड़ दिया था।मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़ित के शरीर मेंजहर या दम घुटने के संकेत नहीं मिले। गंभीर रूप से जलने से उसकी मौत हुई। वहीं, आरोपियों के घरों में सन्नाटा है। यहां केवल महिलाएं ही नजर आईं। उनकी मांग है कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
पिता ने कहा- क्या 25 लाख में मेरी बेटी वापस आ जाएगी?
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीस्वामी प्रसाद मौर्य ने पीड़ित परिवार को 25 लाख का चेक सौंपा। पीड़ित के पिता ने कहा-क्या 25 लाख में मेरी बेटी वापस आ जाएगी। हालांकि लोगों के समझाने पर परिवार नेचेक ले लिया। सपा नेताओं ने 50 लाख रुपए देने की मांग की, तो स्वामी ने जवाब दिया कि सपा ने बदायूं गैंगरेप में पीड़िताओं को कोई मदद नहीं दी थी। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही बोल चुके हैं कि केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
जमानत पर छूटे आरोपियों ने गुरुवार को जला दिया था
जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने पीड़ित को गुरुवार तड़के जला दिया था। जलते शरीर के साथ ही एक किमी तक भागकर उसने लोगों की मदद से पुलिस को आपबीती बताई थी। गुरुवार देर शाम उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। डॉ. गुप्ता ने बताया था, ‘‘अस्पताल पहुंचने के बाद पीड़ित पूछ रही थी कि वह बच तो पाएगी? वह जीना चाहती थी। उसने अपने भाई से कहा था कि उसके गुनहगार बचने नहीं चाहिए।’’ पांचों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे। इनमें से दो वही हैं, जिन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
भाई से वादा लिया था- गुनहगारों को मत छोड़ना
जब पीड़ित सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट की गई थी,तो वह होश में थी। दर्द से कराहते हुए उसने अपने भाई से कहा- मैं मरना नहीं चाहती। पीड़ित ने अपने भाई से वादा भी लिया कि उसके गुनहगारों को मत छोड़ना। हालांकि, उसके बाद वह कुछ बोल नहीं पाई।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा था कि पीड़ित को देखकर डर गया था
पीड़ित को जलाने के बाद आरोपी मौके से भाग गए। इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी रविन्द्र ने बताया था कि वह दूर से दौड़ती आ रही थी। वह चीख रही थी- बचाओ-बचाओ। मैंने पूछा भी कि तुम कौन हो? उसके पूरे शरीर में आग लगी हुई थी। यह देखकर मैं डर गया। मुझे लगा कि कोई भूत है। मैं घर से डंडा और कुल्हाड़ी लेकर उसके सामने गया। फिर उसने अपने पिता का नाम बताया। फिर पुलिस हेल्पलाइन डायल कर पीड़ित के बारे में बताया। पीड़ित ने पुलिस को पूरी बात बताई, फिर पुलिस उसे लेकर गई।
लखनऊ. उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मौत के बाद परिवार सदमे में है। पिता ने शनिवार को कहा कि मौत का बदला सिर्फ मौत होता है। गुनहगारों को बगैर देर किए फांसी मिले या उन्हें दौड़ाकर गोली मार दी जाए। बहन ने कहा कि आगे की लड़ाई के लिए तैयार हूं।पीड़ित की मौत के बाद बिहार इलाके के गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रविवार दोपहर पीड़ित केअंतिम संस्कार के लिए परिजन राजी हुए।
पिता ने कहा, ‘‘परिवार को एक पैसा नहीं चाहिए। बस, मेरी बेटी को इंसाफ मिले। परिवार को आरोपी सरेआम जान से मारने की धमकी सरेआम देते थे। कई बार यह भी कहा कि केस वापस नहीं लिया तो परिवार और बेटी को आग लगा देंगे। पुलिस को इसकी जानकारी दी, लेकिन वे हर बार टालमटोल करते रहे। बेटी की मौत की खबर अखबार से मिली। पुलिस या प्रशासन का कोई आदमी यह बताने नहीं आया। हमारे विधायक ने भी कोई खैरख्वाह नहीं ली।’’
पीड़ित की बहन बोली- अब मैं लड़ाई लड़ूंगी
पीड़ित से एक साल बड़ी बहन ने कहा, ‘‘हमारी बहन हमारा संबल थी। वह छोटी जरूर थी, लेकिन हमारे परिवार के लिए प्रेरणादायक थी। अब हम उसकी मौत के बाद चुप नहीं बैठेंगे। अब हम उसकी लड़ाई लड़ेंगे। जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिलती, तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी। मुझे तो आरोपियों ने पहले ही बदनाम कर दिया है। अब कुछ भी हो जाए, चाहे मुझे भी जला दिया जाए, लेकिन मैं अपनी बहन के हत्यारों को नहीं छोड़ूंगी। शव के पोस्टमॉर्टम होने के बाद हम लोग सीधे उन्नाव अपने गांव जाएंगे। अंतिम संस्कार वहीं होगा।’’
मां ने कहा- ‘जान के बदले जान चाहिए’
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मां ने रोते हुए दैनिक भास्कर APP से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे साथ तो उन लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। हमारा तो सबकुछ उजड़ गया। अब जैसे हमारी बिटिया की जान गई है, हमें भी जान के बदले जान चाहिए।’’ वहीं, पीड़ित के भाई ने कहा कि मैं कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं। हमारे साथ अब हमारी बहन नहीं है। पांचों आरोपियों को सिर्फ मौत की सजा मिलनी चाहिए, इससे कम कुछ नहीं।
भाई से वादा लिया था- गुनहगारों को मत छोड़ना
जब पीड़ित सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट की गई थी तो वह होश में थी। दर्द से कराहते हुए उसने अपने भाई से कहा कि मैं मरना नहीं चाहती। पीड़ित ने अपने भाई से वादा भी लिया कि उसके गुनहगारों को मत छोड़ना। हालांकि, उसके बाद वह कुछ बोल नहीं पाई।
पीड़ित ने देर रात दम तोड़ा
90% झुलसी उन्नाव की दुष्कर्म पीड़ित ने शुक्रवार रात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। 5 दिसंबर की देर शाम उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने गुरुवार तड़के उसे जलाया दिया था।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 को अपने साथी शुभम के साथ रेप किया। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवम जमानत पर रिहा होकर आया। 5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित को जला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।
प्रयागराज. इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट से मऊ की घोसी सीट से बसपा सांसद अतुल राय को बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने संसद सत्र में शामिल होने की अर्जी को सुनवाई के बाद खारिज कर दी है। प्रयागराज की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने गंभीर आरोप होने की वजह से अर्जी खारिज कर दी है।
अदालत ने कहा है कि गंभीर अपराधों के चलते फिलहाल राहत नहीं दी जा सकती है। रेप के आरोप के चलते अदालत ने सख्त कदम उठाते हुए संसद सत्र में शामिल होने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
अतुल राय ने संसद की सदस्यता का हवाला देकर अर्जी दाखिल की थी। अर्जी में कहा गया था कि संसद सत्र में शामिल नहीं होने से वह शपथ नहीं ले सके हैं। इससे उनकी सदस्यता जा सकती है।
प्रयागराज की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट से अतुल राय पर रेप का आरोप भी तय हो चुका है।छात्रा से रेप के मामले में वाराणसी में अतुल राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज है।
दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद हैं बसपा सांसद
छात्रा के साथ रेप के आरोप में बसपा सांसद अतुल राय जेल में बंद हैं। अतुल राय मऊ की घोसी सीट से बीएसपी के सांसद हैं, लेकिन रेप का मुकदमा दर्ज होने के चलते नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं और वह अभी तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ले सके हैं।
लखनऊ.उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मौत के बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश कीराजनीति भी गरमा गई।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा के बाहर धरनादिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उन्नाव में पीड़ित के परिजन से मिलीं। उन्होंने कहा कि परिवार को एक साल से प्रताड़ित किया जा रहा है। मैंने आरोपियों के भाजपा से संबंध के बारे में सुना है। यही वजह है कि उन्हें बचाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के मन में डर नहीं रह गया है।
इसके बाद उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज, प्रदेश की मंत्री कमला रानी और स्वामी प्रसाद मौर्य पीड़ित के घर पहुंचे। यहां एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।साक्षी महाराज ने कहा कि सभी दोषियों को सजा मिलेगी, किसी को नहीं बख्शा जाएगा। उन्नाव की छवि धूमिल हुई है। मौर्य ने कहा कि लड़की का परिवार जो जांच चाहता है, सरकार उसके लिए तैयार है। पीड़ित ने जिनके भी नाम बताए थे, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। यह कोई राजनीति का मुद्दा नहीं है।
पीड़ित की मौत के बाद उन्नाव जिले के बिहार कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। कस्बे में सन्नाटा पसरा है। ग्रामीण पिछले दो दिनों से अपने घरों में दुबके हुए हैं।
‘भाजपा ही आरोपी’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘ये उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कार्यकाल में पहली घटना नहीं है। याद करिए वो समय जब एक बेटी मुख्यमंत्री आवास के सामने न्याय मांग रही थी, उसे न्याय नहीं मिला तो उसने आत्मदाह की कोशिश की। उन्नाव की एक बेटी ने तो अपना पूरा परिवार खो दिया। कौन था आरोपी। भाजपा के नेता। उन्नाव की इस घटना के लिए कौन दोषी है। इसके लिए भाजपा ही जिम्मेदार है। जो लोग आरोपी हैं, वो भी भाजपा से ही जुड़े हैं। उस बेटी का जब पूरा शरीर जला तो वो भागी। मदद की गुहार के साथ। क्या आज के समय में ऐसी घटना होगी कि कोई जिंदा जला देगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीजीपी के हटे बिना कानून व्यवस्था लागू नहीं हो सकती।’’
प्रियंका ने ट्वीट किए
##मायावती राज्यपाल से मिलीं
बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें उन्नाव कांड और प्रदेश में महिला उत्पीड़न को लेकर ज्ञापन दिया। पत्रकारों से बातचीत में बसपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बीच कानून का डर नहीं है। बलात्कार की घटनाएं अब आम हैं। राज्यपाल से मैंने कहा है कि महिला होने के नाते आप दूसरी महिला के दर्द को समझती हैं। प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर आपको दखल देना चाहिए। यूपी सरकार ज्यादा गंभीर नहीं दिख रही है।
पीड़ित ने देर रात दम तोड़ा
90% झुलसी उन्नाव की दुष्कर्म पीड़ित ने शुक्रवार रात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। 5 दिसंबर की देर शामउसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने गुरुवार तड़के उसे जलाया दिया था।
नई दिल्ली/लखनऊ.उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित का शव शनिवार देर शाम पुलिस सुरक्षा में दिल्ली से उसके घर पहुंचा। पुलिस और प्रशासन नेरात में ही अंतिम संस्कार करने की बात कही, पर परिवार ने रविवार सुबह तक अंतिम संस्कार नहीं किया था। अंतिमसंस्कार की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। उसके शव को दफनाया जाएगा। पीड़ित की एक बहन पुणे से आ रही है, उसका भी इंतजार किया जा रहा है। पीड़ित की बहन कहना है कि जब तक सीएम योगी आदित्यनाथ हमसे मिलने नही आएंगे तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पीड़ित की बहन ने सरकार से अपने लिए नौकरी की मांग की है।
पीड़ित का शव पहुंचने के बाद आसपास के गांवों के लोग भी श्रद्धांजलि देने उसके घरपहुंचे। यहां करीब 200 पुलिसकर्मी तैनात हैं। 90% झुलसी पीड़ित ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवाररात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दम तोड़ दिया था।मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़ित के शरीर मेंजहर या दम घुटने के संकेत नहीं मिले। गंभीर रूप से जलने से उसकी मौत हुई। वहीं, आरोपियों के घरों में सन्नाटा है। यहां केवल महिलाएं ही नजर आईं। उनकी मांग है कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
पिता ने कहा- क्या 25 लाख में मेरी बेटी वापस आ जाएगी?
शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीस्वामी प्रसाद मौर्य ने पीड़ित परिवार को 25 लाख का चेक सौंपा। पीड़ित के पिता ने कहा-क्या 25 लाख में मेरी बेटी वापस आ जाएगी। हालांकि लोगों के समझाने पर परिवार नेचेक ले लिया। मौके पर मौजूद सपा नेताओं ने 50 लाख रुपए देने की मांग की, तो स्वामी ने जवाब दिया कि सपा ने बदायूं गैंगरेप में पीड़िताओं को कोई मदद नहीं दी थी। उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा।
जमानत पर छूटे आरोपियों ने गुरुवार को जला दिया था
जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने पीड़ित को गुरुवार तड़के जला दिया था। जलते शरीर के साथ ही एक किमी तक भागकर उसने लोगों की मदद से पुलिस को आपबीती बताई थी। गुरुवार देर शाम उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। डॉ. गुप्ता ने बताया, ‘‘अस्पताल पहुंचने के बाद पीड़ित पूछ रही थी कि वह बच तो पाएगी? वह जीना चाहती थी। उसने अपने भाई से कहा था कि उसके गुनहगार बचने नहीं चाहिए।’’ पांचों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे। इनमें से दो वही हैं, जिन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
पीड़ित की हालत देख रो पड़ी थी बहन
पीड़ित की बड़ी बहन अपनी मां के साथ शुक्रवार को लखनऊ से सफदरजंग अस्पताल पहुंची थी। उसने दैनिक भास्कर को बताया कि पीड़ित की तबीयत ठीक नहीं है। दवाएं चल रही हैं। वह कुछ बोल भी नहीं पा रही है। किसी से बात नहीं कर रही। इतना कहकर बहन भावुक हो गई और रोने लगी।
भाई से वादा लिया था- गुनहगारों को मत छोड़ना
जब पीड़ित सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट की गई थी तो वह होश में थी। दर्द से कराहते हुए उसने अपने भाई से कहा- मैं मरना नहीं चाहती। पीड़ित ने अपने भाई से वादा भी लिया कि उसके गुनहगारों को मत छोड़ना। हालांकि, उसके बाद वह कुछ बोल नहीं पाई।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा था कि पीड़ित को देखकर डर गया था
पीड़ित को जलाने के बाद आरोपी मौके से भाग गए। इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी रविन्द्र ने बताया था कि वह दूर से दौड़ती आ रही थी। वह चीख रही थी- बचाओ-बचाओ। मैंने पूछा भी कि तुम कौन हो? उसके पूरे शरीर में आग लगी हुई थी। यह देखकर मैं डर गया। मुझे लगा कि कोई भूत है। मैं घर से डंडा और कुल्हाड़ी लेकर उसके सामने गया। फिर उसने अपने पिता का नाम बताया। फिर पुलिस हेल्पलाइन डायल कर पीड़ित के बारे में बताया। पीड़ित ने पुलिस को पूरी बात बताई, फिर पुलिस उसे लेकर गई।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 को अपने साथी शुभम के साथ रेप किया। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवम जमानत पर रिहा होकर आया। 5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित को जला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।
उन्नाव. उन्नाव गैंगरेप का मामला अभी थमा भी नहीं था कि ऐसा ही एक मामला कानपुर देहात में सामने आया है। गांव के तीन दबंगों ने अगवा कर तीन दिनों तक बंधक बनाकर गैंगरेप किया। किसी तरह से आरोपियों के चुगंल से छूटी पीड़िता ने परिजनों को आप बीती बताई। बेटी के साथ हुई हैवानियत सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। पीड़िता के परिवार ने पुलिस से गुहार लगाई तो उसने पीड़ित का मेडिकल कराने की बात कही। पुलिस पर आरोप है कि अभी तक उसने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है।
पुलिस के अनुसार कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती बीते 13 नवंबर की रात घर के पास नल पर पानी भरने गई थी। गांव में रहने वाले दबंग सन्नी, लाला, रिंकू ने अगवा कर लिया था। जब युवती काफी देर तक घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। युवती के परिजनों ने बीते 16 नवंबर को रूरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
तीन दिन बाद दबंगों के चंगुल से छूटी पीड़ित
तीन दिनों बाद जब युवती दबंगों के चुंगल से छूट कर आई तो उसने परिजनों को बताया कि गांव के सन्नी, लाला और रिंकू ने अगवा कर लिया था। तीन दिनों तक बंधकर बनाकर गैंगरेप किया था। बेटी के साथ हुई हैवानियत को सुनकर परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया और 161 के तहत बयान दर्ज किया गया। लेकिन पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने का प्रयास नहीं किया।
दबंगों ने केस वापस लेने का दबाव बनाया
गांव के दबंग लगातार पीड़िता और परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। पीड़िता ने पुलिस से धमकी देने की शिकायत की थी। इसके बावजूद भी पुलिस दबंगों के विरूद्ध कोई कार्यवाई नहीं कर रही थी। जिसकी वजह से पीड़िता और उसका परिवार दहशत में जीने को मजबूर था।
पुलिस सक्रिय होती तो जान बच जाती
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि गावं के सन्नी, लाला और रिंकू बेटी पर बुरी नजर रखते थे। राह चलते उसके साथ छेड़छाड़ करते थे। बेटी को उठाकर ले जाने की धमकी देते थे। जब बेटी लापता हुई तो हमने तीनों का नाम तहरीर में लिख कर दिया था। लेकिन पुलिस ने बेटी को तलाशने का प्रयास नहीं किया। यदि समय रहते आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाती तो बेटी की जान बच जाती।
बेटी को लगातार धमकी मिल रही थी इस लिए हमने बेटी को उसकी बहन के ससुराल चौबेपुर भेज दिया था। न्याय नहीं मिलने की वजह से वो तनाव में रहती थी। जिसकी वजह से उसने बहन के घर पर ही शनिवार देर शाम फांसी लगा कर जान दे दी ।
एसपी अनुराग वत्स के मुताबिक पुलिस को बीते 16 नवंबर को तहरीर मिली थी। इस पर मुकदमा लिखा था जिसमें लड़की के चले जाने की बात कही गई थी। लड़की के पिता ने कहा था कि तीन लोग बेटी को ले जाने का शक था। तीन दिन बाद जब लड़की बरामद हुई तो उसका मेडिकल और 161 के दर्ज हुए थे।
उन्होंने बताया कि इसके बाद जब लोकल पुलिस द्धारा 164 के बयान हुए थे तो हम लोगों ने पूरी विवेचना के बाद केस दर्ज किया। आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी गई। सभी आरोपी एक ही गांव के हैं और आसपास के ही रहने वाले हैं। दोनों की जाति अलग है। परिवार ने लड़की की कांउसलिग की और उसको कानपुर में एक रिश्तेदार के घर भेज दिया था। पता चला कि उसने सुसाईड कर लिया है। पुलिस सभी बिंदुओ पर जांच कर रही है।
अयोध्या. 9 नवंबर को अयोध्या मामले में आए ऐतिहासिक फैसले मेंसुप्रीम कोर्ट ने सरकार को मंदिर के लिए न्यास बनाने कानिर्देश दिए थे। न्यास अभी भले ही न बनाहो, लेकिन संतों ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने का खाका खींचना शुरू कर दिया है। संत चाहते हैं किरामलला जन्मभूमि मंदिर 1111 फीट ऊंचा बने। वेइसे कच्छ के शंखेश्वर और वृंदावन के प्रेम मंदिर जैसा भव्य बनाना चाहते हैं। श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. राम विलास वेदांती ने बताया कि अयोध्या का रामलला मंदिर विश्व का सबसे विशाल मंदिर बनेगा।
विहिप का मॉडल पुराना
डॉ. वेदांती ने बताया कि विहिप ने मंदिर का जो मॉडल बनवाया था, वह 30 साल पहले का है। अब जमाना बदल गया है। दिल्ली में भव्य मंदिर का खाका खींचा जा रहा है। इसलिए कुछ नेताओं ने विभिन्न जगहों पर मंदिरों को देखने के लिए मुझे भेजा था। गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी तहसील में शंखेश्वर मंदिर और वृंदावन केप्रेम मंदिर की दिव्यता और भव्यता सबसे अच्छी दिखी। मैंने इसी तरह का मंदिर अयोध्या में भी बनाने का प्रस्ताव दिया है।
ट्रस्ट को लेकर संतों में कोई मतभेद नहीं
वेदांती ने कहा ट्रस्ट को लेकर संतों में कोई आपसी मतभेद नहीं है। सभी चाहते हैं अयोध्या में भव्यमंदिर का निर्माण श्रीरामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में हो। नया ट्रस्ट तय करेगा कि मंदिर कैसा और किसे बनाना है। मंदिर में रामजन्मभूमि में तराशे गए पत्थर और शिलाएं लगाई जाएंगी, उनकी उपेक्षा नहीं होगी।
उन्नाव. प्रेम प्रसंग... झूठी शादी... फिर गैंगरेप और जब पीड़ित ने न्याय की आवाज मुखर की, तो उसे आग लगा दी। यह किसी फिल्म का क्लाइमेक्स नहीं, बल्कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की हकीकत है। दुष्कर्म पीड़ित की जिदंगी सामाजिक ताने-बाने और प्रेम प्रसंग में उलझकर रह गई। पिता कहते हैं- हम लोग लोहार हैं, वो लोग ब्राह्मण हैं। फिर गांव के प्रधान भी हैं। ऐसे में उन्हें हमसे संबंध रखना पसंद नहीं था। शिवम (आरोपी) ने मेरी बेटी को बेइज्जत किया और घरवालों के दबाव में अपनाया भी नहीं। शिवम की चाची भी बातों-बातों में कहती है कि दोनों परिवारों में जमीन-आसमान का अंतर है। कैसे कोई संबंध हो सकता है?
