माना जाता है कि पेड़-पौधों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। कहा तो ये भी जाता है कि पर्यावरण और सेहत को फायदा पहुंचाने वाले ये पेड़-पौधे इंसान की किस्मत को भी बदल देते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि पेड़-पौधे इंसान की किस्मच कैसा बदल सकते हैं।
दरअशल, फेंगशुई के अनुसार, कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिन्हें घर या ऑफिस में लगाने से सुख-समुद्धि में वृद्धि होती है और आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती है। आइये जानते हैं कि सुख-समुद्धि, सफलता और सौभाग्य वृद्धि के लिए घर में किन पौधों को लगाना चाहिए...
तुलसी
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना जाता है। मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, उस घर में सुख-समुद्धि का वास होता है। माना जाता है कि जहां तुलसी का पौधा होता है, वहां मौजूद निगेटिव एनर्जी खत्म हो जाता है। तुलसी का पौधा लगाते समय ध्यान रखें कि इसे घर के दक्षिण भाग में न लगाएं, नहीं तो नकारात्मकता आती है।
मनी प्लांट
मनी प्लांट को आर्थिक लाभ और सुख-समुद्धि का प्लांट माना जाता है। फेंगशुई के अनुसार, इसे घर में लगाने से आय में बढ़ोत्तरी होती है। माना जाता है कि जिस घर में मनी प्लांट होता है, वहां धन की कभी कमी नहीं होती है। ध्यान रखें कि मनी प्लांट को आप अपने घर के लिविंग रूम में ही लगाएं।
बम्बू प्लांट
मान्यता है कि जिस घर में बम्बू प्लांट होता है, उस घर की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। साथ ही घर के सदस्यों की उम्र भी बढ़ती है। ध्यान रखें कि हरे रंग के बम्बू प्लांट्स के समूह को लाल रंग के धागे में बांधकर ही घर या दफ्तर में रखें। इसके अलावे बम्बू प्लांट्स को जिस गमले में लगाएं, उसमें पानी और पत्थर जरूर रखें।
जेड प्लांट
जेड प्लांट को सौभाग्य वृद्धि के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस पौधे को लगाते समय खास तौर पर इस बात का ख्याल रखें कि जेड प्लांट एक मीटर से ज्यादा नहीं बढ़ना चाहिए। इस पौधे से धन लाभ के साथ-साथ सुख-समृद्धि भी आती है। ध्यान रखें कि इसे घर के प्रवेश द्वार पर ही लगाएं।
चाइनीज फ्लावर
मान्यता है कि घर में चाइनीज फ्लावर प्लांट लगाने से सुख-समृद्धि आती है। फेंगशुई के अनुसार, इसे घर में लगाने से पति-पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। ध्यान रखें कि इसे घर के लिविंग रूम या डायनिंग रूम में ही लगाएं।
धन-संपत्ति पाने के लिये लोग कड़ी से कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन कई बार मेहनत करने के बावजूद हमें वो सभी ऊंचाईयां नहीं मिल पाती जो मिलनी चाहिये। कई बार हम जाने-अनजाने में भी ऐसी गलतियां कर देते हैं जो हमें नुकसान पहुंचा सकती है। लेकिन अगर आप चाहते हैं की आपको कई नुकसान का सामना ना करना पड़े तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होगा।
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दूसरों का सामान लेने की आदत को थोड़ा सुधारने का प्रयास करें। शास्त्रों के अनुसार दूसरों की 6 चीजों को लेने से आपके जीवन में नकारात्मकता आ सकती है। तो आइए जानते हैं दूसरों की किन 6 चीजों को ना लें...
- कभी किसी व्यक्ति का धन नहीं रखना चाहिये। अगर आप किसी से पैसा उधार लेते हैं उन्हें समय पर वापस दे दें। क्योंकि दूसरे का धन रखने से व्यक्ति बेईमान होता है और दूसरों का धन रखने वाले के पास धर्म नहीं होता। जिसके पास धर्म नहीं होता है, उसके पास कभी लक्ष्मी का वास नहीं होता है।
- शंख समृति के अनुसार दूसरों के बिस्तर पर सोने की मनाही है। इसलिये दूसरों के बिस्तर पर कभी भूलकर भी ना सोयें क्योंकि दूसरों के बिस्तर पर सोने से घर में कभी लक्ष्मी नहीं आती।
- दूसरों के कपड़े कभी नहीं पहनना चाहिये। दूसरों के कपड़े मांगकर पहनने से दरिद्रता आती है।
- दूसरों का अन्न ना खायें, क्योंकि दूसरों का अन्न खाने से धन के मामले में उस व्यक्ति को दुखी रहना पड़ता है। जो दूसरे का अन्न खाता है उसके घर में गरीबी आती है और दरिद्रता झेलनी पड़ती है।
- किसी पराई स्त्री के साथ रिश्ता नहीं रखना चाहिये। पराई स्त्री से रिश्ता रखने पर लक्ष्मी नाराज हो जाती है और धन की कमी बन जाती है।
- शंख स्मृति में बताया गया है कि ऐसा करना खुद अपने को नुकसान पहुंचाना है। इससे खुद के धन की क्षति होती है।
- हमेशा प्रयास करें कि अपने घर में रहें। दूसरों के घर में रहने वाले के पास कभी धन संचित नहीं हो पाता
हर इंसान जाने-अनजाने में ऐसी गलती कर देता हैं, जो जीवन में नकारात्मकता लाती है। दरअसल, हम लोगों की आदत होती है कि सोत समय कई वस्तुओं को अपने सिरहाने रख देते हैं और वहीं पर सो जाते हैं।
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माना जाता है कि सोते समय इन चीजों को सिरहाने रखने से घर में अशुभता बढ़ता है और नकारात्मकता आता है। आइये जानते हैं कि सोते समय हमें कौन सी चीजें सिरहाने नहीं रखना चाहिए...
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोते समय घड़ी, मोबाइल , फोन, लैपटॉप, टीवी, वीडियो गेम जैसे वस्तु सिरहाने नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों को सिरहाने रखने से हमारी शांति भंग होती है। इसके अलावे इन चीजों से निकलने वाली किरणें हमारी सेहत के लिए भी घातक होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोते समय कभी भी अपने सिरहाने के पास पर्स नहीं रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इन वस्तुओं को सिरहाने रखने से बेवजह खर्च बढ़ता है। वास्तु के अनुसार, इन चीजों में कुबेर और लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में इन चीजों को हमेशा तिजोरी या अलमारी में ही रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रात को सोते समय बेड के नीचे या सिरहाने की ओर ओखली नहीं रखनी चाहिए। माना जाता है कि अगर इन चीजों को यहां रखते हैं तो रिश्तों में तनाव आता है और घर में विवाद होता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को अपने तकिए के नीचे अखबार, मैगजीन और किताब जैसी चीजों को नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों को तकिए के नीचे रखने से हमारा जीवन प्रभावित होता है और मानसिक तनाव लाता है।
प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को त्रिदेवों के अंश भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाती है। इस साल 2019 में 12 दिसंबर को हैं दत्तात्रेय जयंती का पर्व। शास्त्रों में कथा आती है कि मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि के दिन ही त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) ने भगवान दत्तात्रेय के रूप में जन्म लिया था, जिनके कुल 24 गुरु थे। भगवान दत्तात्रेय जी ईश्वर एवं गुरु दोनों रूप पूजे जाते हैं। इस दत्तात्रेय जयंती के दिन इस विधि विधान से करें उनकी पूजा आराधना।
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दत्तात्रेय के दर्शन से होती है मनोकामनां पूरी
धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख आता है की भगवान श्री दत्तात्रेय का जन्म मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि को प्रदोषकाल में त्रिदेव- ब्रह्मा, विष्णु और महेश के अंश के रूप में हुआ था। श्रीमदभगवत के अनुसार भगवान दत्तात्रेय ने चौबीस गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की थी। ऐसी मान्यता है की मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा को भगवान दत्तात्रेय का व्रत रखकर दत्तात्रेय के बालरुप का पूजन करने, उनके दर्शन मात्र से व्यक्ति की अनेक मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। भगवान दत्तात्रेय के तीन सिर, और छ: भुजाएं है।
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पूजा विधि
1- इस दिन भगवान दत्तात्रेय की पूजा करके व्रत रखने से हर मनोकामनां पूरी है।
2- इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने पुण्यफल मिलता है।
3- भगवान दत्तात्रेय का पूजन गुरु दत्ता देव के नाम से भी किया जाता है।
4- धुप, दीप, चन्दन, हल्दी, मिठाई, फल, फूल से पूजन करने का विधान है।
5- भगवान दत्तात्रेय का पूजन करने के बाद 7 बार परिक्रमा करते हुए उनके मंत्र- ऊँ द्रां दत्तात्रेयाय नमः का जप करने से जीवन के सभी अभाव दूर हो जाते हैं।
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भगवा दत्तात्रेय इन 24 को अपना गुरु मानते थे-
1- कबूतर, 2- मधुमक्खी, 3- कुररी पक्षी कुररी पक्षी (पानी के निकट रहने वाले स्लेटी रंग के पक्षी है। 4- भृंगी कीड़ा, 5- पतंगा, 6- भौंरा, 7- रेशम का कीड़ा, 8- मकड़ी, 9- हाथी, 10- हिरण, 11- मछली, 12- सांप, 13- अजगर, 14- बालक
15- पिंगला वेश्या, 16- कुमारी कन्या, 17- तीर बनाने वाला, 18- आकाश-पृथ्वी, 19- जल,
20- सूर्य, 21- वायु, 22- समुद्र, 23- आग, 24- चन्द्रमा
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हिंदू धर्म में कई सारी परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं। इन्हीं में से एक है, यज्ञ और हवन। रामायण और महाभारत में भी यज्ञ और हवन का उल्लेख किया गया है। अग्नि के माध्यम से ईश्वर की उपासना करने की प्रक्रिया को हवन या यज्ञ कहते हैं। माना जाता है कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता लेकर आता है।
धर्म ग्रंथों के के अनुसार, यज्ञ और हवन कराने की परंपरा सनातन काल से चली आ रही है। हवन को आज भी उतना ही शुभ फलदायी माना जाता है जितना कि पहले। माना जाता है कि हवन, यज्ञ के बिना कोई भी पूजा, मंत्र जप पूर्ण नहीं हो सकता। सनातन काल से यज्ञ और हवन की परंपरा चली आ रही है।
हवन को हिंदू धर्म में शुद्धिकरण का एक कर्मकांड माना गया है। हवन के जरिए आसपास की बुरी आत्माओं के प्रभाव को खत्म किया जाता है। हवन कुंड में अग्नि के माध्यम से देवता को हवि ( भोजन ) पहुंचाने की प्रक्रिया है।
कहा जाता है कि वायु को शुद्ध करने के लिए हवन, यज्ञ किया जाता है। स्वास्थ्य एवं समृद्धि के लिए भी हवन किया जाता है। अग्नि में जब औषधीय गुणों वाली लकड़ियां और शुद्ध गाय का घी डालते हैं तो उसका प्रभाव सुख पहुंचाता है।
माना जाता है कि हवन के धुएं का वातावरण पर असर लंबे समय तक बना रहता है और इस अवधि में जहरीले कीटाणु नहीं पनप पाते। घर के द्वार में अगर वास्तु दोष है तो सूर्य के मंत्र के साथ हवन करना शुभ माना जाता है।
वास्तुशास्त्र का आजकल बहुत प्रचलन है और अधिकतर सभी लोग वास्तु के अनुसार ही अपने घर, ऑफिस का निर्माण करवाते हैं। वास्तुशास्त्री का कहना है की दांपत्य जीवन में भी बहुत मायने रखता है। दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियां या उतार-चढ़ाव होने से पति-पत्नी के बीच कई दिक्कतें आती हैं।
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कभी हमारी कुछ बातें तो कभी बेडरुम में रखा कुछ सामान भी दांपत्य जीवन को प्रभावित करता हैं। अगर हम हमारे आसपास रखी चीजों का ध्यान रखेंगे तो हम घर में सुख-शांति बनाकर रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं वैवाहिक जीवन में शांति बनाये रखने के लिये क्या करें...