उन्नाव से करीब 50 किमी दूर बिहार थाना क्षेत्र में पड़ने वाले हिन्दूनगर गांव में शनिवार दिनभरलोगों का हुजूम था। 90% झुलसने के बाद दम तोड़ चुकीदुष्कर्म पीड़ितका शव शनिवार रात कोदिल्ली से उसके गांव पहुंचा। गांव में घुसते ही पुलिस, मीडिया और नेताओं की दर्जनों गाड़ियां खड़ी दिखाई देती हैं। लगभग 100 मीटर दूर पीड़ित का फूस सेढंका हुआ मिट्टी का घर है। घर के बाहर 50 से ज्यादा पुलिस वाले खड़े हैं। अंदर एक-एक कर मीडिया वाले पीड़ित के पिता सेबात कर रहे हैं। पिता थके-थके से लग रहे हैं, फिर भी पानी पी-पीकर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे हैं। सिर पर आंचल डाले बहू उनसे कह रही है कि तबीयत खराब हो जाएगी आप कमरे में चल कर आराम कर लीजिए। पीड़ित के पिता कहते हैं- दो दिन से खाना-पीना हराम है। अब तो बेटी भी नहीं रही।
‘हत्यारों को फांसी दो नहीं तो हमारे घर पर बम फोड़ दो’
दैनिक भास्कर से बातचीत में पिता कहते हैं कि हमारे यहां अब नेता आ रहे हैं, मीडिया वाले आ रहे हैं, लेकिन नही आएगी तो सिर्फ मेरी बेटी। पिछले दो दिनों से मैं उसको टीवी और इंटरनेट पर देख रहा हूं। पिता कहते हैं कि या तो हत्यारों को फांसी दो या हैदराबाद की तरह उनका एनकाउंटर कर दो। ये सब न हो पाए, तो हमारे घर पर बम गिरा दो, जिससे हम ही खत्म हो जाएं। मेरे पास अब कोर्ट-कचहरी दौड़ने की ताकत नहीं बची।
प्रधान का समर्थक था पीड़ित का परिवार
पीड़ित के पिता ने कहा,''हम लोगों की कोई पुरानी दुश्मनी नहीं थी। हम पहले प्रधान के समर्थक ही थे। तन, मन, धन से उनके साथ रहते थे। उनके जरिए ही हमें कई योजनाओं का जल्दी फायदा भी मिला, लेकिन जब से यह मामला सामने आया, तब से संबंध खराब हुए। दबंग होने की वजह से प्रधान परिवार ने हमें दबाने की कोशिश की। मेरी बेटी और उसकी मां को मारा-पीटा भी। अब मेरी बेटी को जला दिया।''
प्रेम प्रसंग से शुरू हुआ मामला
पिता के मुताबिक, 2017 में शिवम का घर आना-जाना शुरू हुआ। गांव का लड़का होने के कारण किसी को उसके आने-जाने से कोई आपत्ति नहीं हुई। लेकिन, जब बेटी और उसके संबंधों के बारे में पता चला, तो शिवम के परिवार ने घर आकर दबंगई दिखाई। इसके बाद भी शिवम ने बेटी से संबंध खत्म नहीं किए। दिसंबर 2017 में वो मेरी बेटी को भगा ले गया। बाद में पता चला कि बेटी को रायबरेली लेकर गया है। उसने बेटी को गुमराह करने के लिए गलत कागजात बनवा कर शादी का झांसा दिया और उससे रेप करता रहा। परिवार के दबाव में करीब दो महीने बाद गांव लौटकर उसने मेरी बेटी से रिश्ता खत्म कर दिया। इस दौरान उसने मोबाइल से बेटी का वीडियो बना लिया था। बदनामी के कारण मेरी बेटी अपनी बुआ के यहां रायबरेली रहने चली गई। पिछले साल इसी दिसंबर में शिवम अपने रिश्तेदार शुभम के साथ रायबरेली पहुंचा और मंदिर में शादी का झांसा देकर उसे बुलाया। बेटी ने बताया था कि उसने वहां शादी तो नहीं की, लेकिन उसके साथ दोनों ने हथियारके दम पर दुष्कर्म किया।
धोखा मिलने के बाद संघर्षशुरू हुआ
पिता ने बताया- जब धोखा मिला, तो बेटी ने मामला दर्ज करवाने के लिए भागदौड़ करनी शुरू की। हम थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। फिर कोर्ट के आदेश पर मार्च 2019 में मुकदमा दर्ज हुआ। लड़कों की गिरफ्तारी के लिए पैरवी करते रहे, तब कहीं सितंबर में शिवम जेल गया, लेकिन समय से पहले उसे जमानत मिल गई। जमानत मिलते ही सबने मिलकर मेरी बेटी को मार दिया।
गांव में बाहरी लोगोंकी भीड़, स्थानीय लोगों ने चुप्पीसाधी
पीड़ित के पड़ोंसियों ने मामले पर चुप्पी साध रखी है। मामला मीडिया में उछलने के बाद, आसपास के ग्रामीणपीड़ित के गांव पहुंच रहे हैं। बगल के गांव से आए लोग कहते हैं कि यहां कौन बोलेगा। सबको डर भी लगता है। आज मीडिया और पुलिस है, कल कोई नहीं रहेगा, तो फिर गरीब को कौन बचाएगा।
गांव के मुहाने पर ही बैठा है आरोपियों का परिवार
मीडिया और नेताओं की आती भीड़ देखकर सुबह से ही आरोपियों का परिवार गांव के मुहाने पर ही बैठा है। परिवार की महिलाएं लगातार रो रही हैं और मीडिया वालों से कह रही है कि हमारी बात भी चलाओ। शुभम की बहन ने बताया कि सब हमारा वीडियो बना रहे हैं, लेकिन कोई चैनल हमारी बात नहीं चला रहा। बहन का कहना है कि बुजुर्ग व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है। जबकि, उनकी तबीयत भी नहीं ठीक रहती। हमारे घर के बच्चे ऐसे नहीं हैं, जो कोई गंदा काम करें।
लड़की थाने के चक्कर लगाती रही
घटनास्थल से लगभग डेढ़ किमी दूर एक घर पर दो लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रधान सामाजिक और आर्थिक रूप से सम्पन्न है। इसमें दो राय नहीं है कि पीड़ितका उत्पीड़न हुआ। वह थाने केचक्कर लगाती रही, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। बिहार थाने की पुलिस का समर्पण भी प्रधान के घर की तरफ ज्यादा रहा है। हालांकि, घटना कैसे हुई, इस सवाल पर लोगकहते हैं कि प्रधान काएक लड़का जेल होकर आया है। गांव में कहते हैं कि जब कोई जेल होकर आ जाए, तो उसका डर खत्म हो जाता है। ऐसे में कुछ भी हो सकता है।
अयोध्या. श्रीराम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य व भाजपा के पूर्व सांसद डा0 राम विलास वेदांती ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दाखिल करने वाले लोगों को नसीहत देते हुए शनिवार को कहा कि 5 जजों की बेंच ने जब राम जन्मभूमि के पक्ष में निर्णय दिया था उसमें वर्तमान मुख्य न्यायाधीश भी मौजूद थे। उन्हें जजमेंट के बारे में पूरी जानकारी है। ऐसे में रिव्यू याचिकाओं के स्वीकार होने की कोई संभावना नहीं है।
वेदांती नेमंदिर के पक्ष में कोर्ट के फैसले के बाद शनिवार को पहली बार रामलला के दर्शन किए। उन्हाेंनेकहा कि संतो मे कोई मतांतर नही है। अयोध्या के सभी संत राम मंदिर पर एक है। कुछ बाहरी तथाकथित लोगों को संत बना कर कांग्रेसियों ने यहां भेजा था। लेकिन कांगेस की साजिश संतो को आपस में लड़वाने को लेकर सफल नहीं हुई।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के समर्थन से 5 पुनर्विचार याचिकाएं दायर की गईं। ये याचिकाएं मुफ्ती हसबुल्लाह, मौलाना महफुजुर रहमान, मिस्बाहउद्दीन, मोहम्मद उमर और हाजी महबूब की तरफ से दाखिल की गई हैं। इससे पहले जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद रशिदी भी रिव्यू पिटीशन दाखिल कर चुके हैं।
उन्नाव. उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप पीड़ित जिंदा जलाए जाने से आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई। 90% झुलसी दुष्कर्म पीड़ित को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट हुआ था। दिसंबर 2018 में पीड़ित के साथ रायबरेली में गैंगरेप किया गया था। इसके बाद पीड़ित केस दर्ज करवाने के लिए तीन माह तक थाना, कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाती रही। बाद में रायबरेली कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई। लेकिन, एक साल बाद भी पुलिस दूसरे आरोपी शुभम त्रिवेदीको गिरफ्तार नहीं कर पाई।उन्नाव दुष्कर्म केस में जानिए, कब-क्या हुआ?
दिसंबर 2018 में गैंगरेप, मार्च 2019में केस दर्ज हुआ था
युवती ने बताया था किगांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी से उसका संबंध था। शिवम ने उसका रायबरेली ले जाकर रेप किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद लगातार रेप करता रहा। शादी का दबाव बनाया तो रायबरेली ले जाकर एक कमरे में रख दिया। यहां नजरबंद कर दिया। इसके बाद आरोपी शिवम अपने साथी शुभम त्रिवेदी के साथ आया। दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने ले गए और गैंगरेप किया। घटना के एक साल बाद भी आरोपीशुभम पुलिस कीपकड़ से बाहर रहा।
एक नजर में घटना
12 दिसंबर 2018- शिवम और शुभम ने रायबरेली के लालगंज इलाके में गैंगरेप किया।
13 दिसंबर 2018- पीड़ित ने थाना लालगंज में घटना की शिकायत की। सुनवाई नहीं हुई।
20 दिसंबर 2018- पीड़ित ने रायबरेली के एसपी को डाककेजरिएशिकायत भेजी। केस दर्ज नहीं हुआ।
दिसंबर 2018 से फरवरी2019- (3 महीने)-पीड़ित और उसका परिवार नेता,अधिकारियों के पासकेस दर्ज कराने के लिए गुहार लगाता रहा।
04 मार्च 2019- रायबरेली कोर्ट के आदेश पर थाना लालगंज में शिवम और शुभम पर केस दर्ज किया गया।
14 अगस्त 2019-शिवम औरशुभमकी संपत्तियों की कुर्की के लिए पुलिस को आदेश मिला।
19 सितंबर 2019- शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। शुभम फरार रहा।
25 नवंबर 2019- शिवम कोहाईकोर्ट से जमानत मिली।
30 नवंबर 2019- आरोपी शिवम त्रिवेदी जमानत पर जेल से रिहा होकर आया।
05 दिसंबर 2019 को इस तरह घटी घटनाएं-
सुबह 04:30 बजे : गैंगरेप के मामले में रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के सिलसिले में पीड़ित घर से ट्रेन पकड़ने के लिएनिकली। रास्ते में जिंदा जलाया गया।
सुबह 05:00 बजे: अधजली हालत में गैस एजेंसी केगोदाम तक पहुंची।
सुबह 05:05 बजे: पीड़ित ने स्वयंडायल-112 को सूचना दी।
सुबह 06:00 बजे: पीड़ितप्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर।
सुबह 08:15 बजे:जिला अस्पताल में मैजिस्ट्रेट के सामने पीड़ितने कलमबंद बयान दिया।मुख्य आरोपी शिवम-शुभम के अलावा तीन अन्य नाम बताए।
सुबह 08:30 बजे:प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर, परिजनों को सूचना दी गई।
सुबह 10:30 बजे: सिविल अस्पताल, लखनऊ लाया गया।
दोपहर 12:42 बजे: पीड़ितके भाई ने आरोपी शिवम औरशुभम पर केस दर्ज कराया।
शाम05:00 बजे: सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शाम 05:54 बजे:बजे शाम एंबुलेंस से पीड़िता लखनऊ एयरपोर्ट रवाना।
शाम06:30 बजे: एयर एंबुलेंस ने किया टेकऑफ।
अंतत: सिस्टम से हारी बेटी
06 दिसंबर 2019- पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया।कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।
06 दिसंबर 2019- सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात 11:40 बजे पीड़ितने दम तोड़ दिया।
07 दिसंबर 2019- शव का पोस्टमाॅर्टम दिल्ली में हुआ। आज शव गांव लाया जाएगा।
फिरोजाबाद. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने उन्नाव कांड को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर है। यहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।
फिरोजाबाद में शनिवार को एक निजी कार्यक्रम में आए सपा नेता रामगोपाल यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्नाव की घटना पर पहले कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैंने सदन में भी इस विषय पर कहा था कि दुष्कर्म पीड़िता 90 प्रतिशत जल चुकी है, उसका जिंदा रहना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता है। उत्तर प्रदेश की व्यवस्था बिल्कुल लचर है। उन्नाव घटना के जो आरोपी हैं उन पर भी वैसी कार्रवाई नहीं हो सकती है जो हैदराबाद में हुई है।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया।दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया।परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 कोअपने साथी शुभम के साथ रेप किया।
रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवमजमानत पर रिहा होकर आया।5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित कोजला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।
लखनऊ. उन्नाव रेप पीड़ित को जिंदा जला देने से मौत होने के बादसियासत गरमा गई है। हजरतगंज में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू को पुलिस घसीटकर ले गई। इससे पहले शनिवार सुबहउत्तर प्रदेशके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए। पार्टीकार्यकर्ताओं नेविधानसभा के सामने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेशकार्यालयके मेन गेट पर प्रदर्शन शुरू किया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। बसपा प्रमुख मायावती राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू हजरतगंज में सड़क पर धरने पर बैठ गए। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने जबरन उनको वहां से हटाया। लल्लू ने कहा कि कानून और न्याय की बात करने वाले कहां गए। कांग्रेसकार्यकर्ताओं को लाठी-डंडों से पीटा जा रहा है। सरकार के लोग कहां सोए हुए थे, जब पीड़ित बहन के घर में घुसकर उसके पिता को मारा गया।लल्लू ने कहा कि पीड़ित के खेत में आग लगा दी गई। उसकी छोटी बहन को स्कूल जाने से रोका गया। ये सरकार अत्याचारी के साथ है।
मायावती बोलीं- महिला उत्पीड़न में राज्यपाल दखल दें
मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर उन्हें उन्नाव कांड और प्रदेश में महिला उत्पीड़न को लेकर ज्ञापन दिया। पत्रकारों से बातचीत में बसपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बीच कानून का डर नहीं है। बलात्कार की घटनाएं अब आम हैं। राज्यपाल से मैंने कहा है कि आप महिला हैं। दूसरी महिला के दर्द को समझती हैं। प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर आपको दखल देना चाहिए। यूपी सरकार ज्यादा गंभीर नहीं दिख रही है।
अखिलेश ने कहा- बेटी को नहीं बचा पाए, हम शर्मिंदा हैं
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नेमीडिया से बातचीत मेंसरकार पर हमला बोला।उन्होंने कहा कि यूपी की बेटी की जान गई है। इसके लिए सरकार ही दोषी है। यह सब सरकार की जानकारी में था। जिन पर आरोप लगे हैं वो भाजपा से जुड़े हुए हैं। इसीलिए उसको न्याय नहीं मिला। देश की बहादुर बेटी को हम बचा नहीं पाए, इसके लिए हम सब शर्मिंदा हैं।अखिलेशके साथ उत्तर प्रदेशसपा ईकाई के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और सपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी भीविधानसभा के बाहर धरने पर बैठे। पूर्व मुख्यमंत्री के धरने पर बैठने से पहले प्रशासन को भनक तक नहीं लगी। इस बीच विधानसभा के आसपास सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता कर दी गई है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के सामने किया प्रदर्शन
घटनाके विरोध में शनिवार को कांग्रेसने भाजपामुख्यालय के सामनेप्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने पहले मैन गेट पर प्रदर्शन किया। पुलिस के रोकने पर कार्यकर्ता गेट के सामने बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को जबरन हटाया।इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा के सामने पहुंच गए और सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन शुरू किया।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया।दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया।परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 कोअपने साथी शुभम के साथ रेप किया। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया। जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवमजमानत पर रिहा होकर आया।5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित कोजला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।
कानपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को स्टीमर पर बैठकर गंगा नदी का निरीक्षण किया। यहां अटल घाट का निरीक्षण करने के बाद वह गंगाबैराज पहुंचे। योगी ने गंगाबैराज से मोटर वोट पर बैठकर सीसामऊ नाले तक पूरी स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
पीएम मोदी अगामी 14 दिसंबर को कानपुर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री यहां अटल घाट का लोकार्पण करने के साथ ही गंगा बैराज से स्टीमबस से गंगा नदी का निरीक्षण करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नमामी गंगे परियोजना के तहत होने वालो कामों की समीक्षा करेंगे। जिला प्रशासन प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों में लगा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को तैयारियों की समीक्षा करने के लिए पहुंचे थे।
डीएम विजय विश्वासपंत ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अटल घाट का निरीक्षण किया। इसके बाद वो गंगा बैराज गए और फिर वहां से मोटर से सीसामऊ नाले तक गए थे । इसके साथ ही उन्होने कुछ दिशानिर्देश दिए है। सीरियर अधिकारी उन दिशानिर्देश को फालो करेंगें।
उन्नाव. उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में गुरुवार तड़के जलाई गई दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार रात 11:40 बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसने मरने से पहले अपने भाई से कहा था- मेरे गुनहगारों को मत छोड़ना, मैं जिंदा रहना चाहती हूं। यह उन्नाव जिले का इकलौता मामला नहीं है। 2019 में जनवरी से नवंबर तक 11 माह में दुष्कर्म के 86 और महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के 185 मामले उन्नाव जिले मेंदर्ज हुए हैं। ये वे मामले हैं, जो पुलिस तक पहुंचे हैं। तमाम मामले घर की दहलीज के भीतर ही दफन हो गए, तो कई पुलिस ने दर्ज ही नहीं किए।
उन्नाव, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटा हुआ जिला है। जो लखनऊ से 63 किलोमीटर दूर और कानपुर से करीब 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। उन्नाव की जनसंख्या 31 लाख है। जिले के एक भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर भीदुष्कर्म का आरोप है। अब एक अन्य दुष्कर्म पीड़िता को आरोपियों द्वारा जलाए जाने के बाद उन्नावजिला पूरे देश में चर्चा में है। उन्नाव में दुष्कर्म व छेड़खानी के सबसे अधिक मामले असोहा, अजगैन, माखी और बांगरमऊ थानेमें दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकतर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें या तो जमानत पर रिहा कर दिया गया, या फिर वे फरार हैं।
राज्य के कानून मंत्री बृजेश पाठक उन्नाव जिले से तालुक रखते हैं। वे यहां 2004 से 2009 तक सांसद रहे थे। मंत्री बृजेश पाठक कहते हैं- यह घटनादुखद है कि पीड़ितआज हमारे साथ नहीं है। हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए आज संबंधित अदालत में अपील करेंगे। हम मामले को एक दिन में सुनवाई के लिए भी अपील करेंगे। हम दोषियों को नहीं छोड़ेंगे, वे चाहे जितने रसूखदार हों। हम सख्त कार्रवाई करेंगे।
क्या कहते हैं स्थानीय?