बैडरुम में ना रखें एक्वेरियम
वास्तुशास्त्र के अनुसार कभी भी बेडरुम में एक्वेरियम नहीं रखना चाहिये। क्योंकि एक्वेरियम रखने से पति-पत्नी के बीच तनाव उत्पन्न होता है। इसलिये एक्वेरियम प्रवेश द्वार के बाईं तरफ रखना चाहिये। लेकिन बेडरुम में नहीं रखना चाहिये। एक्वेरियम को बेडरुम छोड़कर कहीं भी रख सकते हैं।
फ्लॉवर पॉट से बढ़ती है दूरियां
वास्तु के अनुसार बेडरुम में कभी फ्लॉवर पॉट नहीं रखना चाहिये। क्योंकि फ्लॉवर पॉट पति-पत्नी के बीच दूरियां बढ़ाता है और कई बार गलत जगह रखा पौधा दांपत्य जीवन की मुश्किलें बढ़ा देता है। इसलिये अपने बेडरुम में पौधा ना लगायें। बालकनी में कोई भी पौधा लगायें शुभ माना जाता है।
ना लगाये हनुमान जी की तस्वीर
हनुमान जी को ब्रह्मचारी कहा जाता है। इसलिये कभी भी बेडरुम में हनुमान जी की तस्वीर ना लगायें। हनुमान जी की तस्वीर हमेशा प्रवेश द्वार पर लगाना चाहिये। क्योंकि घर के मुख्य द्वार पर हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर लगाने से घर में नकारात्मकता प्रवेश नहीं करती।
इस साल 2019 दत्तात्रेय जयंती मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 12 दिसंबर को है। दत्तात्रेय भगवान को तंत्राधिपति भी कहा जाता है और जो भी मनुष्य हर दिन भगवान दत्तात्रेय का ध्यान करते हुए उनके बीज मंत्रों का जप करता है उनकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है। मंत्र जप के साथ श्री नारद पुराण में रचित दिव्य स्तोत्र का पाठ ने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होने के साथ पितृदोष से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है और उन्नति होने लगती है। दत्तात्रेय की जयंती से लगातार 3 माह तक इस स्तुति का पाठ करने से मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।
दत्तात्रेय जयंती के दिन भगवान दत्तात्रेय जी के इस बीज मंत्र का एक हजार (1000) बार जप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है एवं जपकर्ता की सभी मनोकामनाएं पूरी करने लगता है। इस दत्तात्रेय मंत्र का जप करते समय गाय के घी एक दीपक तीन बत्ती वाला जलते रहना चाहिए और मंत्र का जप कुशा के या कंबल के आसन पर बैठकर ही करना चाहिए।
दत्तात्रेय मंत्र
।। ॐ द्रां दत्तात्रेयाय नम: ।।
।। श्री दत्तात्रेय स्तोत्र ।।
जटाधरं पाण्डुराङ्गं शूलहस्तं कृपानिधिम्।
सर्वरोगहरं देवं दत्तात्रेयमहं भजे॥
अस्य श्रीदत्तात्रेयस्तोत्रमन्त्रस्य भगवान् नारदऋषिः।
अनुष्टुप् छन्दः। श्रीदत्तपरमात्मा देवता।
श्रीदत्तप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः॥
जगदुत्पत्तिकर्त्रे च स्थितिसंहार हेतवे।
भवपाशविमुक्ताय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते।।
जराजन्मविनाशाय देहशुद्धिकराय च।
दिगम्बरदयामूर्ते दत्तात्रेय नमोऽस्तुते।।
कर्पूरकान्तिदेहाय ब्रह्ममूर्तिधराय च।
वेदशास्त्रपरिज्ञाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
र्हस्वदीर्घकृशस्थूल-नामगोत्र-विवर्जित।
पञ्चभूतैकदीप्ताय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
यज्ञभोक्ते च यज्ञाय यज्ञरूपधराय च।
यज्ञप्रियाय सिद्धाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
आदौ ब्रह्मा मध्य विष्णुरन्ते देवः सदाशिवः।
मूर्तित्रयस्वरूपाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
भोगालयाय भोगाय योगयोग्याय धारिणे।
जितेन्द्रियजितज्ञाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
दिगम्बराय दिव्याय दिव्यरूपध्राय च।
सदोदितपरब्रह्म दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
जम्बुद्वीपमहाक्षेत्रमातापुरनिवासिने।
जयमानसतां देव दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
भिक्षाटनं गृहे ग्रामे पात्रं हेममयं करे।
नानास्वादमयी भिक्षा दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
ब्रह्मज्ञानमयी मुद्रा वस्त्रे चाकाशभूतले।
प्रज्ञानघनबोधाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
अवधूतसदानन्दपरब्रह्मस्वरूपिणे।
विदेहदेहरूपाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
अन्नपूर्णा जयंती : श्री अन्नपूर्णिमा चालीसा पाठ
सत्यंरूपसदाचारसत्यधर्मपरायण।
सत्याश्रयपरोक्षाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
शूलहस्तगदापाणे वनमालासुकन्धर।
यज्ञसूत्रधरब्रह्मन् दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
क्षराक्षरस्वरूपाय परात्परतराय च।
दत्तमुक्तिपरस्तोत्र दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
दत्त विद्याढ्यलक्ष्मीश दत्त स्वात्मस्वरूपिणे।
गुणनिर्गुणरूपाय दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
शत्रुनाशकरं स्तोत्रं ज्ञानविज्ञानदायकम्।
सर्वपापं शमं याति दत्तात्रेय नमोऽस्तुते॥
इदं स्तोत्रं महद्दिव्यं दत्तप्रत्यक्षकारकम्।
दत्तात्रेयप्रसादाच्च नारदेन प्रकीर्तितम्॥
॥ इति श्रीनारदपुराणे नारदविरचितं दत्तात्रेयस्तोत्रं सुसम्पूर्णम्॥
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अंक 01: एकदम से नौकरी करने का निर्णय लेने पर पूर्व में ली गई शिक्षा बहुत बड़ा रोल अदा करेगी। मेहनत के काम स्वयं के बुते करने के बजाय तालमेल से करने की कोशिश करें। अनुकूलता के लिए स्वच्छ जल का अपव्यय करने से बचें।
अंक 02: लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए जमीनी काम को प्राथमिकता देना होगी व लोगों से संपर्क बढ़ाने होंगे। श्रमिक वर्ग को जोखिम के कार्यों में अत्याधिक जोश नहीं दिखाना चाहिए। अनुकूलता के लिए घर में अलग से सरसों तेल का दीपक लगाएं।
अंक 03: कारोबार में काम का बोझ कम करने के लिए दूसरों पर विश्वास रखते हुए काम को बांटना होगा। युवाओं को करियर में मनचाही सफलता के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी होगी। अनुकूलता के लिए अनावश्यक हास्य-विनोद से बचकर रहें।
अंक 04: युवाओं को उच्च अध्ययन के लिए मनपसंद जगह पाने व विषय चुनने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। पारिवारिक सदस्यों के स्वास्थ्य से जुड़ी बातें परेशान करेगी। अनुकूलता के लिए देवी मंदिर में श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं।
अंक 05: छोटी-छोटी बातों पर अपनी निजी राय देने से बचें अन्यथा अनबन की स्थिति बन सकती है। मुकदमें की प्रक्रिया में तेजी के कारण जल्दी निपटने में आशा की उम्मीद बनेगी। अनुकूलता के लिए काले रंग के उपयोग से बचकर रहें।
अंक 06: छोटे भी समस्या का हल कर देते हैं। इस युक्ति को ध्यान में रखते हुए बात पर गौर जरूर करें। किसी मुद्दे पर पहले से चल रही पड़ोसियों से वैमनस्यता दूर होने लगेगी। अनुकूलता के लिए घर के मुख्य द्वार पर चौमुखी दीपक लगाएं।
अंक 07: करियर से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों में अपने से वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह लेना हित में रहेगा। धर्म के बनाए रिश्तों में अपशब्दों का प्रयोग करने से खटास बढ़ सकती है। अनुकूलता के लिए मछलियों को आटे की गोली बनाकर खिलाएं।
अंक 08: वर्तमान में जमीन से जुड़े पुराने कामकाज करने के साथ ही किसी नई योजना से जुड़ने के लिए समय बहुत अच्छा है। आज का समय धार्मिक जलसों की तैयारियों में बीतेगा। अनुकूलता के लिए आंवले के वृक्ष की 5 परिक्रमा लगाएं।
अंक 09: कार्यों में मन न लगने के कारण बिगड़ने से बचने के लिए विलंब करना अपने हित में रहेगा। वाहन व परिवहन से संबंधित कार्यों के पूर्ण होने के प्रबलतम योग बनते हैं। अनुकूलता के लिए प्रातःकाल संत प्रवचन का श्रवण करें।
मेष राशिफल / Aries horoscope Today: सामाजिक समारोह में शामिल होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आप क्यों दूसरे के मामलों में पड़ते है, नुकसान आपका ही होगा। बिना मांगे अपनी राय न दें। पिता के साथ गंभीर विषय पर चर्चा होगी।
वृषभ राशिफल / Taurus Horoscope Today: धार्मिक कार्यों में सहभागिता होगी। समय रहते अपने कार्यों को पूर्ण करें। आपके आलसी रवैये से नुकसान हो सकता है। कारोबार विस्तार के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है।
मिथुन राशिफल / Gemini Horoscope Today: मनचाहा जीवनसाथी मिलने से प्रस्सन होंगे। आपके व्यवहार से लोग आकर्षित होंगे। कार्यस्थल पर पूजा-पाठ में शामिल होंगे। भाई-बहनों से स्नेह मिलेगा। विद्युत उपकरण खरीद सकते हैं।
कर्क राशिफल / Cancer Horoscope Today: पूंजी निवेश से अच्छा परिणाम प्राप्त होगा। नए वस्त्रों की प्राप्ति आज हो सकती है। वाहन पर धन खर्च होगा। जरूरतमंद की मदद करें, रुके कार्य बन जाएंगे। भूमि लाभ संभव।
सिंह राशिफल / Leo Horoscope Today: कारोबार में नई तकनीक से लाभ होगा। कार्य की अधिकता से तनाव रहेगा। कार्य स्थल पर कर्मचारियों की अनियमिता से परेशान रहेंगे। मन की बात कहने का समय नहीं है।
कन्या राशिफल / Virgo Horoscope Today: वित्तीय मामलों में दूसरों पर भरोसा न करें। भावनात्मक संबंधों में नजदीकियां बढ़ेगी। किसी भी नए कार्य को करने के पूर्व रणनीति तैयार करें। नौकरी में तरक्की के आसार है।
तुला राशिफल / Libra Horoscope Today: व्यस्त जिन्दगी में कुछ समय अपनों को भी दें। आप मन के साफ हैं, पर किसी को समझाने के लिए नर्मी से पेश आएं। शिक्षा स्थल पर विवाद की स्थिति को टालें। किसी भी कार्य को करने से पहले अपने परिवार के बारे में जरुर सोचें।
वृश्चिक राशिफल / Scorpio Horoscope Today: वही होता है जो भगवान को मंजूर होता है। व्यर्थ की चिंता छोड़ दें और अपने सपने पूरे करने में लग जाएं। आज आकस्मिक धन प्राप्त हो सकता है। कला से लोगों को प्रभावित करेंगे।
धनु राशिफल / Sagittarius Horoscope Today: लंबे समय से चले आ रहे विवाद आज सुलझ सकते हैं। संतान सुख संभव। विदेश जाने के योग हैं। जीवनसाथी के सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। किसी के देखा देखी में अपना नुकसान हो सकता है।
मकर राशिफल / Capricorn Horoscope Today: अपने व्यवहार और आचरण बदलें। सब आपके हो जाएंगे। अपने माता-पिता से ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। जैसा व्यवहार आप करेंगे वैसा आपके साथ भी हो सकता है, अपनी भूल सुधारें, लाभ होगा।
कुंभ राशिफल / Aquarius Horoscope Today: परिवार की खिलाफ जा सकते हैं। जल्दबाजी में कुछ फैसले लेने पड़ेंगे। संचित धन का उपयोग सतर्कता पूर्वक करें। नई जिम्मेदारी मिलने की संभवाना है। पैर में चोट लग सकती है।
मीन राशिफल / Pisces Horoscope Today: अपने करियर के प्रति महतवपूर्ण फैसले लेने पड़ेंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। परिवार के साथ लंबी यात्रा के योग है। अच्छे कार्य की शुरुआत बड़ों के आशीर्वाद से हो। विदेश जाने की बाधा दूर हो सकती है।
भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व माना जाता है। शिवजी के भक्त देश के हर कोने में हैं, क्योंकि शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। अगर कोई सच्चे मन से शिव जी पर एक लोटा पानी से भी प्रसन्न हो जाते हैं।
पढ़ें ये खबर- सोम प्रदोष: शिव मिटाएंगे हर दोष, इस शुभ योग में घर लाएं पारद शिवलिंग
शिवलिंग के रुप में भगवान शिव की उपासना सृष्टि के आरंभ से ही की जाती है। भारत में शिवलिंग के रुप में कई शिव मंदिर स्थापित हैं जो की देश-विदेश हर जगह प्रसिद्ध हैं। इन्हीं शिवलिंगों में से भारत में एक एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग है। इस शिवलिंग की स्थापना द्वापर युग में की गई थी। महाभारत काल में भीम ने स्वयं इस शिवलिंग की स्थापना की थी।
दरअसल, हम जिस शिवलिंग की बात कर रहे हैं वो उत्तर प्रदेश के गोंड़ा जिले के खरगपुर गांव में स्थित है। यह मंदिर पृथ्वीनाथ नाम से प्रसिद्ध है, जिसमें एशिया का सबसे बड़े शिवलिंग स्थापित है। सबसे बड़े शिवलिंग के पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित जिसके अनुसार, एक दिन क्षेत्रीय निवासी पृथ्वीनाथ अपना मकान बनवाने के लिए खुदाई करवा रहे थे। उसी रात उन्हें सपने में पता चला कि उसी स्थान पर और नीचे सात खंडों में शिवलिंग दबा हुआ है। पृथ्वीनाथ को एक खंड तक शिवलिंग खोजने का निर्देश हुआ। इसके बाद अगले दिन ही पृथ्वीनाथ ने एक खंड तक खुदाई करवाई जिसके बाद वहां से शिवलिंग प्राप्त हुआ। इसके बाद ही यहां शिवलिंग की पूजा-अर्चना शुरु हुई और यहां शिवलिंग की स्थापना हुई और वह मंदिर पृथ्वीनाथ के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
महाभारत काल से भी जुड़ा है इस शिवलिंग का संबंध
किंवदंतियों के अनुसार, महाभारत काल में यानी कि द्वापर युग में पांडव पुत्र भीम ने अज्ञातवास के दौरान ही इस शिवलिंग की स्थापना की थी। बताया जाता है कि बकासुर नामक दानव नें बहुत आतंक मचा रखा था और लोगों को बहुत परेशान कर रखा था। उसी वक्त भीम अपने भाईयों के साथ अज्ञातवास काट रहे थे और जब भीम को इस बात का पता चला तो भीम नें बकासुर नामक दानव से लोगों को बचाया और आतंक से छुटकारा दिलवाया।
बताया जाता है की वो दानव ब्राह्मण कुल का था और इससे भीम पर ब्रह्म हत्या का पाप लगा था। इसी दोष से मुक्त होने के लिये भीम ने शिवलिंग की स्थापना की थी। हालांकि बहुत वर्षों बाद यह धीरे-धीरे जमीन में समा गया था लेकिन मुगलकाल में एक सेनापति ने शिवलिंग का जीर्णोद्धार करवाकर यहां पूजा-अर्चना की। पृथ्वीनाथ की महिमा दूर-दूर तक फैली है। यहां भारत के अलावा नेपाल से भी भक्त पूजा-अर्चना करने आते हैं। मंदिर में हर साल तीन मेलों का आयोजन किया जाता है। शिवरात्रि और सावन पर तो यहां अद्भुत नजारा होता है। भक्तों का तांता लगा रहा है। मान्यता है कि भोलेनाथ के इस मंदिर में मांगी गई हर मुराद पूरी हो जाती है।
ज्योतिष पंडित श्यामनारायण व्यास