उन्नाव. उन्नाव रेप माले को पूरे उप्र में सियासी उबाल देखा जा रहा है। इस बीच उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पर इस मामले को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है। साक्षी महाराज ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि मैं पूरी तरह से पार्टी और परिवार के साथ खड़ा हूं। इस तरह की हिंसा को लेकर मैं संसद में भी बोल चुका हूं। दोषियों को जल्द ही गिरफतार किया जाएगा। कोई बच नहीं पाएगा। उन्नाव का नाम बदनाम किया जा रहा है।
साक्षी महाराज ने कहा है कि वह राजनीति करके चलीं जाएंगी तब मैं पीड़ित परिवार से मिलने जाउंगा। इससे पहले साक्षी महाराज नेकहा, ''मैं लखनऊ में था। अभी-अभी उन्नाव पहुंचा हूं। भाजपा सांसद ने कहा कि प्रियंका गांधी राजनीति करके चली जाए, फिर मैं पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जाऊंगा। मैं आज ही पीड़ित परिवार से मुलाकात करूंगा। पीड़ित परिवार के साथ हमारी गहरी संवेदना है। घटना अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।''
साक्षी महाराज ने रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को दी थी बधाई
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने जेल में बंद उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जन्मदिन की बधाई दी थी। ट्वीटरपर साक्षी महाराज द्वारा अपने आधिकारिक अकाउंट से दी गई ये बधाई चर्चा का विषय बन गई। विपक्षी नेताओं ने उनके इस ट्वीट को लेकर जमकर निशाना साधा. जिसके बाद साक्षी महाराज ने अपना ये ट्वीट डिलीट कर दिया है।
यह है मामला
गैंगरेप पीड़ित लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी 12 दिसंबर 2018 को अपने साथी शुभम के साथ रेप किया। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 5 मार्च, 2019 को केस दर्ज किया। बाद में शिवम ने कोर्ट में सरेंडर किया,जबकि शुभम फरार रहा। 30 नवंबर को शिवम जमानत पर रिहा होकर आया। 5 दिसंबर को रायबरेली कोर्ट में सुनवाई के लिए जा रही पीड़ित को जला दिया गया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया।
झांसी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को बुंदेलखंड के दौरे पर झांसी पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद सीएम ने जहां पैरामेडिकल कॉलेज में सीएम ने बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी का उद्घाटन किया। इस मौके पर योगी ने कहा कि किसानों और महिलाओं को रोजगार परक साधन से जोड़ते हुए उन्हें स्वावलंबी बनाने की जरूरत है। सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।योगी देर शाम को अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे।
योगी ने कहा कि बलिनी मिल्क कंपनी थोड़ी मेहनत कर ले तो बुंदेलखंड में दूध की नदियां बहती दिखायी देंगी। एक समूह ने गाय के गोवर से अगरबत्ती बना ली। गाय के गोवर की अगर बत्ती मंदिर में जला ही सकते हैं और मच्छर भगाने के काम आएगी। गाय के गोवर के कई लाभ हैं। हम जो पैसा स्कूल की ड्रेस में खर्च करते हैं यदि वही काम महिलाएं गांव में करने लगें तो ये पैसा गांव में ही रह जाएगा।
योगी ने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनवाने के लिए उन्हें रोजगार परक चीजों से जोड़ना बहुत जरूरी है।
सीएम शनिवार को किसी सरकारी स्कूल, कार्यालय, तहसील, आंगनवाड़ी केंद्र, रेन बसेरा या गो आश्रय स्थल का निरीक्षण भी कर सकते हैं। वह रात को सर्किट हाउस में ही रूकेंगे। रविवार सुबह 10 बजे महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित सुपर स्पेशियल्टी ब्लॉक का उद्घाटन करेंगे। यही एक जनसभा को संबोधित करने के बाद वे बांदा के लिए रवाना हो जाएंगे।
बुलंदशहर. उन्नाव दुष्कर्म व पीड़िता को जिंदा जलाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में 14 साल की नाबलिग के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। यहां खेत में सब्जी तोड़ने गई नाबालिग के साथ तीन आरोपियों ने बंधक बनाकर दुष्कर्म किया गया। दुष्कर्म कावीडियो भी बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों औरवीडियो बनाने वाले चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। चारों आरोपी नाबालिग हैं, इसलिए उन्हेंजुबेनाइल कोर्ट में पेश किया गया, यहां से चारों कोबाल सुधार गृह भेजा गया।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया- इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। पीड़ितके चाचा की तहरीर पर सभी चारों आरोपियों पर केस दर्ज किया गया है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पुलिस ने मामला संज्ञान में आने के दो घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
3 दिसंबर कोबुलंदशहर जिले के पहासू थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 14 वर्षीय किशोरी खेत में सब्जी तोड़ने गई थी, तब गांव के ही इन तीन नाबालिगों ने किशोरी को बंधक बनाकर अपनी हवस का शिकार बना लिया। आरोपियों ने किसी को घटनाक्रम की जानकारी देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़िता के गैंगरेप का वीडियो भी बनाया गया था,जिसे गुरुवार शाम सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वीडियो वायरल होने के बादपीड़ितके चाचा ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
वाराणसी. उन्नाव दुष्कर्म मामले में पीड़ित को जलाए जाने के बाद शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस बीच मामले को लेकर शनिवार को यहां एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चियां पहुंची थीं। इस मौके पर महिलाओं ने तय किया कि वो दिनभर उपवास रखेंगी और अपनी बेटियों को दरिन्दों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करेंगी।
विशाल भारत संस्थान की ओर से श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया था। इस मामले को लेकर संस्थापक अध्यक्ष डा राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि ‘उन्नाव में जिस लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ और आरोपी जेल में गये फिर बेल पर बाहर आ गए और बदला लेने के लिए कि वो गवाही न दे सके इसलिए उसको जिन्दा जला दिया। वो लड़की जलते हुए 1 किलोमीटर तक दौड़ती रही। इससे बड़ी तकलीफ क्या हो सकती है पूरे हिन्दुस्तान के लिए।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि ‘उन्नाव के दुष्कर्मियों को न तो दया याचिका का मौका देना चाहिए, न तो कोई मान्वाधिकार संगठन इनका समर्थन करे और न ही कोई वकील इनका मुकदमा लड़े।उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाए, मौत की सजा दी जाए।ताकि कोई और इस तरह के दुष्कर्म करने की, इस तरह कुकर्म हो रहा है ये होना जल्द से जल्द बन्द हो।
प्रयागराज. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बीएचयू के वर्तमान कुलपित समेत छह अधिकारियों को अवमानना का नोटिस जारी कर छह सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। अदालत में दाखिल याचिकाओं में कहा गया है कि बीएचयू वाराणसी के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में आर्थोपीडिक और एनाटॉमी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। जिसमें दी गई अहर्ता मानक के अनुरूप नहीं है और उसमें अतिरिक्त अहर्ता जोड़ने को लेकर याचिका दाखिल हुई।अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।
यह आदेश न्यायमूर्ति सुनीत कुमार ने डॉ. संदीप कुमार व अन्य की अवमानना याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया है। अदालत ने महानिबंधक को इस आदेश के अनुपालन के लिए निर्देशित किया है।
अदालत ने छह अधिकारियों पूर्व कुलपति डॉ. लालजी सिंह,वर्तमान कुलपति राकेश भटनागर,रजिस्ट्रार डॉ. जीएस यादव,डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. अश्वनी कुमार सिंह,कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी व उप कुलसचिव डॉ. सुनीता चंद्रा के खिलाफ आदेश की अवमानना का नोटिस जारी किया है।
हाइकोर्ट ने उक्त सभी अधिकारियों से सवाल किया है कि क्यों न आदेश की अवमानना के लिए उन्हें दंड दिया जाए। कोर्ट ने सभी अधिकारियों को स्पष्टीकरण के लिए छह सप्ताह का समय दिया है।
याचिका में कहा गया कि नीति एवं योजना बोर्ड ने अतिरिक्त योग्यता तय की थी, जो विज्ञापन में जोड़ी गई है, जबकि बोर्ड को ऐसा करने का अधिकार नहीं है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ही अतिरिक्त योग्यता जोड़ने का कार्य कर सकती है।
इस पर उच्च न्यायालय ने विज्ञापन रद्द कर दिया और बीएचयू को नए सिरे से विज्ञापन जारी करने का निर्देश दिया।अवमानना याचिका में आरोप है कि इस आदेश के बावजूद बीएचयू ने नियुक्त किए गए एक प्रोफेसर को पद से नहीं हटाया नहीं और न ही कोई नया विज्ञापन जारी किया। अ
वमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि बीएचयू के अधिकारियों ने हाईकोर्ट के 03 और 17 फरवरी 2014 के आदेशों का जान बूझकर उल्लंघन किया है। इसके लिए उनके विरुद्ध अवमानना का मामला बनता है। कोर्ट ने सभी को अवमानना का दोषी करार देते हुए स्पष्टीकरण के लिए तलब किया है। मामले पर अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।
लखनऊ/ उन्नाव. उन्नाव रेप पीड़ित के परिजन से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उन्नाव पहुंच गई हैं। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी मौजूद हैं। प्रिंयका अभी पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर रही हैं। दरअसल, रेप पीड़ित नेशुक्रवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया है। रात 11.40 बजे उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ था। प्रियंका दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार सुबह लखनऊ पहुंची थीं।
प्रियंका ने शनिवार सुबह टि्वट करते हुए कहा कि उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़ितको सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसकी एफआईआरदर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई? उप्र में रोजमहिलाओं पर जो अत्याचार हो रहेहैं, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है?
प्रियंका ने शुक्रवार रात भी योगी सरकार पर उन्नाव कांड को लेकर हमला बोला था। प्रियंका ने कहा था कि सरकार को यह तय करना होगा कि वह महिलाओं के साथ है या अपराधियों के साथ।
यह है मामला
लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया था। उसने दुष्कर्म के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और मानसिक तौर पर यातनाएं दीं। परेशान होकर लड़की अपनी बुआ के घर रायबरेली चली गई। शिवम ने यहां भी उसका पीछा नहीं छोड़ा और हथियारों के दम पर सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसके बाद 5 मार्च, 2018 को परिवार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दुष्कर्म के दो आरोपियों शिवम और शुभम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों 3 दिसंबर को जमानत पर बाहर आए तो लड़की को जला दिया। पुलिस ने शिवम, उसके पिता रामकिशोर, शुभम, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी को गिरफ्तार किया है।
उन्नाव. उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की दुष्कर्म पीड़िता ने घटना के 44 घंटे बाद शुक्रवार की रात 11:40 बजे दम तोड़ दिया। एक दिन पहले बीते गुरुवार को गैंगरेप के दो आरोपियों ने पीड़िता को जला दिया था। 90% झुलसी दुष्कर्म पीड़ित के बेहतर इलाज के लिए उसे शुक्रवार की देर शाम उसे लखनऊ से एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल पहुंचायागया था। इस घटना से लोगों में रोष है। सोशल मीडिया पर लोग प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सोशल मीडिया पर #उन्नाव #UnnaoTruth #unnaokibeti #UnnaoHorror जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। साथ ही आरोपियों को हैदराबाद में जिस तरह गैंगरेप के चार आरोपियों को गोली मार दी गई, वैसे ही यहां भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अशोक सारस्वत ने लिखा- बदले में क्या मिला?
डॉक्टर कफील ने लिखा- योगी जी आपकी सुशासन ने भी दम तोड़ दिया
##उज्जवल यादव ने लिखा- यूपी में जंगलराज
##मुस्तकीम खान ने कुलदीप सेंगर केस का जिक्र किया-
##साहिल ने लिखा- आखिर ये दोगलापन क्यों?
##सोनम सिंह ने लिखा- बच्ची जिंदगी की जंग हार, फिर भी देश में सन्नाटा
##आशीष कुशवाहा ने लिखा-ढूंढोगे तो इस शहर में क़ातिल न मिलेगा
##जयश्रीराम नाम के यूजर ने लिखा- अपराधियों को ठोंककर यूपी पुलिस दे अच्छा संदेश
##साहिल ने लिखा- सरकार तो खून की प्यासी हो गई है
##उन्नाव. 90% झुलसी उन्नाव की दुष्कर्म पीड़ित ने शुक्रवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। रात 11.40 बजे उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। एक तरह जहां देश शुक्रवार को हैदराबाद की वेटरनरी डॉक्टर के आरोपियों के एनकाउंटर पर खुश था, वहीं आज उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद दुखी है। घटना पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बोलीं कि आरोपियों को एक महीने में फांसी दी जाए। वहीं, निर्भया की मां ने कहा- बलात्कार के मामलों में अब दया याचिका बंद कर देनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने सवार से पूछे कई सवाल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए लखनऊ से निकल गई हैं। इससे पहले उन्होंने योगी सरकार से सवाल पूछा कि, उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसका एफआईआर दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई? उप्र में रोज रोज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है?
उन्होंने योगी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। कहा- यूपी में पीड़ित महिलाओं की नहीं, अपराधियों की सुरक्षा होती है। आप सोच सकते हैं कि महिलाओं में कितना धैर्य होगा, कि वे अपनी लड़ाई लड़ रही हैं। संभल, मैनपुरी जैसे कितने शहर हैं, जहां महिला हिंसा के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री जी क्या एक्शन ले रहे हैं? एक तरह की उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी परिस्थिति है।
सिस्टम ने आज हमें करा दिया: निर्भया की मां
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सरकार पर रेप पीड़ितों का दर्द नहीं सुनने का आरोप लगाया। कहा- वह अपने देश की सरकार पर 'शर्मिंदा' हैं। निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि 'एक बेटी ने आज हमें छोड़ दिया है। हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं है कि कितनी बेटियां इस दर्द से जूझ रही हैं।' सिस्टम ने आज हमें हरा दिया है। कहा- "कल तेलंगाना में चारों आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने से हम खुश थे। आज फिर दुखी हैं।'
उन्होंने कहा- 'मैं राष्ट्रपति से निवेदन करना चाहती हूं कि बलात्कार के आरोपियों पर दया करना अब बंद कर दिया जाना चाहिए। बलात्कारियों को फांसी दी जानी चाहिए। यह सरकार की विफलता है कि उन्नाव मामले में बलात्कारियों को जमानत दी गई और उन्होंने पीड़ित को जला दिया।'
परिवार के साथ न्याय करे योगी सरकार: मायवती
बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्य सरकार से पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय दिलाने की मांग की। मायावती ने ट्वीट कर कहा- 'जिस उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई उसकी कल रात दिल्ली में दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक है। इस दुःख की घड़ी में बसपा पीड़ित परिवार के साथ है। उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाजा और जनता की मांग है।' सरकारें इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए लोगों में कानून का खौफ पैदा करें। केन्द्र भी ऐसी घटनाओं में दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने के लिए कानून बनाए।'
हम दोषियों को बख्शेंगे नहीं: केशव प्रसाद मौर्य
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैं पीड़िता के परिवार को विश्वास दिलाता हूं कि हम दोषियों को नहीं बख्शेंगे, उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलवाएंगे।
उन्नाव. उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में अब तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। गौतम नाम के आरोपी को मौका-ए-वारदात से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया- आरोपी पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्जकर उसे जेल भेज दिया गया है। यह मामला उसी गांव का है, जहां की युवती साल 2017 में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
एसपी ने बताया- बच्ची शुक्रवार को अपने घर के पास एक खेत में खेल रही थी। आरोप है कि, इसी दरम्यान आरोपी ने उसे दबोच लिया और दुष्कर्म करने की कोशिश की। इसी बीच राहगीरों ने बच्ची की चीख पुकार सुनकर मौके पर दौड़े। लोगों से घिरता देख आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया। लोगों ने आरोपी को पीटते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा गया है। एसपी ने कहा- रिपोर्ट मिलने पर आगे की विधिक कार्रवाई होगी।
उन्नाव के दो मामले, जिनकी चर्चा पूरे देश में
इससे पहले उन्नाव के दो दुष्कर्म मामलों ने पूरे देश को हिलाकर रखा है। यहां गुरुवार सुबह गैंगरेप के आरोपियों ने पीड़िता को जिंदा जला दिया था। शुक्रवार रात उसकी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता को भी अभी तक न्याय नहीं मिला है। पिछले दिनों रायबरेली के पास पीड़िता की कार दुर्घटना का शिकार हुई थी। जिसमें उसके दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी, जबकि वकील बुरी तरह घायल हुए थे। विधायक वर्तमान में तिहाड़ जेल में निरुद्ध हैं।
बस्ती.सदर कोतवाली इलाके में रोडवेज चौराहे के पास आईसीआईसीआई बैंक में शुक्रवार की दोपहर हुई बैंक लूट का सीसीटीवी सामने आया है। यहां नकबापोश बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में ग्राहकों, कर्मियों व गार्ड को गन प्वॉइंट पर लेकर करीब 30 लाख की रकम महज दो मिनट में लूटकर फरार हो गए। बकौल, प्रत्यक्षदर्शी शराब कारोबारी अभिमन्यु ने जब अपना कैश उठाना चाहा तो लुटेरों ने कहा- हीरो बनता है...मार...इसको गोली मार। डरे सहमे कारोबारी ने भी अपना कैश लुटेरों को थमा दिया था।
इस वारदात के बाद से पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। जिस स्थान पर लूट की घटना हुई, उसके बगल में पुलिस बूथ भी है। दरअसल, शुक्रवार की दोपहर तीन बाइक पर सवार होकर हथियारों से लैस होकर आधा दर्जन बदमाशों ने बैंक में घुसने के बाद ग्राहकों के साथ बैंककर्मियों को बंधक बना लिया।
बदमाशों ने गार्ड को गन प्वॉइंट पर लेकर बैंक के शटर को अंदर से गिरा दिया। इसके बाद पैसा जमा करने आए ग्राहकों के पैसे लूटे, इसके बाद कैश काउंटर में रखे पैसों को बैग में भरकर फरार हो गए। घटना की सूचना पर आईजी, एसपी समेत बड़ी संख्या में पुलिस फोर्ट घटना स्थल पर पहुंच कर जांच शुरू की। शहर के सभी थानों को अलर्ट किया गया।
एसपी हेमराज मीणा ने कहा- अपराधियों को पकड़ने के लिए टीम लगा दी गई है, जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
पटना (आलाेक कुमार).राम रसाेई के बाद अब अयाेध्या में भी महावीर मंदिर पटना की तर्ज पर तिरुपति का नैवेद्यम मिलेगा। लेकिन, इसका नाम हाेगा रघुपति लड्डू। रघुपति लड्डू तैयार करने के लिए तिरुपति से वेंकटरमण के नेतृत्व में कारीगराें की टीम अयाेध्या पहुंच गईहै। 10-15 दिनाें के अंदर रघुपति लड्डू की बिक्री शुरू हाे जाएगी।
डिमांड बढ़ने पर मीशन लगाकर बनाए जाएंगे लड्डू