मेष राशिफल / aries horoscope Today: सामाजिक समारोह में शामिल होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आप क्यों दूसरे के मामलों में पड़ते है, नुकसान आपका ही होगा। बिना मांगे अपनी राय न दें। पिता के साथ गंभीर विषय पर चर्चा होगी।
वृषभ राशिफल / taurus Horoscope Today: धार्मिक कार्यों में सहभागिता होगी। समय रहते अपने कार्यों को पूर्ण करें। आपके आलसी रवैये से नुकसान हो सकता है। कारोबार विस्तार के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है।
मिथुन राशिफल / gemini Horoscope Today: मनचाहा जीवनसाथी मिलने से प्रस्सन होंगे। आपके व्यवहार से लोग आकर्षित होंगे। कार्यस्थल पर पूजा-पाठ में शामिल होंगे। भाई-बहनों से स्नेह मिलेगा। विद्युत उपकरण खरीद सकते हैं।
कर्क राशिफल / cancer Horoscope Today: पूंजी निवेश से अच्छा परिणाम प्राप्त होगा। नए वस्त्रों की प्राप्ति आज हो सकती है। वाहन पर धन खर्च होगा। जरूरतमंद की मदद करें, रुके कार्य बन जाएंगे। भूमि लाभ संभव।
सिंह राशिफल / leo Horoscope Today: कारोबार में नई तकनीक से लाभ होगा। कार्य की अधिकता से तनाव रहेगा। कार्य स्थल पर कर्मचारियों की अनियमिता से परेशान रहेंगे। मन की बात कहने का समय नहीं है।
कन्या राशिफल / virgo Horoscope Today: वित्तीय मामलों में दूसरों पर भरोसा न करें। भावनात्मक संबंधों में नजदीकियां बढ़ेगी। किसी भी नए कार्य को करने के पूर्व रणनीति तैयार करें। नौकरी में तरक्की के आसार है।
तुला राशिफल / libra Horoscope Today: व्यस्त जिन्दगी में कुछ समय अपनों को भी दें। आप मन के साफ हैं, पर किसी को समझाने के लिए नर्मी से पेश आएं। शिक्षा स्थल पर विवाद की स्थिति को टालें। किसी भी कार्य को करने से पहले अपने परिवार के बारे में जरुर सोचें।
वृश्चिक राशिफल / scorpio Horoscope Today: वही होता है जो भगवान को मंजूर होता है। व्यर्थ की चिंता छोड़ दें और अपने सपने पूरे करने में लग जाएं। आज आकस्मिक धन प्राप्त हो सकता है। कला से लोगों को प्रभावित करेंगे।
धनु राशिफल / sagittarius Horoscope Today: लंबे समय से चले आ रहे विवाद आज सुलझ सकते हैं। संतान सुख संभव। विदेश जाने के योग हैं। जीवनसाथी के सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। किसी के देखा देखी में अपना नुकसान हो सकता है।
मकर राशिफल / capricorn Horoscope Today: अपने व्यवहार और आचरण बदलें। सब आपके हो जाएंगे। अपने माता-पिता से ऐसा व्यवहार ठीक नहीं है। जैसा व्यवहार आप करेंगे वैसा आपके साथ भी हो सकता है, अपनी भूल सुधारें, लाभ होगा।
कुंभ राशिफल / Aquarius Horoscope Today: परिवार की खिलाफ जा सकते हैं। जल्दबाजी में कुछ फैसले लेने पड़ेंगे। संचित धन का उपयोग सतर्कता पूर्वक करें। नई जिम्मेदारी मिलने की संभवाना है। पैर में चोट लग सकती है।
मीन राशिफल / pisces Horoscope Today: अपने करियर के प्रति महतवपूर्ण फैसले लेने पड़ेंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। परिवार के साथ लंबी यात्रा के योग है। अच्छे कार्य की शुरुआत बड़ों के आशीर्वाद से हो। विदेश जाने की बाधा दूर हो सकती है।
वैसे तो भगवान शिव की आराधना हर दिन की जा सकती है, लेकिन खास दिनों पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस महीने मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को सोम प्रदोष व्रत है, जो 09 दिसंबर ( सोमवार ) को पड़ रहा है।
ज्योतिषियों के अनुसार, सोमवार को त्रयोदशी तिथि आने पर इसे सोम प्रदोष कहते हैं। यह व्रत रखने से इच्छा अनुसार फल की प्राप्ति होती है। जिसका चंद्र खराब असर दे रहा है, उनको तो यह प्रदोष व्रत जरूर नियम पूर्वक रखना चाहिए।
सोम प्रदोष व्रत का मुहूर्त
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 9 दिसंबर को सुबह 09.54 बजे से प्रारंभ हो रही है, जो 10 दिसंबर को सुबह 10.44 बजे तक है। इस दिन पूजा का मुहूर्त शाम को 5.25 बजे से रात को 8.08 बजे तक है। माना जा रहा है कि इस मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होगी।
व्रत और पूजा विधि
प्रदोष में बिना कुछ खाए व्रत रखने का विधान है। अगर आपके के लिए ऐसा करना संभव ना हो तो आप एक समय फल का सेवन कर सकते हैं। इस दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शिव की उपासना करना चाहिए।
इस दिन भगवान शिव-पार्वती और नंदी को पंचामृत एवं गंगाजल से स्नान कराकर बिल्व पत्र, गंध, चावल, फल-फूल, धूप, दीप, नैवेद्यं, पान, सुपारी, लौंग और इलायची चढ़ाएं।
शाम के समय एक बार फिर से स्नान करने के बाद शुभ मुहूर्त में शिवजी की पूजा करें। भगवान शिव को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं और आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं, तत्तपश्चात भगवान शिव की आरती करें।
रात में भगवान शिव की उपासना करें और शिव मंत्रों का जाप करें। माना जाता है कि इस तरह व्रत और पूजन करने से हर इच्छा पूरी हो जाती है
ज्योतिषियों के अनुसार, सोम प्रदोष के शुभ योग में पारद शिवलिंग को घर के पूजा स्थान पर स्थापित करना चाहिए। माना जाता है कि सोम प्रदोष के दिन से पारद शिवलिंग की पूजा घर में हर दिन की जाए तो सभी प्रकार के दोष ( पितृ दोष, कालसर्प दोष, वास्तु दोष आदि ) अपने आप ही धीरे-धीरे समाप्त होने लगते हैं।
राजस्थान के करौली में कैला देवी का मंदिर विश्वभर में बहुत प्रसिद्द मंदिर है। कैला देवी का मंदिर उत्तर भारत के प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों में से एक माना जाता है। यहां सालभर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, लोग यहां मनोकामनाओं के साथ खाली झोली लेकर आते हैं और आशीर्वादों से भरी झोली लेकर जाते हैं। मान्यताओं के अनुसार मंदिर से कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटा जो भी सच्चे मन से जो भी मन्नत लेकर आता है उसकी मनोकामना जरुर पूरी होती है।
यहां होता है लक्खी मेले का आयोजन
कालीसिल नदी के चमत्कार विख्यात हैं। मान्यता है यहां आने वालों के लिए कालीसिल नदी में स्नान करना अनिवार्य है। कालीसिल नदी में स्नान के बाद ही भक्त कैला देवी के दर्शन के लिए जाते हैं। यहां साल में एक बार लक्खी मेले का आयोजन होता है। इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और गुजरात समेत कई राज्यों से भारी मात्रा में भक्त पहुंचते हैं। यूं तो सालभर ही भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्र के दिनों में भक्तों की भारी भीड़ यहां उमड़ती है।
बच्चों का मुंडन करवाने आते हैं लोग
मान्यताओं के अनुसार इसी स्थान पर बाबा केदारगिरी ने कठोर तपस्या कर माता के श्रीमुख की स्थापना की थी। कैला देवी के मंदिर में लोग अपने बच्चों का पहली बार मुंडन करवाते हैं और मां को अर्पित करते हैं। आसपास के क्षेत्र में यह भी मान्यता है की अगर किसी के परिवार में विवाह होता है तो नवविवाहित जोड़ा जब तक आकर मां का आशीर्वाद नहीं ले लेता तब तक परिवार का कोई सदस्य यहां दर्शन के लिये नहीं आता।
देवी के रूप में प्रकट हो गई थी बच्ची
माता देवकी के दुष्ट भाई कंस को जब से यह पता लगा था कि बहन की संतान ही उसकी मौत का कारण बनेगी तब से वह एक के बाद एक देवकी की संतान को मारता जा रहा था। इसी प्रकार से जब देवकी की आठवीं संतान के रूप में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ तो उसी वक्त गोकुल में यशोदा और नंद के घर में बेटी का जन्म हुआ। इसके बाद वसुदेव गोकुल जाकर कृष्ण को वहां छोड़ आए और नंदरायजी की बेटी को अपने साथ मथुरा ले आए।
कंस को जब पता चला कि देवकी की आठवीं संतान हो चुकी है तो वह उसे भी मारने कारागार में पहुंचा। कंस ने उसे मारने के लिए जैसे ही शिला पर पटका वह देवी के रूप में प्रकट होकर आकाश में चली गईं। यह देवी योगमाया थीं। इसी देवी ने कंस को बताया कि तुम्हारा अंत करने वाला उत्पन्न हो चुका है। देवी भागवत पुराण के अनुसार इसके बाद देवी विंध्य पर्वत पर विंध्यवासिनी देवी के रूप में निवास करने लगीं। एक अन्य मत है कि कंस से छूटकर देवी राजस्थान में कैला देवी के रूप में विराजमान हुईं।
ज्योतिष शास्त्र में नाम के पहले अक्षर का बहुत ही महत्व है। माना जाता है कि नाम के पहले अक्षर से ही उस व्यक्ति की राशि का पता चलता है। ज्योतिष के अनुसार, जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में होता है, उसी राशि के अनुसार नाम का पहला अक्षर तय किया जाता है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि राशि चक्र की पहली राशि मेष है। जिसके नाम के पहला अक्षर चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ से होता है, वे मेष राशि के होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के पुरुष कभी भी किसी द्वारा किया गया अपमान भूलते नहीं है। बताया जाता है कि इन्हें जैसे ही मौका मिलता है, अपने अपमान का बदला ले लेते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष राशि के पुरुष अपना अपमान मन में दबाकर रखते हैं और मौका मिलते ही उसका बदला ले लेते हैं। ऐसे में मेष राशि के जीवनसाथी या प्रमिका को कभी भी ऐसी कोई बात नहीं करनी चाहिए, जिससे उसे लगे कि उसका अपमान हो रहा है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष राशि के स्वामी मंगल है। माना जाता है कि इस राशि के जातक आकर्षक होते हैं लेकिन इनका स्वभाव कुछ रुखा हो सकता है। इनके बारे में बताया जाता है कि मेष राशि के लोग किसी के दबाव में कार्य करना पसंद नहीं करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के लोगों का चरित्र साफ-सुथरा और आदर्शवादी होता है और ये बहुमुखी प्रतिभा के स्वामी होते हैं। कहा जाता है कि ये अपनी कार्यशैली के कारण मान-सम्मान प्राप्त करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के लोग निर्णय लेने में जल्दबाजी करते हैं। साथ ही ये लोग जिस काम को अपने हाथ में ले लेते हैं, उसे पूरा करने के बाद ही छोड़ते हैं। इनके स्वभाव लालची नहीं होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष राशि के पुरुषों को कल्पना शक्ति बहुत अधिक होती है। ये लोग सोचते बहुत ज्यादा है। इन लोगों का स्वभाव जैसा होता है, सोचते है कि उसी स्वभाव की जीवनसाथी भी मिले। इस कारण कई बार ये धोखा भी खा जाते हैं। दूसरों की मदद करना इनकी सबसे बड़ी खासियत होती है।
देशभर में कई करोड़ों मंदिर हैं जो कि चमत्कारों के लिये प्रसिद्द हैं। इस मंदिरों पर करोड़ों लोगों की श्रद्धा और आस्था जुड़ी है। इन्हीं मंदिरों में से एक मंदिर उज्जैन में है जो की मंगलनाथ के नाम से प्रसिद्द है। इस मंदिर में मंगल दोष का निवारण होता है।
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इस मंदिर में मंगल दोष के लिये विधि-विधान से पूजा की जाती है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है और मंगल दोषों के कारण उन्हें अपने करियर, शादी-विवाह में परेशानियां होती है वे लोग इस मंदिर में जाकर मंगल शांति के लिये पूजा-पाठ करवाते हैं। आइए मंदिर से जुड़ी मान्यताओं के बारे में जानते हैं...
सालभर आते हैं सैकड़ो श्रद्धालु
महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित मंगलनाथ का मंदिर बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर में मांगलिक दोष निवारण के लिये कुंडली में तेज मंगल के लिये या फिर मंगल की कुंडली में खराब स्थिति के लिये पूजा-पाठ करवाई जाती है। इस मंदिर में ना केवल देश बल्कि विदेशों से भी लोग दर्शन व पूजा के लिये आते हैं। यहां सालभर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसके अलावा धार्मिक मान्यताओं की मानें तो उज्जैन नगरी को मंगल की नगरी कहा जाता है। इसलिए भी यहां पीड़ित लोग मंगल दोष निवारण के लिये आते हैं।
मंगल दोष के कारण उठानी पड़ती है ये समस्याएं
मंगल दोष के कारण व्यक्ति को वैवाहिक जीवन में परेशानियां आती है। विवाह में देरी और तेज गुस्से जैसी परेशानियां होती है। मंगल दोष मंगल ग्रह की खराब स्थिति के कारण उत्पन्न होता है। अगर किसी की कुंडली में लग्न भाव, चौथे भाव, सातवें भाव, आठवें भाव या फिर बारह्वें भाव में मंगल होतो मंगल दोष उत्पन्न होता है। जातक को कड़ी परेशानियों को झेलना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष के उपाय
मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र में मंगल ग्रह की शांति के उपाय करने से कुंडली में मंगल दोष समाप्त होता है। मंगल ग्रह की शांति के उपाय करने से मंगल दोष का प्रभाव भी कम हो जाता है। हनुमान जी की आराधना, बजरंग बाण, हनुमान चालीसा आदि के जाप व अन्य प्रकार के उपाय से मंगल दोष के प्रभाव खत्म हो जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है तो उसे उज्जैन के मंगल नाथ मंदिर में जरुर जाना चाहिए। इसके साथ ही मंगल नाथ के दर्शन और पूजा-पाठ करने से मंगल दोष से छुटकारा भी मिलता है।
हर इंसान की चाहत होती है कि उसके जीवन में कभी भी पैसों की कमी ना हो। इसके लिए वह बहुत मेहनत करता है, तरह-तरह के उपाय करता है, इसके बावजूद पैसों की कमी रहती है।
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वहीं, कुछ लोग वास्तु से जुड़े ऐसे उपाय भी करते हैं, जिनसे न सिर्फ उनकी परेशानियां दूर हो बल्कि आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो सके। ज्योतिष शास्त्र में धन लाभ के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं, जिसे करने से कभी भी धन की कमी नहीं रहती है।
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आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। माना जाता है कि जो भी इस उपाय को करता है, उसके पास कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। आइये जानते हैं कि आपको कौन से उपाय करने होंगे और अपने पर्स में रखने होंगे...