फिलहाल अभीपटना से भेजा गया नैवेद्यम लड्डू अयाेध्या में मिलने लगा है। रघुपति लड्डू बनाने की याेजना फाइनल स्टेज में है। अमावा मंदिर के पास इसके लिए स्थान तय हाे गया है। अभी बाेर्ड नहीं लगा है। जल्द ही रघुपति लड्डू के बारे में स्थानीय लाेगाें के साथ बाहर से आने वाले भक्ताें काे भी पता चल सके, इसके लिए पूरे अयाेध्या और आसपास के इलाके में हाेर्डिंग-बैनर व बाेर्ड लगाए जाएंगे। यह लड्डू पटना की तरह ही अयाेध्यावासियाें व वहां आने वाले राम भक्ताें काे निर्धारित कीमत चुकाने के बाद प्राप्त हाेगा। इसके लिए रामलला मंदिर के नजदीक पर्याप्त काउंटर बनाने की तैयारी है। अभी लड्डू तिरुपति से आए कारीगर के हाथाें से ही तैयार करेंगे। डिमांड बढ़ने पर ऑटाेमेटिक मशीनाें से भी लड्डू तैयार किया जाएगा।
अयोध्या में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से आ रहे श्रद्धालु
महावीर मंदिर ट्रस्ट पटना के सचिव आचार्य किशाेर कुणाल ने बताया कि रघुपति लड्डू की बिक्री शुरू हाेने से पहले अयाेध्या में दूर-दराज से आने वाले राम भक्ताें की सुविधा के लिए अमावा मंदिर के पास अमानती घर और ओपीडी भी खुलेगा। डाॅक्टराें के रहने की भी बेहतर व्यवस्था की जाएगी। बताया कि अयाेध्या में राम रसोईसफलतापूर्वक चल रही है। हर दिन करीब 1000 भक्त कैमूर के माेकरी गांव से भेजे गए गाेविंद भाेग चावल से बना प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। बांग्लादेश व नेपाल के हिंदुओंके अलावा सबसे ज्यादा लाेग महाराष्ट्र से आरहे हैं।
राम रसोई मेंतिरुपति से आए खानसामे बना रहे भोजन
राम रसोईके लिए तिरुपति से आए पी ज्ञानेंद्र के नेतृत्व में वहां के कारीगर भाेजन बना रहे हैं। राम रसोईमें कभी पाेंगल, कभी खीर ताे कभी दाल-भात सब्जी की व्यवस्था की जा रही है। किशाेर कुणाल ने बताया कि कारीगर बहुत ही स्वादिष्ट खाना बना रहे हैं। साथ ही भक्ताें काे बड़े प्यार से भाेजन प्रसाद पराेसा जा रहा है। इसका असर यह हाे रहा है कि खाना खाने के बाद लाेग हनुमान जी का जयकारा लगाते हैं। इस तरह पूरे देश में पटना के हनुमान जी की जय जयकार हाे रही है।
उन्नाव. हैदराबाद रेप केस में जिस तरह से चारों आरोपियों का एनकाउंटर हुआ है उससे उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को जलाने वाले आरोपियों का परिवार काफी डरा हुआ है। दैनिक भास्कर प्लस एप से बातचीत में आरोपी शिवम और शुभम की मांओं ने कहा कि उनके बच्चे दोषी सिद्ध हों तो कानून के हिसाब से उन्हें सजा मिले। दोनों उनके एनकाउंटर का डर सता रहा है। उनका विश्वास है कि उनके बच्चों ने कुछ नही किया है।
सीबीआई से कराई जाए मामले की जांच
आरोपी शुभम त्रिवेदी की मांग गांव की प्रधान हैं। उनका कहना है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। इसके बाद भी अगर मेरे बच्चे दोषी निकलें तो कानून के हिसाब से सजा मिले। हैदराबाद की तरह उनका एनकाउंटर न किया जाए। मामले का दूसरा आरोपी शिवम और शुभम आपस में चचेरे भाई हैं। शिवम की मां का कहना है कि हैदराबाद एनकाउंटर की खबर के बाद से ही अनहोनी का डर सता रहा है। मामले की सही जांच कराकर सही कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाइयों को फंसाया जा रहा है
शुभम की बहन का कहना है कि अगर मेरा भाई दोषी साबित होता है तो, जो कड़ी से कड़ी सजा कानून के हिसाब से मिलनी चाहिए वह उनको भी मिले। लेकिन, मुझे विश्वास है कि मेरा भाई ऐसा कुछ नहीं कर सकता, जिससे परिवार का सिर नीचा हो। मेरे भाइयों को फंसाया जा रहा है। यह सब एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की प्रभारी औरकांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी पूरे देश में अपराध के मामले में नंबर वन है।उन्होंने कहा कि कि उन्नाव में पिछले 11महीने में 90 बलात्कार की घटनाएं हुईं हैं। उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि उन्हें आगे आकर चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्ति करनी चाहिए ताकि उनके हाथ में सत्ता आ सके ताकि जब अपनी सुरक्षा की जरूरत पड़े तो वो उसका इस्तेमाल कर सकें।
पार्टी कार्यालय में बैठक समाप्त होने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रियंका ने यह बातें कही। प्रियंका ने कहा कि पिछला हादसा जब उन्नाव मेंहुआ था उस समय भी सरकार ने अंत समय तक अपराधियों की सुरक्षा की। आप सोच सकते हैं कि इन परिस्थितियों में कैसे लड़े। इसके अलावा मैनपुरी और संभल में भी महिलाओं के खिलाफ घटनाएं हुई हैं।
प्रियंका ने कहा कि अपराध के लिहाज से यह देश में नम्बर वन है। वह अपने कार्यालय में एक ऐसा सुझाव बनाएं कि यदि किसी महिला की शिकायत आती है तो सीधे उसकी जानकारी मुख्यमंत्री के कार्यालय को दी जाए और उसपर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
प्रियंका ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ एक्शन लेना पड़ेगा और कार्रवाई करनी पड़ेगी। पार्टी पूरी तरह से महिलाओं के लिए लड़ेगी और सड़क पर उतरेगी। महिलाओं से अपील है कि वो पुरुषों से सत्ता छीने और उनके पास इतनी ताकत हो कि वो अपने आपकी सुरक्षा कर सकें।
कानून को लेकर प्रियंका ने कहा कि कानून बहुत हैं। इसे लागू करने में दिक्कत हो रही है। अपराधियों के खिलाफ सरकार पूरी तरह से काम नहीं कर रही है। क्या इसी तरह से महिलाओं की सुरक्षा होगी
इससे पहले वह शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची।
प्रदेश संगठन में बदलाव के बाद यह प्रियंका का पहला यूपी दौरा है। सबसे पहले प्रियंका ने पूर्व मंत्री दीपा कौल से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। दीपा कौल पूर्व केंद्रीय मंत्री शीला कौल की बेटी हैं, जो पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की नजदीकी रिश्तेदार थीं।
इसके बाद प्रियंका गांधी प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पहुंचीं। यहां उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। प्रियंका गांधी ने पहली बैठक योजना व रानीति ग्रुप के साथ शुरू की है।
इस ग्रुप में जितिन प्रसाद, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राजीव शुक्ला, आरके चौधरी के अलावा प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शामिल हैं। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में बढ़ती महिला हिंसा पर चिंता जाहिर की है।
दिल्ली रैली की होगी समीक्षा
प्रियंका गांधी दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रदेश मुख्यालय में विभिन्न जिलों केपदाधिकारियों से मुलाकात के साथ संगठन के कामकाज की समीक्षा करेंगी। 14 दिसंबर को दिल्ली में प्रस्तावित 'भारत बचाओ रैली' की तैयारियों की भीसमीक्षा करेंगी।
लखनऊ (रवि श्रीवास्तव). 90% तक जल चुकी उन्नाव गैंगरेप पीड़ित की हालत बेहद नाजुक है। उसे गुरुवार को लखनऊ से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट किया गया है। डॉक्टरों ने शुक्रवार को उसके बचने की उम्मीदें बेहद कम बताईं। पीड़ित की मां और बहन दिल्ली रवाना हो गई हैं। इससे पहले बहन ने दैनिक भास्कर प्लस ऐप बातचीत की और कहा कि जिस तरह से तेलंगाना में वेटरनरी डॉक्टर का दुष्कर्म कर हत्या करने वालों को सजा दी गई, उसी तरह उसकी बहन को जलाने वालों और ज्यादती करने वालों को बीच सड़क पर गोली मार दी जाए।
पीड़ित की बहन बोली- हमें ऐसा बदनाम किया कि रिश्तेदारों ने किनारा कर लिया
"मेरी बहन पुलिस में शामिल होना चाहती थी, लेकिन उसे जिंदा जला दिया गया। वह मेरे और भाई के साथ रायबरेली जाने वाली थी, हम लोग नहीं गए तो बहन अकेले ही जाने के लिए तैयार हो गई थी। हमें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि आरोपी उसे जिंदा भी जला सकते हैं। हमें तो पुलिसवालों ने भी नहीं बताया कि ऐसा कुछ हो गया है। हमें उस इंसान से यह खबर मिली, जिसने उसे सबसे पहले जिंदा जलते हुए देखा था। भागते हुए हम सब उन्नाव अस्पताल गए। पुलिस ने यहां भी हमारे साथ कोई हमदर्दी नहीं दिखाई। हमारे साथ पुलिस का रवैया हमेशा से ही ऐसा रहा है। 12 दिसंबर 2018 को शुभम और शिवम त्रिवेदी ने मेरी बहन के साथ असलहे के दम पर गैंगरेप किया था। हम तीन महीने का चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस हर बार यह कहकर हमें लौटा देती थी कि मामला हमारे क्षेत्र का है ही नहीं। दूसरे थाने जाते थे, तो वहां भी यही जवाब देकर वापस भेज दिया जाता था। शिवम और शुभम प्रभावशाली हैं। शुभम प्रधान का बेटा है। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो हम वकील की सलाह पर कोर्ट गए और वहां से केस दर्ज हुआ। शिवम सितंबर में कोर्ट में पेश हो गया था, लेकिन शुभम को पुलिस ने कभी गिरफ्तार नहीं किया। वह गांव में ही रहता था और हम लोगों को केस वापस लेने के लिए धमकाता था। बहन ही नहीं, मुझे और पूरे परिवार को आरोपियों ने निशाना बनाया। 4 महीने पहले मैं अपनी बुआ के पास रायबरेली जा रही थी, तब गाड़ियों में कुछ लड़कों ने मेरा पीछा किया। मैंने 1090 पर फोन किया, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। किसी तरह छिपते-छिपाते में घर तक पहुंची थी। मैं और मेरी बहन पढ़े-लिखे हैं। बहन का सपना पुलिस फोर्स में जाने का था, लेकिन केस के चक्कर में ऐसा उलझी कि जिंदगी बर्बाद हो गई। मैं सिलाई करती हूं। भाई दिल्ली में मजदूरी करता है। पिता किसान हैं। जैसे-तैसे घर का खर्च चलता है। हम लोगों ने नौकरी के लिए तमाम कोशिशें कीं, लेकिन आरोपियों ने हमें ऐसा बदनाम किया कि कहीं नौकरी नहीं मिली। हमारे रिश्तेदारों ने भी हमसे किनारा कर लिया है। हम 5 बहनें हैं। 3 की शादी हो गई। मां-बाप हर वक्त यही सोचते रहते हैं कि हमारी शादी कैसे होगी? और कौन हमसे शादी करेगा?"
उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार तड़के शिवम, शुभम समेत 5 आरोपियों ने जिंदा जला दिया था। आरोपी दो दिन पहले ही जमानत पर रिहा हुए थे। पीड़ित लड़की एक किलोमीटर तक मदद के लिए दौड़ती रही और इस दौरान बुरी तरह जल गई। उसे पहले लखनऊ और फिर एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दाखिल चुनावीयाचिका को रद्द कर दिया है।वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने पहुंचे पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर पीएम मोदी का चुनाव रद्द करने की मांग की थी।
याचिका के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से अधिवक्ताओं ने जवाब दाखिल कर कहा है कि जवान तेज बहादुर वर्तमान में बीएसएफ से बर्खास्त हैं। वो तो वाराणसी का वोटर तक नहीं है। ऐसे में तेज बहादुर को चुनाव रद्द करने की याचिका दाखिल करने का अधिकार ही नहीं है।
उधर, याचिकाकर्ता तेज बहादुर के वकील ने हाईकोर्ट में कहा कि वादी तेज बहादुर पर बीएसएफ में भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। उन्होंने जवाब दाखिल कर कहा कि यूं तो नरेंद्र मोदी भी वाराणसी के वोटर नहीं हैं। यह भी आरोप लगाया गया कि सरकारी मशीनरी ने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर तेज बहादुर का नामांकन रद करा दिया था।
दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद जस्टिस मनोज कुमार की कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता सतपाल जैन ने जवाब दाखिल किया था।
गोरखपुर.तेलंगाना वेटरनरी डॉक्टर को रेप के बाद जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद शुक्रवार को वहां की पुलिस ने आरोपियों का उस समय एनकाउंटर कर दिया जब वह घटना का रिक्रिएशन करने के दौरानभागने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले को लेकरसांसद रवि किशन ने कहा है कि सही मायने में यह महिला चिकित्सक के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। जिस जगह दरिंदों ने घटना को अंजाम दिया था। उसी जगह उनका एनकाउंटर होना चिकित्सक के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। इससे लोगों में अब एनकाउंटर का डर बना रहेगा।
रवि किशन ने गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बातें कहीं। रवि किशन ने कहा कि अब वह ऐसी किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचेंगे।उन्होंने कहा कि रेप की घटना में शामिल किसी भी दोषी के लिए क्षमा का कोई प्रावधान नहीं होना चाहिए। चाहे वह बालिग हो या नाबालिग हो।
रवि किशन ने कहा कि ऐसी घटना को अंजाम देने वाला निश्चित रूप से दरिंदा है। साथ ही कड़े कानून बनाकर दुष्कर्म करने वाले लोगों को एक सप्ताह के भीतर फांसी की सजा दे दी जानी चाहिए। इससे ऐसी घटना करने वाले लोगों के भीतर भय पैदा होगा जिससे वह किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचेंगे। इस तरह से कानून लागू होने से जनता का पुलिस पर विश्वास बना रहेगा। इस घटना को रोकने के लिए यह बेहतर कदम होगा।
उन्नाव. जिस वक्त उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की गैंगरेप पीड़िता आरोपितों द्वारा जलाए जाने के बाद 90 फीसदी झुलसकर जिंदगी-मौत से जूझ रही थी, ठीक उसी वक्त भाजपा सांसद साक्षी महाराज तिहाड़ जेल में बंद एक अन्य मामले में रेप के आरोपीविधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जन्मदिन की बधाई दे रहे थे। जिस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने साक्षी महाराज पर निशाना साधा है। वहीं,बधाई देकरसाक्षी महाराज सोशल मीडिया पर भीट्रोल हो रहे हैं। यूजर्स ने लिखा- लगे हाथ अफजल-कसाब को भी शुभकामनाएं दे देना चाहिए था। हैदराबाद जैसे एनकाउंटर में सेंगर को भी मार देना चाहिए।
प्रियंका ने कहा- अपराधियों से लड़ने का हौसला कौन देगा?
गैंगरेप के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को बधाई देने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सांसद साक्षी महाराज पर निशाना साधा है। उन्होंने टि्वट कर लिखा- कानून बनाने वाले भाजपा सांसद एक बलात्कार के आरोपी भाजपा नेता को बधाई संदेश दे रहे हैं। कल ही उन्नाव में एक बलात्कार पीड़िता को आरोपियों ने जलाने की कोशिश की। आरोपियों के पक्ष में जब कानून बनाने वाले खड़े हो जाएंगे तो अपराधियों से लड़ने का हौसला कौन देगा?
सांसद ने लिखा-विजयी भव सर्वत्र सर्वदा
गुरुवार को भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का जन्मदिन था। इस मौके पर सेंगर को बधाई देते हुए सांसद साक्षी महाराज ने लिखा- सुदिनं सुदिनं जन्मदिनं तव, भवतु मंगलं जन्मदिनं। चिरंजीव कुरु पुण्यवर्धनम, विजयी भव सर्वत्र सर्वदा, जगति भवतु तव सुयशो गानम। कुलदीप सिंह सेंगर विधायक बांगरमऊ को जन्मदिवस की अनंतकोटि शुभकामनांए।
चुनाव जीतने के बाद विधायक से की थी मुलाकात
उन्नाव संसदीय सीट से चुनाव जीतने के बाद साक्षी महाराज गैंगरेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने जेल पहुंचे थे। तब सेंगर सीतापुर जेल में बंद थे। मालूम हो कि, सेंगर पर उन्नाव की ही एक युवती ने साल 2017 में गैंगरेप का आरोप लगाया था। उन पर आरोप तय हो चुके हैं।
चित्रकूट.शादी समारोह में डांस करना बंद करने परयुवती कोगोली मार दी गई। घटना 1 दिसंबर की है। इस दिन मऊथाना क्षेत्र के टिकरी गांव में ग्राम प्रधान की बेटीकी शादी हो रही थी। घटना के बाद डांसर लखनऊके एक अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत गंभीर है। दरअसल, डांसर नेतबियत बिगड़ने पर डांस करना बंद किया था। डांसर को गोली मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया- शादी में डांसर पर फायरिंग करने वाले आरोपी फूल सिंह और टिकरा गांव के प्रधान सुधीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। फूल सिंह, प्रधान का रिश्तेदार है। उसे कौशांबी जिले के महेवाघाट इलाके से पकड़ा है।
घटना का वीडियो शुक्रवार को सामने आया
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा घटना कावीडियो करीब 1 मिनट काहै। इसमें डांसर के नाचना बंद करने पर एक व्यक्तिकह रहा है-गोली चल जाएगी। उसका समर्थन करते हुए दूसराव्यक्ति कहता है- सुधीर भैया आप गोली चला ही दो। इसके बाद डांसर को गोली मार दी गई। गोली उसके चेहरे पर लगी।
प्रधान के परिवार में से किसी ने गोली चलाई
पुलिस अधिकारी अंकित मित्तल ने कहा-1 दिसंबर को टिकरी गांव में ग्राम प्रधान सुधीर सिंह पटेल की बेटी की शादी हो रही थी। फायरिंग के समय दूल्हे के मामा मिथिलेश और अखिलेश भी मंच पर मौजूद थे। छर्रे लगने सेये दोनों भी घायल हो गए। ग्राम प्रधान के परिवार के सदस्यों में से किसी ने युवती को गोली मारी। दूल्हे के मामा राम प्रताप ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अभी तक आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका है।
उन्नाव (रवि श्रीवास्तव). उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले मेंगुरुवार तड़केगैंगरेप के आरोपी नेसाथियों के साथ मिलकर पीड़ितको जिंदा जला दिया। शुक्रवार को पीड़ितके चाचा पुलिस के सामने आए। उन्होंने बताया किमुख्य आरोपी शिवम के फूफा अजीत बाजपेयीने 4 दिन पहले धमकी दी थी। मामला खत्म कर दो, वरना अपने भाई-भतीजी कोबता दो कि जिंदा जला देंगे।
चाचा ने बताया, "गुरुवार सुबह जब भतीजी को जिंदा जला देने कीघटना की जानकारी मिली तो मैं डर गया था। आज (शुक्रवार) को थाने गए और फूफा द्वारा धमकी देने की शिकायतदर्ज कराई। पुलिस ने हमें घर और दुकान पर सुरक्षा दी है।" चाचा पीड़ितके गांव से 50 किमी दूर गंगाघाट इलाके में रहते हैं। उनकी दुकान है।आरोपीका फूफा भी इसी गांव में रहता है।
रविवार को दी थी धमकी
चाचा ने कहा- "आरोपी का फूफा अजीत रविवार दोपहर 3 बजे दुकान पर पहुंचा। वहां आते ही गाली-गलौच शुरू कर दी। धमकाया कि अपने भाई और भतीजी को समझा लो। केस खत्म कर दें। वरना जिंदा जला देंगे। अगरतुम (चाचा) बीच में आए तोतुमको भी जला देंगे।" चाचा ने बताया कि मैंने उन्हें कहा था किठीक है।6 दिसंबर को गांव चलेंगे। वहां मामलासुलझाने का प्रयास करेंगे।
'धमकी को हल्के में लिया, भाई को नहीं बताया'
चाचा ने बताया किधमकी को हल्के में लिया। इसलिए भाई को नहीं बताया। गुरुवार को घटना का पता चला तो अफसोस हुआ कि पहले बता देता तो शायद ऐसा न हो पता। घटना के बादभाई से मुलाकात हुई थी।लेकिन वह इतना परेशान थे कि हम यह बात बता नहीं पाए। तब सेउनसे संपर्क नहीं हो पाया। हम लोग दिल्ली भतीजी के पास जाने की तैयारी कर रहे हैं।