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप चाहते हैं कि आपके पर्स में कभी पैसों की कमी ना हो तो आप अपने पर्स में माता लक्ष्मी की बैठी हुई मुद्रा की तस्वीर में रखें।
ज्योतिष के अनुसार, पीपल के पत्ते को अभिमंत्रित करने के पश्चात शुभ मुहूर्त में उसे आप अपने पर्स में रख लें। ऐसा करने से आपको कभी भी आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ज्योतिष के अनुसार, लाल रंग के कागज पर अपनी इच्छा लिखकर लाल रंग के रेशमी धागे से बांधकर अपने पर्स में रख लें। माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी जी आपके पर्स में वास करने लगेंगी और आपकी हर इच्छा जल्द ही पूरी हो जाएगी।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हिन्दू धर्म में चावल के दानों का बहुत महत्व है। माना जाता है कि अगर पर्स में चुटकी भर चावल रखने से पर्स से बेवजह पैसे खर्च नहीं होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माता-पिता या किसी बुजुर्ग से आशीर्वाद में जो रुपये मिलते हैं, अगर उस रुपये पर केसर और हल्दी का तिलक लगाकर पर्स में रख लिया जाए तो पैसों में वृद्धि होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी मंदिर में जाकर जरुरतमंद को अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करने से भाग्य का उदय होता है और पुराने पापों का असर धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। साथ ही देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
हम जिंदगी में कई ऐसे काम होते हैं, जो हमारी तरक्की के रास्ते खोलते हैं। लेकिन कई बार हमारी जिंदगी में सबकुछ सही होते-होते अचानक बिगड़ जाती है। इसका कारण हम खुद होते हैं, हमारी आदतें होती हैं।
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गरुड़ पुराण के अनुसार व्यक्ति की कुछ आदतें उसके जीवन में बहुत कठिनाईयों का कारण बनती है। इसलिये हमें बाहरी उपायों के साथ-साथ कुछ बदलाव स्वयं के जीवन में भी करना चाहिये। आपको जानकर आश्चर्य होगा की हमारी कुछ आदत हमारी उम्र को कम कर देती है। इसलिये अगर आप में भी यह आदत है तो आप भी इन्हें छोड़ दें या इनसे दूर रहें...
गरुण पुराण के अनुसार ये आदत कम कर देती है उम्र
गरुड़ पुराण के अनुसार जो लोग लेट सोकर उठते हैं, उनकी आयु कम हो जाती है। माना जाता है कि जो लोग देर तक सोते हैं उन्हें सुबह-सुबह मिलने वाली ताजा हवा नहीं मिल पाती है, जो की स्वास्थ्य के लिये बहुत ही लाभदायक होती है। लेकिन जो लोग ताजी हवा नहीं लेते उन्हें आगे चलकर बहुत बीमारियां घेर लेती है। इसलिये हमेशा जल्दी सोना चाहिये और सुबह जल्दी उठना चाहिये।
रात के समय भूलकर भी ना खाएं ये चीज़
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि रात के समय कभी भी किसी व्यक्ति को दही का सेवन नहीं करना चाहिये। क्योंकि रात के समय दही खाने से भी व्यक्ति की उम्र कम होती है। इसके अलावा अगर स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाये तो रात को दही खाने से पाचन शक्ति भी कम होती है और इससे कई तरह के रोग उत्पन्न हो जाते हैं। इसलिये रात में दही खाने की गलती ना करें, वरना आपका स्वास्थ्य और उम्र दोनों प्रभावित होगी।
बासी मांस खाने की ना करें गलती
बासी मांस में कई तरह के हानिकारक बैक्टीरिया और संक्रमित कीटाणु उत्पन्न हो जाते हैं, जो की स्वास्थ्य के लिये बहुत खराब होते हैं। क्योंकि जब आप उसे खाते हैं तो बर सारे कीटाणु आपके पेट में चले जाते हैं और आप गंभी बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं। इसलिये बासी मांस का भूलकर भी सेवन नहीं करना चाहिये। कई लोग फ्रिज में रख देते हैं और दूसरे दिन उसे बड़े चाव से खाते हैं जो की बहुत गलत होता है।
गीता जयंती आज ( 8 दिसंबर 2019 ) है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, मार्गशीष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन ही महाभारत काल में कुरुक्षेत्र के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। कहा जाता है कि इस दिन भगवद्गीता के दर्शन मात्र से ही बड़ा लाभ होता है। यदि इस दिन गीता के श्लोकों का वाचन किया जाए तो मनुष्य पूर्व जन्म के दोषों से भी मुक्त हो जाता है।
इस तिथि को मोक्षदा एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय किए जाएं तो व्यक्ति की हर इच्छा पूरी हो सकती है। आइये जानते हैं कि आज कौन सा उपाय करना चाहिए..
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आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण को साबूत पान चढ़ाना चाहिए। इसके बाद पान के पत्ते पर कुमकुम से श्री लिखकर अपनी तिजोरी में रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने मात्र से ही धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
आज के दिन 7 कन्याओं को घर बुलाकर खीर खिलाएं। ध्यान रखें कि ये काम आपको लगातार 5 एकादशी तक करने होंगे। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से प्रमोशन के योग बनते हैं।
आज के दिन सबसे पहले किसी राधा-कृष्ण मंदिर जाकर दर्शन करें और पीले फूलों की माला अर्पण करें। माना जाता है कि ऐसा करने से परेशानियां कम हो जाती हैं।
आज के दिन दक्षिणावर्ती शंख में कच्चा दूध व केसर डालकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से धन लाभ के योग बनते हैं।
आज के दिन किसी कृष्ण मंदिर में अनाज अर्पित करें और बाद में इसे गरीबों को दान करें। ऐसा करने से घर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
अंक 01: रिश्तेदारी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बखूबी निभाने से मान सम्मान में खासी बढ़ोतरी होगी। समाज में बनाए संबंधों से व्यवसाय में लाभ उठाने की कोशिश में सफल रहेंगे। अनुकूलता के लिए नीले रंग के उपयोग से बचकर रहें।
अंक 02: प्रभावित करने वाले कारक चिंता का कारण बनेंगे। जनहित के कार्यों को अपेक्षा की भावनाओं से परे हटकर करते रहना होगा। मित्रों का सहयोग लेना जरूरी होगा। अनुकूलता के लिए अपने गुरु मंत्र की एक माला अवश्य करें।
अंक 03: अपनी कार्य प्रणाली से भविष्य के प्रति निश्चिंत रहेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागी में निश्चितता बढ़ेगी। तकरीबन मामलों से निश्चित ही घर-गृहस्थी को दे पाएंगे। अनुकूलता के लिए कुत्ते को तेल लगी रोटी खिलाएं।
अंक 04: तेजी-मंदी के व्यवसाय में भेड़चाल से बचकर रहें। युवाओं को भविष्य के लिए शुभ समाचार सुनने को मिल सकते हैं। अपने से छोटे व्यक्तियों से भी सलाह लेकर कार्य करें। अनुकूलता के लिए चिटियों के लिए पंजीरी की व्यवस्था करें।
अंक 05: एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में खुद को बनाए रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जोखिम को देखते हुए अत्याधिक सावधानी बरतने की जरूरत रहेगी। अनुकूलता के लिए निशक्तजन को यथाशक्ति जरूरत की सामग्री वितरित करें।
अंक 06: सहकर्मियों के साथ आपस में प्रतिस्पर्धा से बचें। दूसरों को देखकर कार्य करने से नुकसान उठाना पड़ सकता है। संस्थान का लाभ अपनी अकर्मण्यता से हानि में बदल सकता है। अनुकूलता के लिए गरीबों में मौसमी फल का वितरण करें।
अंक 07: मजदूर तबके को जोखिम के कार्य सावधानी पूर्वक करने होंगे अन्यथा चोट लग सकती है। नौकरी में पदोन्नति के मौके को सोच समझकर अमल में लाने का प्रयास करें। अनुकूलता के लिए शिव मंदिर में चमेली व सरसों तेल का दीपक लगाएं।
अंक 08: जमीनों के कार्य में अल्पावधि के लिए तेजी के रूख रहने से फायदा लेने का प्रयत्न करें। विद्यार्थियों को अपना अतिरिक्त समय सृजनात्मक कार्यों में देना हितकर रहेगा। अनुकूलता के लिए जरूरतमंद को कच्चे अनाज का दान करें।
अंक 09: पैतृक संपत्ति की जिम्मेदारी को एक दूसरे पर डालने के बजाए आपस में अपने दायित्वों को समझने की जरूरत रहेगी। जीवन के भक्ति भाव से संबंधित कार्य अधूरे रह जाएंगे। अनुकूलता के लिए देवी मंदिर में कनेर के पुष्प अर्पित करें।
मेष राशिफल / Aries horoscope Today: काम की अधिकता रहेगी। नौकरी में मनचाहा स्थानांतरण व पदोन्नति के भी योग बन रहे हैं। आर्थिक निवेश सोच-समझकर करें। पारिवारिक कार्यों में आपकी पूछ परख बढ़ेगी।
वृषभ राशिफल / Taurus Horoscope Today: आज आपको पत्नी से सहयोग व समर्थन मिलेगा। व्यवसाय में उन्नति संभव है। कारोबार में कुछ नवीन योजनाएं बनेंगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय गलत साबित होंगे।
मिथुन राशिफल / Gemini Horoscope Today: सामाजिक आयोजनों में आपकी प्रशंसा होगी। व्यापार, व्यवसाय में लाभदायक सौदे आत्मबल बढ़ाएंगे। आज साहस, पराक्रम बढ़ेगा। धर्म ग्रंथों के पठन-पाठन में अभिरुचि बढ़ेगी।
कर्क राशिफल / Cancer Horoscope Today: आप बहूत जल्दी दूसरों के विश्वास में आ जाते हैं, सतर्क रहें। विपरीत परिस्थितियों से दृढ़ता से सामना कर सकेंगे। व्यापार में परेशानियों का अंत होगा। प्रेम प्रसंग के योग है। उधार लिया पैस कैसे चुकाएंगे, इसी सोच में परेशान रहेंगे।
सिंह राशिफल / Leo Horoscope Today: आपकी दिनचर्या में आये बदलाव से निजी कार्य प्रभावित होंगे। परिवार में मांगलिक अवसर आएंगे। व्यवसाय में लाभ के योग बन रहे हैं। नौकरों पर नजर रखें।
कन्या राशिफल / Virgo Horoscope Today: आज रुका धन मिलने से धन संग्रह बढ़ेगा। आत्मविश्वास के बलबुते पर आगे बढ़ेंगे। पारिवारिक सुख-संतोष बना रहेगा। मनोरंजन के कार्यों में रुचि बढ़ेगी। आज अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।
तुला राशिफल / Libra Horoscope Today: अपने स्वास्थ के प्रति आप कितने लापरवाह हैं। किसी नए व्यापार में निवेश करने के योग है। आज विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। लाभदायक सौदे होंगे। प्रसिद्धि मिलेगी।
वृश्चिक राशिफल / Scorpio Horoscope Today: अपने संबंधों के प्रति आप लापरवाही कर रहे हैं। व्यवसाय में विकास की योजनाएं बन सकती है। आर्थिक अनुकूलता रहने से सुख साधन बढ़ेंगे। निजी जीवन में भागदौड़ के बाद सफलता की संभावना है। आपके लिए शनिदेव की आरधना लाभदायक रहेगा।
धनु राशिफल / Sagittarius Horoscope Today: नौकरी में बदलाव चाहते हैं, पर फैसला लेने में असमंजस की स्थिति रहेगी। साहित्य पठन में रुचि बढ़ेगी। संतान के भविष्य की चिंता रहेगी। कारोबार में सोच-समझकर लिए गए निर्णय शुभ फल देंगे।
मकर राशिफल / Capricorn Horoscope Today: समय का सदुपयोग करें। अपनी संगत बदलें। दूसरों की उन्नति से दुखी न हों, आप मेहनत करें और संकुचित मानसिकता बदलें। व्यापार में हर किसी पर विश्वास न करें। अपनों से प्रतिस्पर्धा से बचें। कानूनी विवाद पक्ष में हल होंगे।
कुंभ राशिफल / Aquarius Horoscope Today: समय पर काम होने से मन अशांत रहेगा। कलात्मक कार्यों का प्रतिफल मिलेगा। व्यापारिक नवीन योजनाएं बनेंगी। निर्माण कार्य में सुधार होगा। जीवनसाथी की भावनाओं का अपमान करने से बचें। वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा।
मीन राशिफल / Pisces Horoscope Today: आज खान-पान पर नियंत्रण जरूरी है। व्यर्थ के दिखाओं से दूर रहें। मानसिक शांति की तलाश में रहेंगे। संतान के विवाह में विलंब से चिंता होगी। न्यायालयीन कार्य आज पूरे होंगे। व्यवसाय में कोशिशों के बावजूद मंदी रहेगी।